शाहिद कपूर की FARZI वेबसीरीज देख छापने लगे नकली नोट, दिल्ली पुलिस ने 5 को अरेस्ट किया, मुख्य आरोपी है चित्रकार

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शाहिद कपूर की FARZI वेबसीरीज देख छापने लगे नकली नोट, दिल्ली पुलिस ने 5 को अरेस्ट किया, मुख्य आरोपी ...
Fake Notes Delhi Police : आरोपी पांचों जो बनाते थे नकली नोट, FARZI web series देख आया आइडिया
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Delhi Crime news : वेबसीरीज फर्जी देखकर एक गैंग हाई क्वॉलिटी के नकली नोट (Fake Currency) छापने लगा. इस गैंग ने लाखों रुपये के नकली नोट छापकर उसे मार्केट में चलाने भी लगा. जिसे अब दिल्ली पुलिस ने दबोच लिया है. गैंग के 5 लोग पकड़े गए हैं. इनसे 19 लाख रुपये से ज्यादा के नकली नोट मिले हैं. इसे देखकर आमतौर पर पहचानना मुश्किल है कि ये असली है या नकली. ये गैंग शाहिद कपूर की वेबसीरीज फर्जी (Actor Shahid Kapoor FARZI web series)  से प्रेरित हुआ था. ये लोग दिल्ली के कई एरिया में नकली नोटों की सप्लाई कर रहे थे. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.

Fake Currency Delhi : आरोपी पांचों जो बनाते थे नकली नोट

अक्षरधाम मंदिर से पास पहुंचाने आए थे नकली नोट

Shahid Kapoor FARZI web series Crime : PTI की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने शाहिद कपूर अभिनीत वेब शृंखला 'फर्जी' से प्रेरित होकर नकली मुद्रा रैकेट चलाने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 19 लाख रुपये से अधिक मूल्य के जाली नोट जब्त किए हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि गिरोह कथित तौर पर अजमेर में जाली नोट छापने की इकाई चलाता था और उन्हें दिल्ली एनसीआर में प्रसारित करता था। विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने एक गोपनीय सूचना के आधार पर आरोपी की गिरफ्तारी की। उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि नकली नोटों के प्रसार में शामिल दो लोग नोटों की एक खेप देने के लिए अक्षरधाम मंदिर के पास आएंगे।

Delhi Police : आरोपियों से बरामद नोट और प्रिंटिंग मशीन

अजमेर के एक कमरे में छापते नकली नोट

fake notes watching webseries FARZI : अधिकारी ने बताया कि गिरोह के सरगना सकूर मोहम्मद (25) को उसके सहयोगी लोकेश यादव (28) के साथ गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि उनके कब्जे से 500 रुपये मूल्यवर्ग के छह लाख रुपये मूल्य के उच्च गुणवत्ता वाले नकली नोट बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान मोहम्मद ने पुलिस को बताया कि उसे नकली नोट हिमांशु जैन (47), शिव लाल (30) और उसके भाई संजय गोदारा (22) से मिले थे। विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) ने कहा, आरोपी ने राधे और शिवलाल के साथ मिलकर राजस्थान के अजमेर में एक किराए के घर में जाली भारतीय मुद्रा नोट (एफआईसीएन) छापने के लिए एक इकाई स्थापित की थी।

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आरोपी मोहम्मद चित्रकार है, आया कॉम्पिटिशन एग्जाम देने, छापने लगा नकली नोट

Fake Notes News : उन्होंने बताया कि उनके पास से नकली नोट छापने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण, 19,74,000 रुपये मूल्य के उच्च गुणवत्ता वाले नकली नोट, दो कारें और तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए। मोहम्मद एक चित्रकार है और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 2015 में अजमेर गया था। उन्होंने बताया कि उसे जाली नोट छापने और प्रसारित करने की प्रेरणा वेब सीरीज 'फर्जी' से मिली। उसका साथी लाल भी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 2011 में अजमेर गया था। पुलिस ने कहा कि वह कर्ज में डूबा हुआ था और उसने मोहम्मद और राधे के साथ मिलकर एफआईसीएन इकाई खोलने की साजिश रची। लाल के भाई गोदारा को नोटों की मुद्रित शीटों को काटने का काम सौंपा गया था। उन्होंने बताया कि जैन को ग्राहकों की तलाश करने का काम सौंपा गया था, जबकि उसके दोस्त लोकेश को नकली नोटों की डिलीवरी का काम सौंपा गया था। गोदारा, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए 2018 में अजमेर गए थे। पुलिस ने कहा कि राधे का पता लगाने और उसे गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं।

 

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