36 लोगों पर रेप का शक, ‘डीएनए प्रोफाइलिंग’ से सुलझा हिमाचल में दिव्यांग महिला के यौन उत्पीड़न का अजीब केस
HIMACHAL CRIME:,हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के ग्रामीण क्षेत्र की एक दिव्यांग महिला के रहस्यमय यौन उत्पीड़न मामले को ‘डीएनए फिंगरप्रिंटिंग’(प्रोफाइलिंग) की मदद से सुलझा लिया गया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
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HIMACHAL CRIME NEWS: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के ग्रामीण क्षेत्र की एक दिव्यांग महिला के 'रहस्यमय' यौन उत्पीड़न मामले को ‘डीएनए फिंगरप्रिंटिंग’(प्रोफाइलिंग) की मदद से सुलझा लिया गया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
डीएनए फिंगरप्रिंटिंग से सुलझा रेप केस
यहां जारी एक बयान के अनुसार यह मामला फरवरी 2023 का है, जब 24 साल की एक दिव्यांग महिला ने पेट में दर्द की शिकायत की। इलाज के दौरान पता चला कि वह गर्भवती है। बयान के अनुसार उसके बाद भारतीय दंड संहिता की धारा 376 के तहत एक मामला दर्ज किया गया।
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36 संदिग्धों के डीएनए लिए
बयान के अनुसार जांच के दौरान, 36 संदिग्धों के डीएनए नमूने क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (आरएफएसएल), धर्मशाला भेजे गए थे, लेकिन उनमें से किसी का भी भ्रूण से उत्पन्न ‘प्रोफाइल’ से मिलान नहीं हुआ। आरएसएफएल विशेषज्ञों के अनुसार तीन महीने की गर्भावस्था को समाप्त कर दिया गया और भ्रूण को बाहर निकाल लिया गया।
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तीन महीने की गर्भावस्था को समाप्त कर दिया गया
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पुलिस ने अंतत: पीड़िता के पड़ोस में रहने वाले 40 साल के एक व्यक्ति को पकड़ लिया जिसकी दो पत्नियां थीं और दोनों ने उसे छोड़ दिया था। आरोपी के डीएनए का ‘प्रोफाइल’ से मिलान हो गया और आरएफएसएल से रिपोर्ट जारी होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
(PTI)
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