विनोद कांबली को पुलिस ने इस वजह से किया था गिरफ़्तार, थाने से ही मिल गई पूर्व क्रिकेटर को रिहाई

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सोसाइटी के गेट पर ठोंकी कार

MUMBAI CRIME:क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बाल सखा और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी विनोद कांबली को रविवार को पुलिस ने गिरफ़्तार किया था हालांकि बाद में थाने से ही विनोद कांबली को थाने से ही रिहाई भी मिल गई।

असल में मामला ऐसा है कि रविवार की दोपहर विनोद कांबली ने मुंबई में अपनी सोसाइटी के गेट पर अपनी कार से टक्कर मार दी। इसी मामले में विनोद कांबली को गिरफ़्तार करके पुलिस थाने में ले गई थी लेकिन कुछ देर बाद उसे थाने में पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद विनोद कांबली गेट पर मौजूद चौकीदार और सोसाइटी के कुछ पदाधिकारियों के साथ अच्छी ख़ासी बहस भी हुई थी। कुछ लोगों का आरोप है कि विनोद कांबली उस वक़्त अपने होश में नहीं थे।

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विवादों में रहना कांबली की आदत है

MUMBAI CRIME UPDATE:हालांकि विनोद कांबली का विवादों में रहने बड़ी आम बात है। महीन दो महीने में विनोद कंबली किसी न किसी वजह से सुर्खियों में आ ही जाते हैं। लेकिन इस बार उन पर दूसरों की जान को ख़तरे में डालने और किसी की निजी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने का आरोप लगा है।

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बांद्रा पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक़ विनोद कांबली पर IPC की धारा 279 यानी तेज़ ड्राइविंग, 336 यानी दूसरी की जान या व्यक्तिगत सुरक्षा को ख़तरे में डालना और 427 यानी किसी को निजी नुकसान पहुँचाने वाली धाराओं पर मामले दर्ज हुए। 50 साल के हो चुके विनोद कांबली जितना अपने क्रिकेट करियर में सुर्खियों में नहीं छा सके। क्रिकेट छोड़ने के बाद उससे कहीं ज़्यादा उनका नाम सुर्खियों में छप चुका है।

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विनोद कांबली पहले भी कई बार ऐसे विवादों में घिर चुके हैं जिनमें कोई नहीं रहना चाहता। साल 2015 में विनोद कांबली और उनकी पत्नी पर घर की नौकरानी ने ज़ुल्म करने का आरोप लगाया था। उस मामले में दोनों के ख़िलाफ़ थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। उस कांड से विनोद कांबली और उनकी पत्नी हैविट को तब छुटकारा मिला जब इन दोनों ने नौकरानी के ख़िलाफ़ ड्रग्स लेने का आरोप लगाकर उसे पुलिस के हवाले कर दिया था।

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