मथुरा के थानों में चूहों की 'मौज', पुलिस से खेल रहे छुपन छुपाई, चट कर गए 581 किलो गांजा!
Mathura Crime: मथुरा में यूपी पुलिस का हाल बहुत बुरा है। एक तरफ उसके मालखाने से नशे की पूरी की पूरी खेप गायब होती जा रही है, और दूसरी तरफ उसे अदालत (Court) में अपनी नाक बचाना मुश्किल हो गया।
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Mathura Crime: मथुरा के 'जेरी' (Jerry) इन दिनों उत्तर प्रदेश की पुलिस (UP Police) की नाक में दम किए हुए हैं। या ये भी कहा जा सकता है कि इन 'जेरियों' की वजह से पुलिस की नाक अब अदालत (Court) में भी कटने लगी है। यानी मथुरा के इन जेरियें के सामने उत्तर प्रदेश की पुलिस किसी 'टॉम' से कम नहीं है।
और जब भी टॉम और जेरी के बीच ज़ोर आजमाइश होती है तो हर बार जीतता 'जेरी' ही है। आप सोच में पड़ जाएंगे कि ये 'जेरी' कौन हैं...और कैसे अदालत में इनकी वजह से पुलिस की नाक कट रही है। तो सबसे पहले आपको जेरी बता दें कि कौन हैं... 'जेरी' से मतलब है
के मथुरा से चूहों की एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे सुनकर और पढ़कर हो सकता है आप बुरी तरह से चौंक जाएं। मथुरा के एक थाने में नशेड़ियों (Drug Smuggler) से पकड़ा गया गांजा वहां के चूहे खा गए।
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मथुरा के शेरगढ़ और हाईवे थाना के भीतर से चूहे वो गांजा चट कर गए जिसे पुलिस ने बड़ी ही जद्दोजहद के बाद नशेड़ियों के पास से बरामद किया था।
पुलिस के मालखाने से चूहों के गांजा खाने की ये बात एक पुलिस अफसर के जरिए सामने आई। असल में मथुरा के ADJ से अदालत ने ये रिपोर्ट मांगी थी कि पुलिस ने अब तक नशेड़ियों को पकड़ने के बाद कितना नशे का सामान जब्त किया और वो कहां है।
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तब पुलिस के आला अफसर ने अदालत में बताया कि मालखाने से करीब 581 किलो गांजा नदारद है। और ये गांजा थाने के मालखाने से कहां चला गया इस सवाल का रेडिमेड जवाब भी पुलिस अफसर के पास मौजूद था, वो ये कि वो गांजा चूहे चट कर गए।
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तब अदालत ने पुलिस के बड़े कप्तान को हुक्म दिया कि जैसे भी हो इस समस्या से जल्द से जल्द निजात पाने के उपाय किए जाएं। इसके अलावा जिन दो थानों के माल खाने में रखा करीब पांच क्विंटल गांजा चूहे खा गए हैं इस बात का प्रमाण अदालत में प्रस्तुत किया जाए।
UP Crime: जाहिर है अदालत में अपनी फजीहत से बचने के लिए अब पुलिस को ऐसे सबूत इकट्ठा करने हैं जिससे ये पता चले कि चूहों ने कैसे कब और कितना गांजा अपनी खुराक बना लिया।
अदालत को दी अपनी अपील में शेरगढ़ पुलिस थाने की पुलिस ने बताया कि उसके मालखाने में रखा 386 किलो गांजा चूहों ने खा लिया जबकि हाईवे थाना की पुलिस ने साल 2018 में 195 किलो गांजा के साथ कुछ नशेड़ियों को गिरफ्तार किया था। और पुलिस का यही कहना है कि जो गांजा जब्त किया गया था उसे सील मोहर बंद करके माल खाने में रखवा दिया गया था।
मथुरा में जितने भी नशेड़ी पकड़े गए हैं उन सभी का मामला एडीजे सप्तम के पास है । ऐसे में अब अदालत ने थाने को आदेश दिया है कि जिस सीलमोहर बंद पैकेटों में गांजे को रखा गया था उसे अदालत के सामने रखा जाए। और उसकी पूरी रिपोर्ट भी दें...कि इतना गांजा खाने की खबर पुलिस को कब मिली और उसने इस संदर्भ में क्या क्या एक्शन लिया।
Crime in Police Station: इसी बीच अदालत के सामने एक और बड़ी जानकारी सामने आई। पुलिस के आला अफसरों ने अदालत को बताया कि मथुरा जिले के कई थानों के माल खानों में करीब करीब 700 किलो यानी सात क्विंटल गांजा जब्त करके रखा गया था जिसमें से 581 किलो गांजा तो चूहे खा गए। और हैरानी की बात ये है कि चूहों की ये समस्या पूरे शहर भर के सभी थानों के सामने है।
दिलचस्प बात ये है कि चूहों की इस समस्या की वजह से अब पुलिस ने भी करीब करीब हाथ खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने अदालत को दिए अपने हलफनामें में ये साफ कर दिया है कि थानों में ऐसी कोई जगह नहीं है जिस जगह को चूहों के हमलों से बचाई जा सके।
अब अदालत के बाहर इस बात को लेकर पुलिस की अच्छी खासी खिल्ली उड़ाई जा रही है कि चूहों पर तो पुलिस का जोर चलता नहीं, बदमाशों को क्या सुधारेंगे?
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