उस लड़की के बदन से कपड़े फटे, हड्डियां तक जिस्म फाड़ चीखने लगीं पर दिल्ली पुलिस सोती रही
delhi kanjhawala girl accident or Murder : 12 किमी तक सड़क पर घसीटा, 8 PCR की थी तैनाती, 5 मिनट में कॉलर को पुलिसवालों ने 20 से ज्यादा कॉल की, फिर भी दिल्ली पुलिस नहीं पहुंची.
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Delhi Crime : दिल्ली में कोरोना की वजह से 2 साल बाद नए साल का जश्न मना. और इस जश्न में एक लड़की (Delhi Kanjhawala Case) की जिंदगी ऐसे खत्म हुई जिसे देखकर रूह कांप उठेगी. उसके बदन पर कपड़े तो एक भी नहीं बचे. उसके शरीर के पिछले वाले हिस्से की हड्डियां तक सड़क पर रगड़ खाकर दिखने लगीं. पीठ का हिस्सा हो या फिर कूल्हे की हड्डियां. उस कार के नीचे आकर सबकुछ चीख-चीखकर बेहद ही डरावने मंजर की कहानी बयां कर रहे थे. 12 से 14 किमी के दायरे में 23 साल की एक लड़की का जिस्म कार और सड़क के बीच पीसता जा रहा था. उसके जिस्म से ना सिर्फ कपड़े उतर रहे थे बल्कि खून का एक-एक कतरा निकल रहा था.
बदन फट रहा था. हड्डियां तक पथरीली सड़क से टकराकर चीख रहीं थीं. लेकिन ये चीख दिल्ली की तेज तर्रार पुलिस को सुनाई नहीं दे रही थी. ना दिखाई दे रही थी सड़क पर बिखरे उसके बदन के टूटेफूटे कपड़े. जिस्म के टुकड़े. जश्न में डूबी दिल्ली में दूध बेचने वाले एक शख्स ने अपनी आंखों से दिल दहलाने वाला ये मंजर देखा. उसने दिल्ली पुलिस को इस बारे में बताया भी. लेकिन तुरंत रिस्पांस नहीं मिला. वैसे दिल्ली पुलिस का किसी शिकायत पर रिस्पॉन्स टाइम औसत करीब 5 मिनट का है. लेकिन यहां तो 40 मिनट तक कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला था.
ये जरूर रहा कि जिस दूध बेचने वाले दीपक ने इस घटना की सूचना 3 बजकर 20 मिनट पर दिल्ली पुलिस को दी थी, उसके बाद कुछ देर में ही अलग-अलग कुल 8 पीसीआर से उनके पास फोन किया गया. दीपक ने बताया कि 5 मिनट में ही 20 से ज्यादा कॉल पुलिस की आई. लेकिन एक भी पुलिसकर्मी तत्काल मौके पर नहीं पहुंचे. इसलिए वो खुद उस कार का पीछा करने लगे जिसके नीचे वो लड़की मौत का सफर कर रही थी. दीपक ने बताया कि करीब 40 मिनट बाद जब लड़की की लाश कार से नीचे गिरी तब वहां पुलिस पहुंच पाई थी.
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16 हजार से ज्यादा पुलिसवालों की ड्यूटी पर 12 किमी तक कार पर नजर नहीं पड़ी
Delhi Kanjhawala Girl Death Case : कोरोना की वजह से 2 साल बाद दिल्ली में नए साल का जश्न मनाया जा रहा था. इसकी सुरक्षा में कुल 16 हजार 500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को पूरे शहर में तैनात किया गया था. 1 हजार से ज्यादा ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की तैनाती थी. 20 कंपनी अतिरिक्त फोर्स की तैनाती थी. 1200 से ज्यादा PCR और 2000 से ज्यादा बाइक पेट्रोलिंग की ड्यूटी थी.
ढाई हजार महिला फोर्स भी तैनात थी. शहर में जगह-जगह 1600 से ज्यादा पिकेट लगाई गई थी. 31 दिसंबर को शाम 4 बजे से सुबह 4 बजे तक के लिए स्पेशल ड्यूटी लगाई गई थी ताकी कोई बड़ी घटना ना हो. इन आंकड़ों को देखकर तो लगता है कि 12 किमी तो बहुत ज्यादा है कुछ 100 से 200 मीटर के सफर में ही अगर किसी लड़की को कार के नीचे घसीटा जाए उस पर पुलिस की नजर पड़ जाएगी. लेकिन अफसोस की उस पर किसी पुलिसवाले की नजर नहीं पड़ी.
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इस घटना के चश्मदीद रहे दीपक ने जैसा बताया कि 112 नंबर पर कॉल करते ही 5 मिनट के भीतर ही 8 पीसीआर गाड़ियों में तैनात पुलिस ने उससे संपर्क किया. उससे साफ है कि जिस इलाके में ये दिल दहलाने वाली घटना हुई उस एरिया में कम से कम इन 8 पीसीआर की तैनाती तो थी ही. लेकिन नतीजा क्या निकला. वो लड़की जो कुछ घंटे पहले जिंदा था वो बेजान बन चुकी थी. उसके शरीर के एक-एक हिस्से में जख्म के निशान थे. हड्डियां तक चकनाचूर हो गईं थीं. इसके बाद भी उस किलर कार पर किसी पुलिसवाले की नजर नहीं पड़ी.
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पिता की 8 साल पहले मौत, मां की दोनों किडनी खराब, इकलौती घर चलाने थी वो लड़की
Delhi Kanjhawala Girl Death Case : जिस लड़की की मौत हुई दिल्ली के अमन विहार की रहने वाली थी. लड़की के पिता की 8 साल पहले ही मौत हो चुकी थी. मां की दोनों किडनियां भी खराब हैं. घर में वो इकलौती कमानेवाली थी. घर का खर्चा इतना ज्यादा था कि पार्ट टाइम वो इवेंट मैनेजमेंट का काम भी किया करती थी. 31 दिसंबर के मौके पर न्यू ईयर की एक पार्टी का उसे काम मिला था.
उसने मां को पहले ही बता दिया था कि घर आने में देर हो जाएगी. लेकिन वो देरी इतनी भी ज्यादा नहीं थी कि हमेशा के लिए वो घर ही नहीं पहुंचे. मां का कहना है कि शाम को उससे फोन पर बात हुई थी. इसके बाद रात 10 बजे ही कॉल किया तो उसका नंबर बंद मिला था. यानी भले ही हादसे की खबर आधी रात के बाद तड़के सवा 3 बजे पुलिस को मिली हो लेकिन उस लड़की का फोन रात 10 बजे ही बंद हो गया था. अब इसकी क्या वजह थी. ये अभी जांच का हिस्सा है.
रात 2 बजे के आसपास ही लड़की उस कार के नीचे आ चुकी थी!
Delhi Kanjhawala Girl Death Case : जिस बलेनो कार में मिलटी उस लड़की की जान गई वो कार सीसीटीवी फुटेज में पहली बार रात के 2 बजे दिखी है. जगह थी सुल्तानपुर का इलाका. यहां पर कार का डीपर चलाकर थोड़ी देर के लिए उसे रोका गया. ऐसे में ये आशंका है कि कार सवारों को ये पता था कि उनके नीचे लड़की फंसी है और उसकी आवाज आ रही है लेकिन सामने से आ रही गाड़ीवाले को इसकी भनक ना लगे इसलिए अपनी कार रोक दी थी.
रात के 2 बजे के आसपास हादसा हो जाने की गवाही इस बात की भी है कि जिस जगह रात के 2 बजे कार दिखी थी वहां से सवा 3 बजे जब कार को दूधवाले दीपक ने देखा था उस समय तक करीब एक घंटे से ज्यादा का वक्त गुजर चुका था.
सुल्तानपुरी के उस जगह से कंझावला की दूरी भी करीब 12 किमी है. यानी दिल्ली पुलिस ने जो 12 किमी तक लड़की को घसीटने की बात बताई है उससे ये साफ है कि रात 2 बजे के आसपास ही ये लड़की उस कार के नीचे आई थी. इसके बाद करीब डेढ़ घंटे तक उसे घसीटा गया था. यही वजह है कि उसके जिस्म का एक-एक हिस्सा तक उस कार और सड़क ने नोच लिया था फिर उसका शरीर बेजान हो गया था.
दिल्ली में उस रात में क्या-क्या हुआ?
Delhi Kanjhawala Girl Death Case Time Line : ये पूरी घटना 31 दिसंबर की देर रात 2 से 4 बजे के बीच की है. उस दौरान रात में करीब 2 बजे के आसपास लड़की कार के नीचे आई थी. इसके बाद करीब दो घंटे तक उसे कार में घसीटे जाने की आशंका है.
31 दिसंबर 2022
लड़की शादी इवेंट में काम करती थी. 31 दिसंबर की शाम 6 बजे घर से बाहर अपने काम के लिए गई थी.
उसके बाद मां ने रात 10 बजे फोन किया, लेकिन बंद जा रहा था, जिसकी वजह से संपर्क नहीं हो पाया.
1 जनवरी 2023 रात 2 बजे
सुल्तानपुरी इलाके का एक सीसीटीवी सामने आया. उस समय रात के 2 बज रहे थे. वही बलेनो कार जिसका डीपर जलाया गया. कुछ देर तक कार रुकी थी. फिर आगे बढ़ जाती है. लेकिन सवाल ये कि अगर सामने से कोई गाड़ी थी तो बलेनो के जाने के बाद भी क्यों नहीं वो गाड़ी गुजरी. इसकी भी जांच हो रही है.
रात 3 बजकर 15 मिनट
चश्मदीद दीपक लगभग 3 बजे दूध की डिलीवरी का इंतजार कर रहा था, तभी उन्होंने एक कार को आते देखा. पीछे के पहियों से जोर की आवाज आ रही थी. उसने देखा तो कार के नीचे कोई लटका हुआ था. उसे लगा कार के नीचे किसी को बांधकर घसीटा जा रहा है. फिर उसने तुरंत 112 नंबर पर कॉल किया.
1 जनवरी 2023 को 3 बजकर 24 मिनट
पुलिस को गाड़ी से घसीटे जाने की कॉल रात करीब 3 बजकर 24 मिनट पर मिली थी. जिसके बाद दीपक से आसपास की 8 पीसीआर के पुलिसकर्मियों ने कॉल कर संपर्क किया था.
1 जनवरी 2023 को 3 बजकर 34 मिनट
एक और सीसीटीवी 3 बजकर 34 मिनट का है. ये कंझावला के लाडपुर गांव से थोड़ा आगे गाड़ी यूटर्न लेकर वापस आने का है. जहां से कुछ देर बाद ही उसी कार से लड़की की डेडबॉडी मिली है.
1 जनवरी 2023 को 3 बजकर 53 मिनट
सुल्तानपुरी SHO ने रात्रि गश्त के दौरान पहले ही एक स्कूटी को दुर्घटनाग्रस्त हालत में देखा था और इसकी जानकारी थाने में 3.53 बजे दर्ज की गई थी
1 जनवरी 2023 को 4 बजकर 11 मिनट
लड़की के शव के पास दिल्ली पुलिस 1 जनवरी की सुबह करीब 4 बजकर 11 मिनट पर पहुंची, 4.11 को कंझावला में एक युवती का शव सड़क पर पड़ा होने की सूचना प्राप्त हुई.
कौन थे ये पांचों आरोपी जिन पर है सनसनीखेज आरोप
पुलिस की अब तक की रिपोर्ट के अनुसार, पांचों लड़के मुरथल से नए साल के जश्न में शामिल होने के बाद मंगोलपुरी लौट रहे थे. उसी दौरान सुलतान पुरी में उनकी कार की लड़की की स्कूटी से टक्कर हो गई. पुलिस ने दावा किया है कि ये महज एक हादसा है. एक्सीडेंट के बाद लड़की कार ने नीचे आ गई और करीब 12 किमी तक घसीटती चली गई. जिससे मौत हो गई.
लड़की के साथ दरिंदगी करने वाले पांच लड़के दिल्ली के हैं. इनमें से कोई हेयर ड्रेसर है तो कोई राशन डीलर. पुलिस ने कार में सवार पांच लोगों को पकड़ लिया है. इनमें 26 वर्षीय दीपक खन्ना ग्रामीण सेवा में ड्राइवर के पद पर है. इसके अलावा 25 वर्षीय अमित खन्ना, उत्तम नगर में एसबीआई कार्ड्स के लिए काम करता है. गाड़ी दीपक खन्ना ही चला रहा था. कार में सवार मनोज मित्तल राशन डीलर और भाजपा से जुड़ा नेता है.
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