रील पर ऐलान और फिर घर में क़त्लेआम, 9 महीने के भतीजे और 12 साल की भतीजी का गला काटने वाला 'शैतान चाचा'

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लक्ष्मण नाम के एक शख्स की बीवी शकुंतला और उसके दो बच्चे 12 साल की बेटी दिव्यांशी और 9 महीने का बेटा सूर्यप्रताप लहूलुहान हालत में पड़े थे। जिस्म पर चाकुओं के भयानक जख्म थे।

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Jaipur: ये कहानी मुहब्बत, गुस्से और नफरत में डूबी हुई है। चाचा भतीजी के प्यार और कत्ल की ये अजीब कहानी है। इस कहानी की शुरुआत 5 मई को हुई। जयपुर के लक्ष्मी नगर में एक मकान से चीख पुकार का शोर उठा। लोगों ने घर में जाकर देखा तो घर में दो बच्चे और एक महिला खून से लथपथ पड़े थे। रिहायशी इलाके में तीन-तीन क़त्ल ने लोगों को दहला दिया। पुलिस अफसरों की सांस फूलने लगी। झोटवाड़ा थाने की एक पुलिस टीम मौका ए वारदात पर पहुंच गई। कॉलोनी के एक मकान में मौत का खौफनाक मंजर तारी था।

तीन-तीन मौत की दर्दनाक कहानी 

यहां रहने वाले लक्ष्मण नाम के एक शख्स की बीवी शकुंतला और उसके दो बच्चे 12 साल की बेटी दिव्यांशी और 9 महीने का बेटा सूर्यप्रताप लहूलुहान हालत में पड़े थे। जिस्म पर चाकुओं के भयानक जख्म थे। पूरा मकान खून से लबरेज था। मौके पर ही शकुंतला का पति यानी इन बच्चों का पिता लक्ष्मण भी मौजूद था। वो इस बात से बेखबर था कि उसके घर में खून का खेल किसने खेला है। वो बस ज़ारो-क़तार रोता जा रहा था। पुलिस और इलाके के लोगों ने तीनों को जयपुर के ही एसएमएस अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया। बच्चों की मां शकुंतला की हालत नाजुक बनी हुई थी। 

चाचा का भतीजी-भतीजे से प्यार 

पुलिस की शुरुआती जांच में इस बात का खुलासा हो गया किया ये कत्लेआम करने वाला कोई और नहीं बल्कि इन बच्चों का चाचा और लक्ष्मण का छोटा भाई रघुवीर था। वो बाइक लेकर यहां आया था। पहले उसकी अपनी भाभी से शकुंतला से लड़ाई हुई और फिर गुस्से में आकर रघुवीर ने अपनी भाभी और उसके बच्चों पर चाकू से हमला कर दिया। पहले उसने शकुंतला को बुरी तरह जख्मी किया और फिर मासूम दिव्यांशी का गला काट दिया। इस दरिंदे चाचा ने 9 महीने के मासूम सूर्य प्रताप को भी नहीं बख्शा। चाकू से ही उसकी भी जान ले ली। क़त्ल के बाद रघुवीर मौके से फरार हो गया।

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चाचा पर ही लगा कत्ल का इल्जाम

पुलिस रघुवीर की तलाश में जुटी थी कि इससे पहले ही इस मामले में एक और बड़ा ट्विस्ट आ गया। रघुवीर की लाश जयपुर के कनकपुरा रेलवे फाटक के पास रेलवे ट्रैक पर मिली। खबर मिलने पर पुलिस ने रेलवे ट्रैक के पास से उसकी लाश बरामद की। अब सबसे बड़ा सवाल यही था कि आखिर एक ऐसा शख्स जो अपने भतीजे-भतीजी से बेहद प्यार करता था, उसी ने अपने हाथों से उन मासूमों का क़त्ल क्यों कर डाला? इसके पीछे क्या वजह रही? तो पुलिस की तफ्तीश में वो कहानी भी सामने आई। जांच में पता चला कि रघुवीर अपने भाई के घर के पास वाली एक खाली ज़मीन को हथियाना चाहता था।

जा चुकी थी मासूम बच्चों की जान

दोनों भाईयों में इसी बात को लेकर विवाद था। बुधवार रात को जब रघुवीर अपने भाई लक्ष्मण के घर पहुंचा था तब लक्ष्मण तो घर पर नहीं था, लेकिन जमीन को लेकर उसकी अपनी भाभी शकुंतला से कहासुनी हो गई थी। इसके बाद उसने पहले शकुंतला पर चाकू से हमला किया और फिर एक-एक कर दोनों बच्चों की भी जान ले ली। कत्ल से पहले रघुवीर ने सोशल मीडिया पर एक रील अपलोड की। उसकी लास्ट रील को देख कर ये साफ है कि वो बुधवार की शाम मरने मारने का इरादा करके ही लक्ष्मीनगर अपने भाई के घर पहुंचा था।

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बाइक से फरार हो गया था रघुवीर

सोशल मीडिया पर रघुवीर ने जो लास्ट रील अपलोड की थी उसमें पहले उसने शाहरुख खान के कुछ क्लिप्स लगाए थे। शाहरुख की नकल करते हुए उसने कहा कि ये रात इस दुनिया में उसकी आखिरी रात है, इसके बाद वो हमेशा-हमेशा के लिए सबसे विदा लेकर दूर चला जाएगा। इस रील को देख कर किसी ने भी ये नहीं सोचा था कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है और ऐसी किसी भयानक वारदात को अंजाम दे सकता है। हैरानी की बात ये है कि बच्चों का चाचा रघुवीर अपने भतीजे-भतीजी के साथ भी रील बनाया करता था।

खाली ज़मीन को लेकर था विवाद

रघुवीर बच्चों से बेहद प्यार करता था। सोशल मीडिया पर मौजूद रील देखने से पता चलता है कि चाचा को अपने इन लाडलों से कितना प्यार था। बुधवार शाम को सोशल मीडिया पर ये रील डाली, तो किसी ने भी इसे सीरियसली नहीं लिया, क्योंकि लोगों को लगा कि अक्सर सोशल मीडिया पर रील अपलोड करने वाले रघुवीर की शायद ये कोई नई रील है। लेकिन इसके कुछ ही देर बाद रघुवीर और उसके इन प्यारे-प्यारे भतीजा-भतीजी की ज़िंदगी खून खून हो गई।

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