महीने भर तक देखी 'दृश्यम’, फिर बीवी के शौहर और आशिक ने मिल कर किया कत्ल, ऐसे खुली Murder Mystery

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महीने भर तक देखी 'दृश्यम’, फिर बीवी के शौहर और आशिक ने मिल कर किया कत्ल, ऐसे खुली Murder Mystery
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न्यूज़ हाइलाइट्स

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पति को चरित्र पर शक हुआ तो ले लिया तलाक

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महंगे गिफ्ट ने बना दिया लिव इन पार्टनर को कर्जदार

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पैसों की तंगी से छुटकारा पाने का खौफनाक रास्ता

Chhattisgarh Crime: अजय देवगन की दृश्यम (Drishyam) फिल्म कातिलों को ये यकीन तो दिला देती है कि वो भी पुलिस और कानून के गच्चा दे सकते हैं। फिल्म की ये कहानी उन लोगों को ऐसा यकीन दिलाने में जरूर कामयाब हो जाती है कि उन्हें अपने गुनाह छुपाने में कामयाबी मिल जाएगी जैसा फिल्म में अजय देवगन का किरदार कर लेता है। लेकिन कोई भी गुनहगार ये बात हर बार भूल जाता है कि रील लाइफ और रियल लाइफ में जमीन आसमान का फर्क है। इसके अलावा ये बात भी जुर्म करने वाले को तभी पता चलती है कि गुनहगार कितना भी शातिर क्यों न हो, पुलिस से कोई नहीं बच सकता। असल में दृश्यम फिल्म का जिक्र यहां इसलिए क्योंकि छत्तीसगढ़ में एक कत्ल का किस्सा खुला तो उसके पीछे यही फिल्म निकलकर सामने आई। 

कोर्ट में गवाही के लिए गई फिर नहीं लौटी

असल में हुआ ये कि छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के कल्याणपुर गांव के रहने वाले रामखिलावन साहू ने 22 जुलाई को लोहारा थाने में जाकर एक रिपोर्ट लिखाई। रिपोर्ट के मुताबिक उनकी बेटी 18 जुलाई को कवार्धा कोर्ट में गवाही के लिए गई थी और अभी तक वापस नहीं लौटी। उस रिपोर्ट के मुताबिक उसकी बेटी ग्वालिन के दो बच्चे भी है मगर उसने अपने पति से तलाक ले लिया है। अब वो अपने बच्चों के साथ कल्याणपुर में ही रह रही थी। उसी रिपोर्ट में राम खिलावन ने ये भी लिखवा दिया था कि ग्वालिन ने अपने बच्चों के भरण पोषण के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल की थी साथ ही उसका पति बच्चों की परवरिश के लिए 4500 रुपये महीने दिया करता था। 

पुलिस को मिली शिकायत और मिले सवाल

पुलिस के लिए इतनी इत्तेला नाकाफी थी इस बात का पता लगाने के लिए कि आखिर ग्वालिन के साथ असल में क्या हुआ। क्या वो किसी हादसे का शिकार हो गई? या वो बच्चों को छोड़कर कहीं किसी के साथ चली गई? या फिर उसको कोई अगवा करके ले गया? पुलिस अपने सवालों के साथ ग्वालिन की तलाश में निकली। लेकिन तलाश में निकलने से पहले पुलिस ने कल्याणपुर में जाकर ग्वालिन के बारे में पता लगाना ज्यादा मुनासिब समझा।

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गांववालों से मिला बड़ा सुराग

गांव से पुलिस को पता चला कि ग्वालिन का पति लुकेश साहू के साथ तलाक हो चुका है। लेकिन तलाक की वजह सुनकर पुलिस भी चौंक गई क्योंकि ये तलाक ग्वालिन के किरदार की वजह से हुआ था। ग्वालिन के पति लुकेश साहू को शक था कि उसकी पत्नी के किसी और मर्द के साथ नाजायज ताल्लुकात हैं। लिहाजा ग्वालिन की बेवफाई की वजह से लुकेश ने तीन साल पहले ही उसे छोड़ दिया था। पति से अलग होने के बाद से ही ग्वालिन कल्याणपुर आकर रहने लगी थी। 

पुलिस को दिखा कहानी में ट्विस्ट

कल्याणपुर में ग्वालिन की मुलाकात राजराम से हो गई। दोनों एक दूसरे को पसंद करते थे और करीब करीब साथ ही रहते थे। पुलिस को ये बात जब पता चली तो उसे कहानी में ट्विस्ट नजर आया। तब पुलिस ने इस मामले में और गहराई से पड़ताल शुरू की, क्योंकि पुलिस को यहीं कहीं पूरी वारदात की जड़ महसूस होने लगी थी। इसी बीच पुलिस को पता चला कि ग्वालिन लालची किस्म की थी और पति से पैसे लेने के अलावा वो राजाराम से भी महंगे गिफ्ट और मोबाइल टैब वगैराह भी लेती रहती थी। इतना जान लेने के बाद पुलिस ने अब ग्वालिन के पति लुकेश साहू की तलाश की। पुलिस को पता चला कि लुकेश साहू पर काफी कर्ज हो चुका है। क्योंकि वो अपनी एक्स बीवी को पैसे देने के चक्कर में कर्जदार हो गया था। 

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पुलिस को 'कर्ज' की बात में दिखा सुराग

इधर पुलिस को ये पता चला कि राजाराम के सिर पर भी अच्छा खासा कर्ज चढ़ चुका है। राजाराम भी अपनी जेब खोलकर ग्वालिन की फरमाइशें पूरी किया करता था लेकिन कमाई ज्यादा नहीं थी लिहाजा उस पर करीब 1.50 लाख से ज्यादा का उधार चढ़ चुका था। इधर लुकेश ने मन ही मन ग्वालिन से छुटकारा पाने का इरादा किया तो उधर राजाराम भी लुकेश की ही तरह ग्वालिन से पिंड छुड़ाने की बात सोचने लगा। तब पुलिस ने इन दोनों को ही हिरासत में लेकर अलग अलग तरह से पूरी कहानी सुननी शुरू की। जैसे ही पुलिस ने दोनों से किस्सा सुना तो पुलिस की बांछें खिल गई क्योंकि जो सच सामने आया उसके बारे में तो खुद पुलिस भी नहीं सोच पा रही थी।

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दोनों का मकसद एक ही निकला

असल में ग्वालिन का पूर्व पति लुकेश साहू और ग्वालिन का प्रेमी राजाराम एक दूसरे को भी अच्छी तरह से जानते थे। जिस दौर में दोनों ग्वालिन से छुटकारा पाने का मन बना रहे थे तभी उनकी दोनों की मुलाकात हो गई। बातों ही बातों ने दोनों को एक दूसरे की परेशानी का पता चला और ये भी पता चला कि दोनों की परेशानी की जड़ एक ही है ग्वालिन। तब दोनों ने मिलकर अपनी एक परेशानी को एक साथ दूर करने का इरादा किया।

महीने भर तक देखी 'दृश्यम' फिल्म

इसी बीच दोनों ने एक रोज दृश्यम फिल्म देखी। ये फिल्म दोनों को पसंद आ गई। इसके बाद दोनों ने करीब एक महीने के दौरान कई बार इस फिल्म को देखा और फिल्मी कहानी की तरह कत्ल के बाद लाश को ठिकाने लगाने के तौर तरीकों के कुछ इस तरह से समझने की कोशिश की ताकि वो लोग पुलिस को अपनी बातों से गच्चा दे सकें। इसी बीच लुकेश को ये पता चला कि 18 जुलाई को ग्वालिन कवर्धा कोर्ट में जाने वाली है।

रुपयों के लालच में मिलने आई

तब राजाराम के साथ उसने ग्वालिन को जंगल में एक तय जगह पर बुलाने का इरादा किया। लालच ये दिया कि वहां राजाराम उसे कुछ रुपये देगा। 19 जुलाई को ग्वालिन अपनी स्कूटी से उनकी बताई हुई जगह पर इस भरोसे से पहुंच गई कि राजाराम से पैसे लेकर वापस गांव चली जाएगी। जंगल में जिस समय ग्वालिन और राजाराम बैठे बात कर रहे थे तभी वहां लुकेश भी पहुँच गया। तीनों के बीच बहस शुरू हो गई। तब लुकेश और राजाराम ने मिलकर ग्वालिन की साड़ी से ही उसका गला घोंट दिया। 

फिल्म की ट्रिक से छुपाए सबूत

हत्या की तैयारी पहले से ही कर ली थी लिहाजा लुकेश अपने साथ गैंती फावड़ा भी लेकर पहुँचा था। हत्या के बाद दोनों ने वहीं जंगल में ग्वालिन की लाश को दफ्ना दिया और उसके तमाम सामान को उसने जंगल में ही इधर उधर छुपा दिए। फिल्म की ट्रिक अपनाते हुए पर ग्वालिन का मोबाइल राजाराम ने कर्रानाला बैराज में फेंक दिया और स्कूटी को भी उसी घाटी में छुपा दी। इसके बाद लुकेश जो गैंती फावड़ा लेकर गया था उसे सरकारी स्कूल के पास एक नाले में फेंक दिया। 

23 दिन के बाद पुलिस ने लाश बरामद की

पुलिस ने दोनों के मुंह से जब कत्ल की ये पूरी साजिश सुनी तो खुद भी चौंक गई। लेकिन करीब 23 दिन के बाद पुलिस ने ग्वालिन की लाश उसी जगह से वापस बरामद कर ली जहां दोनों ने उसे दफनाया था। पुलिस ने लुकेश और राजाराम की निशानदेही पर ही उसकी स्कूटी और बाकी सामान भी बरामद कर लिया। 

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