जेल से लॉरेंस बिश्नोई की सात समंदर पार खूनी साजिश, एक घंटे के फासले से बच गया बंबीहा गैंग का चीफ लकी पटियाल, शूटर का खौफनाक खुलासा
Gangster: बंबीहा गैंग के चीफ लकी पटियाल को मारने के लिए लॉरेंस बिश्नोई ने सचिन थापन को भारत से फर्जी पास्पोर्ट से आर्मेनिया भेजा था, बाल बाल बचा लकी पटियाल।
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दिल्ली से अरविंद ओझा की रिपोर्ट
World News: सिद्धू मुसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड में से सचिन थापन को दिल्ली पुलिस ने इंटरपोल की मदद से साल 2022 के आखरी महीने में अजर बैजान से पकड़ा था. जांच एजेंसियों के मुताबिक लारेंस बिश्नोई लकी पटियाल को मारकर पूरे नॉर्थ इंडिया के क्राइम सिंडीकेट पर कब्जा करना चाहता है. बताया जा रहा है कि अगर लारेंस अपनी इस साजिश में शामिल हो जाता तो वह क्राइम की दुनिया का बादशाह बन जाता.
सिद्धू कर रहा था बंबिहा गैंग को स्पोर्ट
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जानकारी के मुताबिक, बिश्नोई गैंग के सामने उसका मुकाबला करने के लिए बांबिहा गैंग खड़ा है, वैसे तो बांबिहा के चीफ गैंगस्टर देवेंद्र बांबिगा पंजाब पुलिस के साथ एनकाउंटर में मारा गया था. लेकिन उस गैंग को अब गैंगस्टर लकी पटियाल संभाल रहा है. लकी की और उसकी गैंग के दुशमन लारेंस बिश्नोई से है. दोनों गैंग के बीच न सिर्फ पंजाब बल्कि विदेशी धरती पर भी खूनी खेल लगातार चल रहा है. सिद्धू की हत्या के मास्टरमाइंड सचिन थापन और बिश्नोई बेहद ही करीबी है. सचिन थापन ने दिल्ली पुलिस को बताया कि जेल में बंद लारेंस ने उसे टास्क दिया था की वो आर्मेनिया जाए और लकी पटियाल को वहीं पर खत्म कर दे क्योंकि बिश्नोई का और उसकी गैंग का मानना था कि सिद्धू बंबिहा गैंग को स्पोर्ट कर रहा था. जिसकी वजह से उन्होंने सबसे पहले सिद्धू की हत्या कर दी.
सचिन ने किए सिद्धू को मारने के लिए हथियार का इंतजाम
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प्लान के तहत सबसे पहले सचिन थापन सिद्धू की हत्या के लिए हथियार, शूटर सब कुछ अरेंज करता है और फिर हत्या के ठीक पहले दिल्ली से तिलक राज टोटेजा नाम का एक फर्जी पासपोर्ट बनवा कर दुबई भाग जाता है. दुबई में सचिन थापन को लकी पटियाल का टास्क मिलता है जिसके बाद सचिन थापन दुबई से अजरबैजान पहुंचता है, अजरबैजान में पहले से राजस्थान का डॉन और भारत की एजेंसी का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर रोहित गोदारा मौजूद रहता है, सचिन और रोहित गोदारा अजरबैजान में बैठ कर आर्मेनिया में लकी पटियाल को कैसे मारना है उसकी प्लानिंग करते है. बता दें की अजरबैजान के जिस इलाके से सचिन को पकड़ा गया था वहां से आर्मेनिया की दूरी महज 200 किलोमीटर की है.
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सचिन को स्पेशल सेल टीम भारत लेकर आई
प्लान सब कुछ सटीक चल रहा था. लेकिन जांच एजेंसियों ने इंटरनेट प्रोटोकॉल विवरण रिकॉर्ड के लंबे विश्लेषण के बाद सचिन की एप्पल आईडी की पहचान की और उसकी सिग्नल आईडी को ट्रैक किया फिर इंटरपोल की मदद से उसे हिरासत में लिया गया. साल 2023 में सचिन को स्पेशल सेल की टीम भारत लेकर आई. अगर लकी पटियाल की हत्या को अंजाम तक पहुंचाया जाता तो लारेंस बिश्नोई नॉर्थ इंडिया का सबसे बड़ा डॉन बन जाता क्योंकि फिलहाल लोरेंस बिश्नोई और उसके गैंग को चुनौती देने वाला बंबिहा गैंग के अलावा कोई दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है.
Note : ये खबर क्राइम तक में internship कर रही निधी शर्मा ने लिखी हैं.
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