'वापस कभी कश्मीर नहीं आएंगे', आतंकी हमलों से डरे प्रवासी मजदूर
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में दो प्रवासी मजदूरों की कश्मीर में हत्या के बाद, प्रवासी मजदूर पलायन करने को मजबूर, रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में भीड़ उमड़ी, Get more crime news today on Crime Tak.
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सुनील जी भट्ट के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में प्रवासी मजदूर पलायन करने को मजबूर है। उन्हें आतंकियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। रविवार को बिहार के दो प्रवासी मजदूरों की कश्मीर में हत्या के बाद रेलवे स्टेशनों का नजारा बदल गया है। जम्मू रेलवे स्टेशन पर भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों की भीड़ देखने को मिली, जो अपने घर लौटना चाहती है। जम्मू रेलवे स्टेशन के फुटपाथ पर भारी संख्या में लोग बैठे हैं, सब अपने-अपने घर जाने वाली ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं।
'वापस कश्मीर नहीं जाएंगे'
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अपने हालात बयां करते हुए कुछ मजदूरों की आंखें भी भर आईं। भूख की वजह से वहां मजदूरों के बच्चे रोते-बिलखते दिखे। आजतक से बात करते हुए मजदूरों ने कहा, 'हम लोग कभी वापस घाटी (कश्मीर) में नहीं जाएंगे क्योंकि वहां आतंकी धमकी दे रहे हैं और चुनकर हमले कर रहे हैं।' प्रवासी कामगारों ने कहा है कि उनको जान का खतरा है। मजदूरों का कहना है स्थिति ऐसी है कि उनके पास कोई जमापूंजी भी नहीं है। कुछ ने आरोप लगाया कि जिस ईंट के भट्टे में वे लोग काम करते थे वहां के मालिक ने उनका बकाया पैसे भी नहीं दिए और उसके बिना ही वे लोग घर लौटने को मजबूर हैं क्योंकि बात यहां जान पर बन आई है।
गैर-कश्मीरियों को निशाना बना रहे आतंकी पर क्यों ?
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जम्मू-कश्मीर में आतंकी गैर-कश्मीरियों को निशाना बना रहे हैं, इससे लोग डर गए हैं। रविवार को दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों ने दो बिहार के रहने वाले मजदूरों की हत्या कर दी। मृतकों की पहचान बिहार के निवासी राजा और जोगिंदर के रूप में हुई है। शनिवार को भी आतंकियों ने पुलवामा और श्रीनगर में दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। श्रीनगर में बिहार के बांका जिले के रहने वाले अरविंद कुमार साह (30) को निशाना बनाया गया था। वहीं, पुलवामा में यूपी निवासी सगीर अहमद की हत्या की गई थी। 56 साल के सागीर यूपी में सहारनपुर के रहने वाले थे।
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