Umesh Pal News : उमेश पाल मर्डर केस में पुलिस और बदमाशों में एनकाउंटर, अतीक का करीबी मारा गया
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Umesh Pal Murder Encounter : उमेश पाल मर्डर को अंजाम देने वाले बदमाशों से प्रयागराज पुलिस की मुठभेड़ की खबर है.
Umesh Pal Murder Encounter : उमेश पाल मर्डर को अंजाम देने वाले बदमाशों से प्रयागराज पुलिस की मुठभेड़ की खबर है.
Umesh Pal Murder Encounter : उमेश पाल मर्डर को अंजाम देने वाले बदमाशों से प्रयागराज पुलिस की मुठभेड़ की खबर है. पुलिस और बदमाशों के बीच ये एनकाउंटर धूमनगंज इलाके के नेहरू पार्क में हो रही है. जिसमें एक संदिग्ध अरबाज को गोली लगी है. अरबाज बाहुबली नेता अतीक अहमद का खासमखास रहा है. अरबाज इस समय क्रेटा गाड़ी से भाग रहा था. उसी दौरान पुलिस को खबर मिल गई. जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी की तो उसने फायरिंग कर दी. घायल बदमाश को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी मौत की खबर है. बता दें कि शुक्रवार को उमेश पाल और उनके गनर की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस दौरान उमेश पाल की गाड़ी पर बम भी मारा गया था.
24 फरवरी को हुआ था सनसनीखेज मर्डर
प्रयागराज में 24 फरवरी शुक्रवार को दिनदहाड़े इस मुख्य गवाह उमेश पाल के घर में घुसकर गोली मारी गई. इस दौरान बदमाशों ने कई राउंड फायरिंग की. वहां पर बम से भी हमला किया गया. यानी किसी भी कीमत पर इस मुख्य गवाह को जिंदा नहीं छोड़ना चाहते थे. इसी हमले की आशंका को देखते हुए उमेश पाल की सुरक्षा में 3 गनर भी तैनात थे. घटना के समय उनकी मौजूदगी में हमला किया गया. हमले में दो गनर भी घायल हुए हैं और एक गनर की मौत हो गई. घायल गनरों को प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हमलावरों के बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
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25 जनवरी 2005 को हुआ था राजू पाल का मर्डर
बता दें कि इलाहाबाद वेस्ट के बसपा विधायक रह चुके राजू पाल की सनसनीखेज तरीके से साल 2005 में 25 जनवरी को गोली मारकर हत्या की गई थी. राजू पाल मर्डर केस में पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके छोटे भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ और अन्य कई लोगों के खिलाफ एफआईआर है. इस पूरी घटना का सबसे बड़ा चश्मदीद उमेश पाल ही था. उमेश पूर्व विधायक राजू पाल की पत्नी पूजा पाल के सगी बुआ का बेटा था जिनकी अब हत्या कर दी गई. काफी पहले से ही मुख्य गवाह की जान को खतरा माना जाता था. इसलिए 3 गनर मिले थे. लेकिन बदमाश इतने बेखौफ थे कि गनर की मौजूदगी में हमला कर उमेश को मौत के घाट उतार दिया.
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17 साल पुरानी है राजू और अतीक अहमद की दुश्मनी
कहते हैं कि राजू पाल और अतीक की 17 साल पुरानी दुश्मनी है. एक बार तो मुख्य गवाह उमेश का अपहरण भी हो गया था. लेकिन बाद में छोड़ दिया गया था. उसी समय से राजू की पत्नी बार-बार उमेश की जान को खतरा बताती थीं. आज वही खतरा यकीन में बदल गया और यूपी में बेखौफ बदमाशों ने मुख्य गवाह और एक गनर की हत्या कर डाली.
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