पहले प्रेमी का कत्ल, फिर नए प्रेमी से मांग में भरवाया सिंदूर, लापता होने में ही छुपा था इस मर्डर मिस्ट्री का राज
Crime Story : क्राइम की ये कहानी एक मिसिंग कंप्लेंट से शुरू होती है. तो दूसरी तरफ एक अधजली लाश से. चौंका देगी ये कहानी.
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Crime Murder Mystery : मेरठ में एक पुरानी प्रेमिका ने खूनी खेल खेला. ऐसा खेल जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे. उसने नए प्रेमी के साथ मिलकर पहले साजिश रची. दुनिया की नजरों में गायब हो गई और घरवालों को बता दिया कि उसके प्रेमी ने उसे अगवा कर लिया है. इसके बाद लड़की के घरवालों ने उसके प्रेमी पर लड़की को भगाकर ले जाने की शिकायत पुलिस में कर दी. वहीं, प्रेमिका ने अपने नए प्रेमी के साथ मिलकर पुराने प्रेमी को शादी करने के बहाने बुलाया और शराब पिलाई. शराब में बेहोशी की दवा थी. जिससे वो बेहोश हुआ तो उस पर कैंची से मार-मारकर हत्या की गई. फिर उसके चेहरे को आग से जला दिया गया. पुराने प्रेमी की हत्या के बाद प्रेमिका ने अपने नए प्रेमी से तुरंत शादी कर ली और फिर दोनों अपनी नई जिंदगी जीने चले गए. लेकिन पूरा केस कुछ दिन बाद ही सबसे सामने आ गया. क्या है पूरा मामला. आइए जानते हैं.
19 फरवरी को मिला था अधजला शव
बहसूमा क्षेत्र के गांव मोड़कलां में 19 फरवरी को मिले अधजले शव मिला था. इंस्पेक्टर बहसूमा संतोष कुमार सिंह ने बताया कि 19 फरवरी को ग्राम मोड़कलां प्रधान कृष्णपाल के गन्ने के खेत से अधजला शव बरामद हुआ था। शव की पहचान न होने पर उसे मोर्चरी भेज दिया गया। बाद में पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार किया। उनका डीएनए सैंपल भी लिया गया. इस बीच, पुलिस ने जिले में शवों की तस्वीरें प्रसारित कीं और लापता लोगों के बारे में जानकारी मांगी। इसी बीच जानी थाना पुलिस ने बताया कि एक लड़की ललिता पुत्री सहेंद्री निवासी ग्राम डाहर थाना सरूरपुर की गुमशुदगी दर्ज की गई है। बताया कि ललिता की आखिरी लोकेशन 18 से 19 फरवरी के बीच बहसूमा थाना क्षेत्र में मिली थी।
बहसूमा पुलिस को बताया गया कि ललिता के परिजनों ने उसके प्रेमी गौरव कुमार (25) पुत्र राकेश कुमार निवासी गांव डहर सरूरपुर पर भी उसके अपहरण का आरोप लगाया है। गौरव के परिजनों ने सरूरपुर थाने में गुमशुदगी की शिकायत भी दर्ज कराई है, लेकिन पुलिस ने इसे दर्ज नहीं किया. गौरव के फोन की आखिरी लोकेशन भी बहसूमा थाना क्षेत्र के गांव मोड़कलां पहुंची है। इस पर बहसूमा पुलिस ने गौरव और ललिता के मोबाइल की डिटेल खंगाली तो पता चला कि ललिता बहसूमा थाना क्षेत्र के गांव बटावली निवासी 45 वर्षीय मोहकम सिंह पुत्र धन सिंह से बात करती थी।
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एक गुमशुदगी ने खोला कत्ल का राज
18 फरवरी को मोहकम सिंह, ललिता और गौरव की आपस में बातचीत हुई। ललिता गौरव और मोहकम से लंबी-लंबी बातें करती थी। सरूरपुर पुलिस ने जानकारी की तो पता चला कि ललिता और गौरव अभी तक नहीं मिले हैं। सर्विलांस की मदद से बहसूमा पुलिस ने मोहकम सिंह, ललिता और उसके दोस्त भानू पुत्र धर्म सिंह निवासी मोहल्ला कोटला मीरापुर मुजफ्फरनगर को ग्राम अकबरपुर सादात झुनझुनी नहर पुल से स्पलेंडर बाइक सहित गिरफ्तार कर लिया। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने गौरव की हत्या करने की बात कही।
इंस्पेक्टर ने बताया कि ललिता ने बताया कि वह जीके फर्टिलाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड में काम करती है। जानी थाना क्षेत्र में. लिमिटेड वह पांचाली में अपनी मौसी के साथ पैकिंग का काम करती थी। यहां उसका ठेकेदार मोहकम सिंह से प्रेम प्रसंग हो गया। वह उससे शादी करना चाहती थी लेकिन गौरव बीच में आ रहा था। गौरव और मोहकम सिंह के बीच कई बार फोन पर तकरार भी हुई।
शादी का झांसा देकर कोर्ट बुलाया गया
18 फरवरी को मोहकम सिंह ने गौरव को बाईपास पर बुलाकर ललिता से कोर्ट मैरिज करने की बात कही। यहां से मोहकम सिंह रूम पार्टनर भानू के साथ गौरव को स्प्लेंडर बाइक पर बैठाकर बटावली मोड़कलां स्थित आम के बाग में ले गया। उसने शराब में नशीली गोलियां मिलाकर उसे बेहोश कर दिया और फिर उसकी गर्दन पर कैंची से हमला कर दिया। जब वह बेहोश हो गया, तो उन्होंने उसके कपड़े उतार दिए, पास की घास इकट्ठा की और उसका ऊपरी चेहरा जला दिया। उन्होंने उसके कपड़े, सामान, मोबाइल फोन और पैसे छीन लिए और भाग गए। तीनों की निशानदेही पर पुलिस ने बटावली स्थित बाल्मीकि श्मशान घाट से कैंची और कपड़े बरामद किए। ललिता को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
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18 फरवरी को ललिता गौरव के साथ मोहकम सिंह के कमरे पर पहुंची थी। गौरव की हत्या के बाद 19 फरवरी को वह मोहकम सिंह के साथ मंदिर गई और मांग में सिन्दूर भर कर उससे शादी कर ली. दोनों साथ रहने लगे. दोनों अब मीरापुर में किराए का मकान लेकर परिवार बसाने की तैयारी कर रहे थे। इससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया. गौरव के परिजनों का आरोप है कि अगर सरूरपुर पुलिस ने गायब होने के बाद तुरंत कार्रवाई की होती तो शायद गौरव बच जाता और हत्यारे पहले ही पकड़े जाते.
जानी पुलिस ने गुमशुदगी की जांच की तो लिंक मिल गया। ललिता के लापता होने के बाद से जानी पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही थी। वह सर्विलांस के जरिए लगातार गौरव और ललिता की लोकेशन तलाश रही थी. इस जांच के दौरान पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई. इस पूरे मामले में सरूरपुर थाने की भूमिका बेहद उदासीन रही. इस कारण हत्यारोपी ललिता और मोहकम सिंह खुलेआम घूमते रहे। बहसूमा पुलिस ने गौरव के शव का डीएनए सैंपल लिया है। रविवार को उन्होंने गौरव के भाई सौरभ का डीएनए सैंपल लिया। दोनों सैंपल का मिलान कराया जाएगा। जिससे यह पता चल सके कि जो शव मिला है वह गौरव का ही है।
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