कौन है निज्जर, जिसको लेकर भारत और कनाडा आमने-सामने आ गए है?
Who is Nijjar ? भारत सरकार की शीर्ष 40 आतंकियों की सूची में हरदीप सिंह निज्जर का नाम भी था। वो 2017 में फर्जी दस्तावेजों के जरिए कनाडा पहुंचा था।
ADVERTISEMENT
Who is Nijjar ? भारत सरकार की शीर्ष 40 आतंकियों की सूची में हरदीप सिंह निज्जर का नाम भी था। वो 2017 में फर्जी दस्तावेजों के जरिए कनाडा पहुंचा था।
पाकिस्तान भी गया था निज्जर
जांच एजेंसियों ने बताया कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर करीब 10 साल पहले पाकिस्तान भी गया था। इस यात्रा का खर्च आईएसआई ने उठाया था। पाकिस्तान में वो खालिस्तानी आतंकी जगतार सिंह तारा से भी मिला था। निज्जर ने दिसंबर 2015 में ब्रिटिश कोलंबिया के मिसजेन हिल्स में खालिस्तानी आतंकियों के लिए प्रशिक्षण शिविर भी लगाया था। कैंप में उसने खालिस्तान समर्थक आतंकियों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण भी दिया था।
कैसे प्लंबर से बना आतंकी ?
ADVERTISEMENT
हरदीप सिंह निज्जर ने कनाडा में प्लंबर का काम किया था, लेकिन उसने कनाडा के सिख समुदाय के बीच खुद को एक नेता के तौर पर स्थापित कर लिया था। उसे ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में गुरुनानक गुरुद्वारा का प्रमुख चुना गया था। इसके बाद ISI के इशारे पर कनाडा में भारत विरोधी हरकतों को अंजाम देने लगा। कनाडा के कई हिंदू मंदिरों पर हमले की साजिश में उसका नाम आया था।
निज्जर की हत्या क्या ISI ने कराई ?
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या क्या ISI ने कराई ? अब ये सवाल खड़ा हो गया है। इसके पीछे कई वजहें भी हैं। दरअसल, निज्जर आईएसआई की बात नहीं मान रहा था। वो पुराने खालिस्तानियों संपर्क में था, जबकि ISI चाहती थी कि वो नए गैंग्स्टरों को सहयोग करे। अब सवाल ये उठता है कि आखिर वो नए गैंग्स्टरों की मदद करने के बजाय पुराने की मदद क्यों कर रहा था?
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों का मानना है कि ISI को जब लगा कि निज्जर बात नहीं मान रहा है, तो यह डबल क्रॉस साजिश रची गई।
ADVERTISEMENT
खालिस्तानी आतंकी निज्जर की जून में कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसका एक सीसीटीवी भी सामने आया है। उससे साफ हो रहा है कि हमलावर छह थे और उन्होंने निज्जर पर 50 गोलियां चलाईं, जिनमें से 34 गोली निज्जर को लगी।
ADVERTISEMENT
बब्बर खालसा इंटरनेशनल भी एक्टिव हुआ
खालिस्तानी आंदोलन को बब्बर खालसा इंटरनेशनल गैंग भी सपोर्ट कर रहा है। जांच में ये भी बात सामने आई है कि आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल का अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के साथ कनेक्शन भी सामने आया है। जांच से पता चला है कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने दाऊद के जरिए लश्कर-ए-तैय्यबा और इंडियन मुजाहिद्दीन की मदद से भारत के खिलाफ साजिशों को अंजाम दे रहा है। साल 2002 में बब्बर खालसा इंटरनेशनल के लखबीर सिंह के करीबी इक़बाल बंटी को अब्दुल करीम टुंडा करांची में दाऊद के बंगले पर भी लेकर गया था, जहां इनके बीच भारत के खिलाफ मीटिंग हुई थी।
एनआईए का एक्शन
उधर, खालिस्तानियों के खिलाफ एनआईए का एक्शन जारी है। NIA उन सुरागों के सबूत तलाश रही हैं जिनसे खुलासा हुआ है कि विदेशों में बैठे खालिस्तान समर्थक आतंकवादी और गैंगस्टर भारत में ओवर ग्राउंड वर्कर्स के जरिये ड्रग्स-हथियारों के धंधे चला रहे हैं और उनकी हवाला फंडिंग भी की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, एनआईए के पास खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों-गैंगस्टर्स और पाकिस्तानी आईएसआई के नेक्सस को लेकर बड़े इनपुट इकट्ठा हो चुके हैं।
ADVERTISEMENT