251 रुपये में मोबाइल देने वाले की एक और करतूत, फिर किया पुलिस ने गिरफ़्तार

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251 रुपये में मोबाइल देने वाले की एक और करतूत, फिर किया पुलिस ने गिरफ़्तार
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दिल्ली से संवाददाता हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट

क्या है पूरा मामला?

अगस्त 2020 में दिल्ली के द्वारका साउथ थाने में विकास मित्तल नाम के एक शख्स के खिलाफ रेप की एफआईआर दर्ज की गई। इस मामले में पीड़िता ने कहा कि एफआईआर दर्ज करने के बाद उसके पास किसी अज्ञात कॉलर की तरफ से धमकी भरे फोन आ रहे हैं। पीड़ित ने पुलिस से कहा कि आरोपी ने उसे मिलने के लिए आईजीआई एयरपोर्ट के पास बुलाया था कि मामले को वहीं पर खत्म किया जा सके।

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लोकल पुलिस ने आरोपी विकास मित्तल को एयरपोर्ट से ही गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पीड़िता के पास एक और धमकी भरा फोन आया और उसने बोला कि अगर पीड़िता केस वापस नहीं लेगी तो वो उसको और उसके पूरे परिवार को खत्म कर देगा।

इस बीच 2020 सितंबर के महीने में पीड़िता जब सिविल लाइंस मेट्रो के पास थी तभी उसे एक शख्स ने पकड़ लिया और उसे केस वापस लेने के लिए धमकी दी। पीड़िता के मुताबिक वो आदमी वही था जो फोन पर उसे धमकी देता है। इस मामले में सिविल लाइन थाने में भी गवाह को धमकी देने के आरोप में एक केस दर्ज किया गया। मामले में सुमित यादव नाम का एक गवाह भी मौजूद था।

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इस दौरान दिल्ली पुलिस ने रेप के मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर दी। तभी सुमित यादव ने आरोप लगाया कि 18 अक्टूबर 2020 को उसे भी उसी आदमी ने फोन करके धमकाया जिसने सिविल लाइन पर रेप पीड़िता को धमकी दी थी। सुमित ने यह भी आरोप लगाया कि जींद में उसके ऊपर आरोपी की तरफ से चार राउंड गोली भी चलाई गई। इस मामले में जींद थाने में भी एक एफ आई आर दर्ज कर ली गई।

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पुलिस तमाम कोशिशों के बावजूद भी धमकी देने वाले कॉलर तक नहीं पहुंच पा रही थी क्योंकि जो सिम इस्तेमाल हो रहा था उसके दस्तावेज जाली थे और वो बार-बार अपनी लोकेशन भी बदल रहा था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इस केस की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई। क्राइम ब्रांच ने काफी मशक्कत के बाद आखिरकार उस शख्स का पता लगा ही लिया जो फोन कर लोगों को धमकी दे रहा था।

पकड़ में शख्स का नाम विनीत कुमार था। विनीत कुमार लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था जिसकी वजह से वो काफी दिनों तक पुलिस को चकमा देता रहा लेकिन आखिरकार पुलिस ने 2 अक्टूबर को उसे गुरुग्राम में किराए के एक मकान से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में विनीत ने बताया कि वही फोन कर धमकी दे रहा था लेकिन इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड वो नहीं बल्कि मोहित गोयल और सुमित हैं।

विनीत ने पुलिस को बताया कि मोहित गोयल नोएडा या गाजियाबाद में कहीं छुपा हुआ है और उसके खिलाफ धोखाधड़ी के कई केस दर्ज हैं और सुमित यादव के खिलाफ भी नोएडा में कई केस दर्ज हैं । इसके बाद दिल्ली पुलिस ने 5 अक्टूबर को नोएडा से मोहित गोयल को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने 6 अक्टूबर को चंडीगढ़ से सुमित यादव को भी गिरफ्तार कर लिया।

साढ़ू को जमानत ना मिले इस वजह से रची थी साजिश

पुलिस के मुताबिक 2020 में विनीत पीएसओ के तौर पर मोहित गोयल को ज्वाइन किया था। मोहित गोयल की अपने साढू विकास मित्तल के साथ बिजनेस की रंजिश चल रही थी। जब विकास मित्तल के खिलाफ दिल्ली में रेप का केस दर्ज हुआ तो मोहित गोयल ने एक साजिश रची ताकि विकास मित्तल को बेल न मिल सके।

पुलिस के मुताबिक मोहित ने इस मौके का फायदा उठाने के लिए एक साजिश रची। इसके लिए सुमित यादव के जरिए मोहित गोयल ने एक मोबाइल फोन खरीदा और जाली दस्तावेज पर सिम लिया। मोहित को जब पता चला कि विकास मित्तल अपने परिवार के साथ उज्जैन में है तो उसने तुरंत विनीत को फ्लाइट से उज्जैन भेज दिया। और उज्जैन से ही विनीत ने रेप पीड़िता को फोन कर विकास मित्तल के नाम से धमकी दी। ताकि पुलिस मोबाइल लोकेशन से समझे कि कॉल विकास ने ही कि है।

विनीत फिर विकास मित्तल की ही फ्लाइट से वापस दिल्ली लौट आया। एयरपोर्ट पर ही दिल्ली पुलिस ने विकास मित्तल को गिरफ्तार कर लिया। जब एयरपोर्ट पुलिस ने विकास मित्तल को पकड़ लिया था उस दौरान भी विनीत ने फोन कर पीड़िता को धमकी दी थी। इसके बाद मोहित गोयल ने ही 24 सितंबर 2020 को विनीत को सिविल लाइन मेट्रो स्टेशन भेजा और वहां रेप पीड़िता को धमकी देने के लिए कहा था।

वहीं पर सुमित यादव को गवाह भी बनवा दिया पूरे केस का । दरअसल पुलिस का कहना है कि मोहित और सुमित की कोशिश की कि विकास मित्तल को इस पूरे मामले में और फंसा दिया जाए। साजिश के तहत विनीत ने 18 अक्टूबर 2020 को सुमित को फोन किया। सुमित जींद में मौजूद। फोन के बाद सुमित ने हवा में चार राउंड फायर किए और पुलिस में शिकायत दे दी कि उस पर जानलेवा हमला किया गया और फोन करके धमकी भी दी गई।

पुलिस ने फिलहाल इस पूरे मामले में तीनों आरोपी सुमित, मोहित और विनीत को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से वो मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है जिससे वह धमकी दिया करते थे और वह सिम कार्ड भी बरामद कर लिया है जिसे जाली दस्तावेजों पर खरीदा गया था।

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