Vaishali Takkar: वैशाली ठक्कर की अधूरी शादी और ब्लैकमेल वाली 'मोहब्बत' से लेकर मौत की पूरी कहानी
Vaishali Takkar death Inside Story : TV Actress वैशाली ठक्कर की मौत की पूरी कहानी. एक अधूरी शादी, ब्लैकमेलिंग वाली मोहब्बत. राहुल (Rahul Nalvani) और उसकी पत्नी दिशा की गिरफ्तारी तक की पूरी स्टोरी.
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Actress Vaishali Takkar Suicide Full Story : टीवी एक्ट्रेस वैशाली ठक्कर की मौत की पूरी कहानी. वैसे इसे वैशाली की जिंदगी की अधूरी कहानी ही कहेंगे. क्योंकि शादी से ठीक 4 दिन पहले वैशाली का यूं ही अचानक चले जाना. दिल में एक दर्द लिए. उस दर्द को बिना किसी को बताए दुनिया को अलविदा कर देना. इसे अधूरी जिंदगी की पूरी कहानी ही कहेंगे. आइए जानते हैं वैशाली की जिंदगी, मौत, प्यार और अधूरी शादी की पूरी कहानी...
अधूरी पुरानी मोहब्बत, रूपहले पर्दे पर चमकती क़िस्मत, नए रिश्तों पर आई आफ़त, शादी में पुराने दोस्त की वजह से आने वाली रुकावट और फिर डिप्रेशन की दस्तक। कुल मिलाकर वैशाली की छोटी सी जिंदगी के रिश्तों की पूरी कहानी यही है। ये रिश्ता क्या कहलाता है इसे समझने के लिए वैशाली की ज़िंदगी से जुड़े हर रिश्ते को समझना होगा।
वैशाली ने खुदकुशी करने से पहले सुसाइड नोट में बेशक अपनी ज़िंदगी के आखिरी दो शब्द आई क्विट (I Quit) लिखा था। मगर इसी वैशाली की खुशियों का ये एक दूसरा दस्तावेज़ है। दस्तावेज वैशाली की शादी के रजिस्ट्रेशन का। जो उसने 20 सितंबर को इंदौर के कलेक्टर के दफ्तर में रजिस्टर्ड कराया था। इसी रजिस्ट्रेशन के बाद कलेक्टर ऑफिस ने वैशाली और मीतेश कुमार गौर की शादी के लिए उन्हें बीस अक्टूबर की तारीख दी थी। मीतेश कैलीफोर्निया में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। मगर इस तारीख से सिर्फ चार दिन पहले ही वैशाली ने इंदौर में ही अपने घर में पंखे से लटक कर खुदकुशी कर ली।
जिस घर में वैशाली ने खुदकुशी की उस घर से बस कुछ ही दूरी पर उस शख्स का घर था जिसने वैशाली की खुशियों में आग लगाई थी। नाम है राहुल नवलानी। उम्र करीब 33 साल। इंदौर में ही उसका प्लाइवुड का बिजनेस है। राहुल लैमिनेट्स के नाम से। राहुल के पिता का भी शंकर प्लाइवुड के नाम से होलसेल का बिजनेस है। राहुल के पिता और वैशाली के पिता बहुत पराने दोस्त हैं। इसी वजह से दोनों परिवार का एक-दूसरे के घर भी आना-जाना था। दोनों परिवार रहते भी एक ही इलाके में थे। इसी आने-जाने के दौरान राहुल और वैशाली की दोस्ती हो गई।
इंदौर में पढ़ाई फिर मुंबई में किस्मत आजमाने और कोरोना से लड़ने की कहानी
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vaishali Takkar Story : वैशाली ने इंदौर के ईएमआरसी से पढ़ाई की और फिर एक्टिंग की दुनिया में किस्मत आज़माने करीब सात साल पहले मुंबई पहुंच गई। मुंबई में वैशाली का काम ठीकठाक चल रहा था। ससुराल सिमर का, ये है आशिक़ी, सुपर सिस्टर्स, विष या अमृत जैसे सीरियल में काम कर वैशाली अपनी एक जगह बना रही थी। पापुलर सीरियल ये रिश्ता क्या कहलाता है ने वैशाली को और शोहरत बख्शी। सब कुछ ठीक चल रहा था। मगर तभी 2020 में कोरोना आ गया। पूरी दुनिया को परेशान करने वाले कोरोना ने वैशाली की भी ज़िंदगी बदलनी शुरू कर दी। कोरोना से पहल वैशाली का आखिरी टीवी शो रक्षाबंधन था। कोरोना की वजह से शहर के साथ-साथ काम भी बंद हो चुका था। लिहाज़ा, वैशाली मार्च 2020 में मुंबई से इंदौर आ गई।
इधर, इंदौर में राहुल की शादी हो चुकी थी। दिशा से। दोनों के दो बच्चे भी थे। इंदौर आने के बाद वैशाली थोड़ी अपसेट थी। काम ता यूं छूटना भी उसे दर्द दे रहा था। इसी बीच वैशाली की मां ने एक मेट्रिमोनियल साइट पर वैशाली की प्रोफाइल डाल दी। इसी प्रोफाइल को देख कर केन्या में नौकरी वाले डाक्टर अभिनंदन ने वैशाली से बातचीत शुरू की। बातचीत के दौरान ही दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया। डाक्टर अभिनंदन भारत आए और वैशाली और उसके घर वालों से मिले। दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। मगर कोरोना के चलते शादी नहीं हो पा रही थी। इसीलिए दोनों ने सगाई कर ली। और बस इसी सगाई के बाद वैशाली की ज़िंदगी में भूचाल आ गया।
राहुल कुछ सीक्रेट तस्वीरों के जरिए करता था ब्लैकमेल
डॉक्टर अभिनंदन के साथ सगाई की बात जैसे ही राहुल को पता चली उसने वैशाली को धमकाना शुरू कर दिया कि वो उसकी शादी किसी और से नहीं होने देगा। उसका घर कभी बसने नहीं देगा। इस धमकी के बाद राहुल ने अब डाक्टर अभिनंदन को वैशाली की कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें और मैसेज भेजने शुरू कर दिए। इसी के बाद डाक्टर अभिनंदन और वैशाली की सगाई टूट गई। वैशाली का ये पहला ज़ख्म था।
इधर कोरोना के चलते वैशाली का काम भी लगभग बंद होता जा रहा था। नए सीरियल में काम नहीं मिल रहा था। उधऱ राहुल लगातार उसके पीछे पड़ा था। इस बारे में वैशाली ने राहुल की बीवी दिशा से भी कई बार बात की। मगर दिशा भी अपना घर बचाने के चक्कर में राहुल के साथ ही खड़ी थी। दिशा की इन परेशानियों को देखते हुए घरवालों ने वैशाली के लिए फिर से रिश्ता देखना शुरू किया। इसी सिलसिले में अहमदाबाद के रहमने वाले मीतेश कुमार गौर से रिश्ते की बात चली और रिश्ता पक्का भी हो गया। मीतेश अमेरिका के कैलीफोर्निया स्टेट में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम करते हैं। शादी के बाद वैशाली को भी अमेरिका शिफ्ट होना था।
दोनों परिवार की सहमति से शादी कोर्ट में होनी तय हुई। ताकि अमेरिकी वीजा मिलने में भी आसानी हो। बीस सितंबर को वैशाली और मीतेश ने बाकायदा इंदौर के कलेक्ट्रेट आफिर में शादी का फॉर्म जमा किया। जिसके बाद उन्हें शादी के लिए 20 अक्टूबर को बुलाया गया था। इसी दिन शादी होनी थी। इस शादी की तैयारी के सिलसिले में वैशाली को मुंबई जाना था। शॉपिंग के लिए। इतना ही नहीं मीतेश औऱ उनका परिवार भी 16 सितंबर को अहमदाबाद से इंदौर आने वाला था।
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मगर एक बार फिर से वैशाली की खुशियों और रिश्तों में आग लगाने के लिए राहुल सामने आ गया। बीस अक्टूबर की शादी की बात राहुल को पता चल चुकी थी। राहुल ने मीतेश के बारे में भी पता लगा लिया था। अब वो दोबारा ठीक वैसा ही करने जा रहा था जैसा उसने डाक्टर अभिनंदन के साथ किया था। रिश्ता तुड़वाने के लिए वो मीतेश को भी वैशाली की कुछ तस्वीरें और मैसेज भेजने वाला था। वैशाली को ये धमकी वो दे चुका था।
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काम की वजह से वैशाली पहले से ही परेशान थी। एक रिश्ता पहले ही टूट चुका था। दोबारा फिर वही सारी चीजें उसे सामने नज़र आने लगीं। बस उसने गलती ये की कि ये बातें घर वालों को बताई ही नहीं। इसी के बाद 15 और 16 अक्टूबर की रात उसने आठ पन्नों का यो नोट लिखा और फिर पंखे से झूल गई।
हमेशा मां से कहती थी, मर गई तो मेरी आंखें किसी को दान कर देना
वैशाली के इस आखिरी खत ने ही पुलिस को राहुल और उसकी बीवी दिशा का पता दिया। मगर वो दोनों तो वैशाली की मौत की खबर सुनते ही घर छोड़ कर भाग चुके थे। पुलिस ने दोनों को पकड़ने के लिए लुक आउ नोटिस जारी किया. इस अंदेशा से कि कहीं वो दोनों विदेश ना भाग जाएं। साथ ही दोनों की गिरफ्तारी पर पांच-पांच हजार रुपये के इनाम का भी एलान कर दिया. और फिर 19 अक्टूबर की शाम को आखिरकार दोनों राहुल नवलानी और उसकी पत्नी दिशा को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया.
वैशाली को बचपन से ही अपनी आंखें बेहद पसंद थीं। वो हमेशा अपनी मां से कहा करती थी कि अगर उसकी मौत हो जाए तो उसकी आंखें किसी को दे देना। घर वालों ने उसकी ये ख्वाहिश पूरी कर दी। वैशाली के अंतिम संस्कार से पहले उसकी आंखें जिला स्वास्थ अधिकारी को सौंप दी गई। अब बस वैशाली की आखिरी ख्वाहिश बची है जो उसने अपने आखिरी खत में लिखा है कि जब तक राहुल और दिशा को सज़ा नहीं मिलेगी उसकी आत्मा को चैन नहीं मिलेगा।
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