BJP नेता किरीट सोमैया ने 57 करोड़ के फर्जीवाड़े पर कहा, कभी 57 पैसे तक का गबन नहीं किया

ADVERTISEMENT

BJP नेता किरीट सोमैया ने 57 करोड़ के फर्जीवाड़े पर कहा, कभी 57 पैसे तक का गबन नहीं किया
social share
google news

BJP leader Kirit Somaiya cheating case : महाराष्ट्र में बीजेपी नेता किरीट सोमैया पर 57 करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगा है. इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई (EOW) ने मामला दर्ज कर कई घंटे तक बीजेपी नेता का बयान भी दर्ज किया. 18 अप्रैल के बाद 19 अप्रैल को भी आरोपों के घेरे में आए नेता ने धोखाधड़ी के केस में बयान दर्ज कराया. इसके बाद मीडिया से बात की.

मीडिया से भाजपा नेता किरीट सोमैया ने विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत के संरक्षण के नाम पर 57 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा करने के शिवसेना सांसद संजय राउत के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कभी ’57 पैसे’ तक का गबन नहीं किया है.

पूर्व सांसद दक्षिण मुंबई में आर्थिक अपराध इकाई (ईओडब्ल्यू) के दफ्तर के बाहर पत्रकारों से मुखातिब थे जहां वह लगातार दूसरे दिन धोखाधड़ी मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए सुबह 11 बजे पहुंचे थे। सोमैया ने कहा...

ADVERTISEMENT

“ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना नेता संजय राउत के जरिए सेवा से बाहर हो चुके नौसेना पोत विक्रांत के संरक्षण के नाम पर 57 करोड़ रुपये का गबन करने का मुझपर आरोप लगाया है। मैंने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में 57 पैसे तक का गबन या अवैध तौर पर दुरुपयोग नहीं किया है, लेकिन अब मुझपर शिवसेना झूठा आरोप लगा रही है।”

ईओडल्ब्यू के अधिकारियों ने आईएनएस विक्रांत कोष गबन मामले में सोमैया से सोमवार को तीन घंटे तक पूछताछ की थी। जांच के बारे में बात करते हुए सोमैया ने कहा, “ मैंने ‘सेव विक्रांत’ पहल के तहत जमा किए गए कोष से जुड़ी जानकारी संबंधित अधिकारी को दे दी है। जानकारी पहले ही सार्वजनिक है लेकिन जांच के हिस्से के तौर पर, मैंने इसे उनके सामने पेश किया।”

एक पूर्व सैनिक की शिकायत पर, ट्रॉम्बे पुलिस ने आईएनएस विक्रांत को कबाड़ में जाने से बचाने और उसे संग्रहालय में बदलने के लिए क्राउडफंडिंग (लोगों से पैसा जमा करना) के माध्यम से एकत्र किए गए लगभग 57 करोड़ रुपये कथित रूप से गबन करने के लिए सात अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज की थी।

ADVERTISEMENT

बंबई उच्च न्यायालय ने 13 अप्रैल को किरीट सोमैया को गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण दे दिया था और उनसे 18 अप्रैल से चार दिन तक सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे के बीच मामले में जांच अधिकारी को रिपोर्ट करने को कहा था।

ADVERTISEMENT

सोमैया ने कहा, “अदालत में सुनवाई के दौरान सामने आया वास्तविक सवाल यह है कि संजय राउत किस आधार पर 57 करोड़ रुपये के आंकड़े तक पहुंचे हैं। उनके पास 57 करोड़ रुपये का आंकड़ा देने के लिए कौन सी सूचना है? उन्हें अदालत के सामने यह बताना होगा।”

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜