वो कौन थी, जिसका सात साल पहले शव मिला था!
Aligarh Crime News: जिस लड़की की हत्या में युवक सात साल जेल काट चुका है, अब पता चला है कि वो तो जिंदा थी। तो फिर जिसका शव मिला था , वो कौन थी ?
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Aligarh Crime News : जिस लड़की की हत्या में युवक सात साल जेल काट चुका है, अब पता चला है कि वो तो जिंदा थी। तो फिर जिसका शव मिला था , वो कौन थी ? ये चौंकाने वाला मामला सामने आया है अलीगढ़ से। यहां सात साल पहले मर चुकी किशोरी को पुलिस ने हाथरस से बरामद किया है। वहीं, विष्णु नाम का युवक पिछले 7 साल से इस युवती के अपहरण कर हत्या मामले में जेल में सजा काट रहा है।
ये कैसे हो गया ?
पुलिस के मुताबिक, मामला फरवरी 2015 का है। लड़की के परिवारवालों ने पुलिस में लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान कुछ दिनों बाद एक लड़की का शव आगरा से बरामद हुआ था। उस वक्त लड़की के पिता ने उसकी पहचान की। शक जाहिर किया था पड़ोसी पर। पुलिस ने पड़ोस के लड़के के खिलाफ अलीगढ़ में अपहरण और हत्या का मामला दर्ज किया गया था।
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पुलिस ने युवक पर पॉक्सो ऐक्ट भी लगाया था। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उस वक्त आरोपी की उम्र 20 साल थी। वो मजदूरी का काम करता था। तीन साल बाद उसे बेल मिल गई थी, लेकिन बाद में बेल शर्तों का पालन नहीं करने पर उसे दोबारा जेल भेज दिया गया था।
अब इस मामले में खुलासा हुआ है। जिस लड़की का शव मिलने का दावा किया जा रहा था, उसे पुलिस ने हाथरस से बरामद कर लिया है। कथित अपहरण और हत्या के समय लड़की की उम्र 14 साल थी। अब वो 21 साल की हो चुकी है।
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ऐसे पता चला कि लड़की जिंदा है ?
किडनैपिंग के आरोपी के परिवार ने हाल में पुलिस के पास जाकर दावा किया था कि लड़की जिंदा है और हाथरस में अपने परिवार के साथ रह रही है। इस जानकारी के आधार पर पुलिस की टीम हाथरस पहुंची थी और लड़की को अलीगढ़ लेकर आई। पुलिस ने बताया कि बयान दर्ज करने के बाद लड़की को अलीगढ़ के ही एक प्रोटेक्शन होम में भेज दिया गया है।
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अब यहां कई सवाल खड़े होते हैं
आरोपी के परिजनों को किसने बताया कि लड़की जिंदा है ?
क्या अब पुलिस झूठा मुकदमा दर्ज कराने के लिए लड़की पक्ष पर मुकदमा दर्ज करेगी ?
किस आधार पर लड़की के पिता ने 2015 में लड़की की पहचान की थी ?
जिस लड़की का शव मिला था, वो कौन थी ?
क्या ये सही है कि अगर पुलिस इस मामले में ढंग से जांच करती तो ये हालात पैदा नहीं होते ?
पुलिस ने किस बिना पर लड़के को 2015 में गिरफ्तार कर लिया था ?
क्या आरोपी के खिलाफ पुलिस ने झूठे सबूत इकट्ठे किए ?
अब पुलिस ने युवती के कोर्ट के समक्ष 164 के तहत बयान दर्ज कराए है। इसका साथ साथ लड़की का डीएनए भी कराया है। दूसरी तरफ सजा काट रहे युवक की मां और परिजनों ने न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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