Crime : मौत की अजीब पहेली, फंदे से लटककर शबनम की मौत हुई तो फिर शरीर में जहर कहां से आया?
Rajasthan Jodhpur Shabnam Death Mystery : राजस्थान के जोधपुर में 2 साल पहले एक विवाहिता शबनम की मौत हुई. पुलिस ने कहा ये सुसाइड है. फंदे से लटकी थी. एक साल बाद बिसरा जांच में जहर निकला.
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Crime Story : वो पांचों वक्त का नमाज पढ़ती थी. हमेशा परिवार को तरजीह देती थी. शादी के बाद भी ससुराल हो या मायका दोनों जगहों का ख्याल रखती थी. शादी के 9 साल में दो बेटियां हुईं. एक बेटी 7 साल की तो दूसरी 1 साल की. दोनों बेटियों में उसकी जान बसती थी. लेकिन फिर अचानक 13 अगस्त 2020 को उसकी मौत हो जाती है. घर पर जब लोग पहुंचे तो उसकी लाश बेड पर थी. बताया गया कि उसने अपनी चुन्नी से फंदा लगा लिया था. उसने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली थी. छोटी वाली 1 साल की बेटी बेड पर सो रही थी. बड़ी बेटी घर के बाहर थी. और इन दोनों की मां दुनिया को अलविदा कह चुकी थी.
क्या वाकई उसने खुदकुशी की थी. या उसका कत्ल हुआ था. इस पर आज भी सस्पेंस बना हुआ है. इसकी जांच करने वाले 4-4 अधिकारी बदले. अब दो साल बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने सवाल उठाए तो फिर एक अधिकारी केस की जांच कर रहे हैं. लेकिन सस्पेंस बरकरार है. आखिर इस मौत का क्या है राज. जांच में कहां हुई चूक. आज क्राइम की कहानी (Crime Story in Hindi) में जानते हैं राजस्थान के जोधपुर इलाके में विवाहिता शबनम की मौत की अजीब मिस्ट्री.
13 अगस्त 2020 को शबनम की हुई मौत, फंदे पर मिली थी लाश
Crime Story : शबनम उम्र करीब 27 साल. 16 मई साल 2011 को राजस्थान के जोधपुर देहात के मकराना शहर में शबनम की शादी हुई. शौहर यानी पति का नाम आजम अली. शुरू में दोनों परिवार खुश थे. सबकुछ ठीक चल रहा था. शबनम और आजम की दो बेटियां हुईं. बड़ी बेटी का नाम अलवीरा और दूसरी का नाम फातिमा जहना. साल 2020 में फातिमा जब एक साल की थी तभी अचानक मां का साया छिन गया. वो तारीख थी 13 अगस्त 2020. शाम का वक्त था. बड़ी बेटी अलवीरा उस समय 7 साल की थी. वो घर के पास ही थी. जबकि फातिमा कमरे में बेड पर सोई थी. अचानक चीख पुकार मचती है.
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इस बात के लिए शबनम हमेशा के लिए खामोश हो चुकी थी. एक कमरे में चुन्नी के सहारे वो फंदे से लटकी थी. शबनम के ससुर उसके पापा को फोन कर बताते हैं. जल्दी आ जाइए आपकी बेटी की तबीयत गंभीर है. शबनम के पिता हैरत में पड़ जाते हैं. क्योंकि दोपहर में ही फोन पर बात हुई थी. बोली थी कि वो बड़ी बेटी के साथ कपड़े सिलवाने के लिए घर से बाहर जा रही थी. उस समय वो बेहद खुश थी. फिर अचानक क्या हुआ. शबनम के पिता और भाई अशफाक वहां पहुंचते हैं. बेड पर शबनम लाश के रूप में मिली. उसका फोन गायब था. कॉल भी नहीं जा रही थी. तुरंत अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
अगले दिन शबनम की लाश का पोस्टमॉर्टम कराया गया. इधर, शबनम के भाई अशफाक और उनके पूरे परिवार को ये भरोसा करना मुश्किल था कि आखिर वही शबनम जो वाकई अपने नाम ओस की बूंद की तरह थी. हमेशा चमकते रहना. सूरज की रोशनी में दिन में खत्म भी हो जाए तो अगली सुबह फिर से अपनी चमक बिखेर देना. वो हमेशा खुश रहती थी. अपनी बेटियों को काबिल बनाने की ख्वाहिश रखती थी. छोटी वाली बेटी 1 साल की फातिमा जहरा का काफी ध्यान रखती थी. ऐसे में दोनों बेटियों को छोड़कर उसका फांसी लगाना अजीब लग रहा था.
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पहले कई बार शबनम पति की तरफ से परेशान करने की बात बता चुकी थी. इसलिए परिवार ने पुलिस में शिकायत की. दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया. पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हवाले से दावा किया कि ये सुसाइड का केस है. और उसके पति ने आत्महत्या के लिए शबनम को उकसाया था. लेकिन भाई अशफाक का दावा था कि क्या वाकई शबनम सुसाइड कर सकती थी. क्या वो अपनी दोनों बेटियों को ऐसे ही दुनिया में अकेली छोड़ सकती थी. क्या जिसे काबिल बनाने के सपने देखती थी वो ऐसे दुधमुंही बच्ची को 1 साल की उम्र में ही मां से दूर कर सकती थी. ये तमाम सवाल भाई अशफाक को लगातार परेशान कर रही थी. इसलिए उन्हें लगा कि ये मर्डर हो सकता है.
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इसलिए बाकायदा इसकी जांच के लिए सीनियर पुलिस अफसरों से शिकायत की. पोस्टमॉर्टम के दौरान बिसरा प्रिजर्व करके जांच के लिए भेज दिया गया. लेकिन रिपोर्ट आने से पहले ही पुलिस ने इस केस में आरोप पत्र दाखिल कर दिया. इस केस में आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में शबनम के पति आजम अली को गिरफ्तार कर लिया गया था. लेकिन वो अब जमानत पर छूटने की तैयारी में जुटा हुआ था. जिसका शबनम का परिवार विरोध कर रहा था.
शबनम को फांसी पर लटकना था तो जहर क्यों खाया?
Rajasthan Jodhpur Murder Mystery : अब तक की जांच पड़ताल से तो यही लग रहा था कि शबनम ने आत्महत्या की थी. लेकिन कहते हैं कि हर क्राइम के पीछे कोई मकसद होता है. अब शबनम ने सुसाइड किया तो उसकी वजह क्या थी. उसकी दो छोटी बेटियां थीं. कोई बड़ी परेशानी नहीं थी. तो फिर उसने अचानक क्यों जान दे दी. इस पर उनके भाई लगातार पुलिस अफसरों से सवाल उठाते रहे.
शबनम की मौत के करीब 7 महीने बाद बिसरा रिपोर्ट आई. 18 मार्च 2021 को आई बिसरा रिपोर्ट में पता चला कि शबनम के शरीर में जहर भी पाया गया था. वो जहरीला पदार्थ था ऑर्गेनोफॉस्फोरस इन्सेक्टिसाइड (Organophosphorus Insecticides Poision). वैसे इस पौधों में कीटनाशक के लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन इसे खाने से इंसान की जान भी जा सकती थी.
अब इस रिपोर्ट के आने के बाद शबनम की केस में नया मोड़ आ गया. शबनम के शरीर में जहर तो मिला लेकिन मौत दम घुटने से हुई थी. क्योंकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इसी बात का दावा किया गया था. ये भी कहा गया था कि गले पर लिगेचर मार्क का निशान भी है. गले की हड्डी में फ्रैक्चर भी मिला है. कई रिसर्च रिपोर्ट बताती हैं कि सुसाइड के केस में भी हड्डी टूट जाती है और मरने के बाद किसी को फंदे से लटकाया जाए तो भी ऐसा हो सकता है.
यानी शबनम की मौत आत्महत्या है या फिर हत्या, सिर्फ इस रिपोर्ट पर खुलकर साफ कह पाना मुश्किल है. लेकिन सवाल जहर देने को लेकर है. क्या कोई भी शख्स अगर फांसी लगाकर आत्महत्या करता है तो फिर वो जहर क्यों खाएगा. अगर उसे जहर खाकर मरना है तो फिर फांसी क्यों लगाएगा. ये बड़े सवाल हैं. इन्हीं सवालों को अब शबनम की मौत के केस में उठाकर हाई कोर्ट से लेकर तमाम जगहों पर उठाकर हत्या के एंगल से जांच करने की मांग की जा रही है.
खुद शबनम के भाई अशफाक ने क्राइम तक को बताया कि...
मेरी बहन बहुत हिम्मती थी. वो कभी हार नहीं मानती थी. ऐसे में उसका सुसाइड करना नामुमकीन है. उसकी दो बेटियां हैं. जब मौत हुई तब छोटी बेटी महज 1 साल की थी. वो मां का दूध पीती थी. शबनम रोजाना 5 वक्त का नमाज पढ़ती थी. सभी को ऐसा करने के लिए कहती थी. ऐसे में अचानक और बिना वजह के क्यों आत्महत्या कर लेती. पुलिस ने जब 3 से 4 बार जांच की और कोर्ट के आदेश पर मौके का मुआयना करते हुए क्राइम सीन को फिर से रीक्रिएट किया तो ये बताया गया कि 13 अगस्त को जब उसकी मौत हुई थी तब उसने कमरे में 105 इंच की हाइट वाली खिड़की ग्रिल से फंदा लटकाया था. वहां तक पहुंचने के लिए वो बेड पर चढ़ी थी. उसके बेड की हाइट 19 इंच है. बहन की हाइट करीब 5 फुट 1 इंच.
अशफाक कहते हैं कि.... ऐसे में अगर बेड और बहन की हाइट को जोड़ लिया जाए तो 80 इंच ही पहुंचेगी. फिर भी वो 105 फुट ऊंचाई से फंदा कैसे लगा लिया. अगल कोई छोटा टेबल लेती तो भी फंदा लगाना मुश्किल था. वैसे भी उस कमरे से जांच के दौरान बेड और चुन्नी के अलावा कुछ नहीं मिला था. ना ही कोई जहर मिला था जिसका बिसरा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है. ऐसे में साफ है कि ये हत्या का केस है. जिसमें पहले गला घोंटा गया. मारने वाले को लगा कि कहीं इससे भी जिंदा ना बच जाए तो कीटनाशक दवा मुंह में डाल दिया था. ताकी फांसी से ना मरे तो जहर से मर जाए. क्योंकि ऐसा मुमकीन नहीं है कोई फांसी लगाने से पहले जहर खाए और फिर फांसी लगाए. या फिर पहले फांसी लगाए और फिर जहर खाए. क्योंकि ये संभव ही नहीं है.
अगर शबनम की हत्या हुई तो फिर मोटिव क्या था?
शबनम के भाई अशफाक कहते हैं कि ये पूरा केस मर्डर का है. असल में 13 अगस्त 2020 को जिस दिन शबनम की मौत हुई थी उस दिन वो दोपहर में बड़ी बेटी और चचेरी सास के साथ मार्केट में कपड़ा सिलवाने गई थी. उस समय शबनम ने अपने फोन को एक झोले में रखा था. वो झोला बेटी और चचेरी सास के हाथ में था. दुकान से लौटने के बाद पता चला कि वो फोन गायब है.
शबनम ने पूछा तो पता चला कि फोन कहीं गिर गया होगा. लेकिन उसे शक था कि चचेरी सास ने जानबूझकर फोन गायब किया होगा. क्योंकि जिस झोले में फोन रखा था वो फटा भी नहीं था. उसी बात को लेकर घर आने पर भी बहस हुई थी. फोन गायब होने के कुछ देर बाद दूसरे से मोबाइल लेकर शबनम ने अपने पति आजम से बात की थी. फोन पर बात करते हुए आजम ने आखिर में खुशी जताई थी और कहा था वेरी गुड.
अब आते हैं शबनम की मौत को लेकर हुई पुलिस की जांच पर. पुलिस पर तमाम सवाल उठाए जाने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा सवाल पूछे जाने पर 22 जून 2022 को जोधपुर ग्रामीण के एसपी कार्यालय से एक रिपोर्ट बनाई गई है. इस रिपोर्ट को राष्ट्रीय महिला आयोग में भेजा गया है. इस रिपोर्ट में पति और पत्नी के बीच एक दूसरी लड़की यानी पति के अफेयर की चर्चा है.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि शबनम की मौत से 12 दिन पहले यानी 1 अगस्त 2020 को पति और पत्नी में कहासुनी हुई थी. असल में मामला ये था कि आजम ने ऑनलाइन साड़ी मंगवाकर अपनी एक दोस्त को गिफ्ट की थी. अब इस बारे में पुलिस को दिए गए शबनम की बड़ी बेटी अलवीरा की बात से काफी कुछ साफ होता है. अलवीरा ने शुरुआती बयान में कहा था कि मेरे पापा का दूसरी औरतों से गलत संबंध थे. जोधपुर की रहने वाली एक लड़की को उन्होंने कुछ दिन पहले ही ऑनलाइन साड़ी मंगाकर दी थी.
इसी बात को लेकर पापा और मम्मी में काफी कहासुनी हुई थी. उसी दूसरी लड़की को लेकर दोनों में लड़ाई होती थी. मम्मी ने अपने फोन में पापा और दूसरी ल़ड़की की कुछ ऑडियो रिकॉर्डिंग भी की थी. जिसे वो सबूत की तरह मानती थी. इसे लेकर भी दोनों में लड़ाई होने लगी थी. इसके बाद 13 अगस्त को जब चचेरी दादी हमलोग के साथ कपड़े सिलवाने वाली दुकान गईं थी और फोन गायब हो गया तो मां शबनम को पूरा शक था कि उनके फोन को जानबूझकर गायब किया गया था. क्योंकि उसमें सबूत था.
अब इस बयान को आधार बनाते हुए शबनम के भाई अशफाक का दावा है कि उसी सबूत के रूप में पहले उसके फोन को गायब किया गया. इसके बाद शबनम ने घर आकर फोन को गायब करने के पीछे चचेरी सास को दोषी बताया तो घरवाले नाराज हो गए होंगे. इसके बाद गुस्से में उसका गला दबाया गया. जिससे बेहोश हो गई. लेकिन शबनम इससे मरी या नहीं, इसे पुख्ता करने के लिए उसे जबरन मुंह में जहरीला कीटनाशक डाला गया होगा और उसके बाद उसे फंदे पर लटकाया होगा. इसी वजह से मौके से कोई जहरीला पदार्थ नहीं मिला था. वरना अगर शबनम खुद आत्महत्या करती और जहर भी खाती तो उसके कमरे से कीटनाशक जरूर मिलता. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कमरे से सिर्फ उसकी चुन्नी मिली थी जिससे उसके फांसी लगाने का दावा किया गया था.
शबनम को जरूर इंसाफ मिलेगा : ADSP
इस पूरे केस के बारे में अब नए जांच अधिकारी ADSP नेम सिंह रावत से क्राइम तक ने बात की तो उन्होंने कहा कि मैं पांचवां जांच अधिकारी हूं. कुछ समय पहले ही मुझे इस केस की जांच फिर से सौंपी गई है. कुछ दिनों बाद मौके पर जाकर फिर से पूरी घटना की पड़ताल करूंगा. बिसरा रिपोर्ट से लेकर पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को गंभीरता से देख रहा हूं. पहले कहां क्या चूक हुई. इसे तो मैं नहीं कह सकता. लेकिन इतना दावा करता हूं कि शबनम को इंसाफ मिलेगा. पूरे केस की मैं नए सिरे से जांच शुरू कर रहा हूं.
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