अमेरिका में विवेक सैनी मर्डर : किसान के बेटे थे, चंडीगढ़ से इंजीनियरिंग, USA से MBA के साथ पार्ट टाइम जॉब, जिस बेघर की मदद की उसी ने हथौड़े से 50 बार मार की थी हत्या
USA Vivek Saini : विवेक सैनी ने 2 साल पहले ही चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया था. इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद वो अमेरिका गए थे. इनकी बड़ी बहन न्यूजीलैंड में रहती है. जबकि उनका छोटा भाई किसान है.
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Vivek Saini Murder : अमेरिका के अटलांटा में भारतीय युवक विवेक सैनी की सनसनीखेज हत्या से पूरा देश दहल उठा. एक किसान पिता के घर पैदा हुए विवेक सैनी ने 2 साल पहले ही चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया था. इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद वो अमेरिका गए थे. अमेरिका में रहने के दौरान ही विवेक सैनी ने अलबामा यूनिवर्सिटी से एमबीए पूरा किया था. विवेक के पिता गुरजीत सिंह पेशे से किसान हैं. वे अपने माता-पिता की मंझली संतान थे. इनकी बड़ी बहन न्यूजीलैंड में रहती है. जबकि उनका छोटा भाई किसान है. विवेक की चचेरी बहन ने सिमरन के अनुसार, अब उनका शव भारत पहुंच गया और अंतिम संस्कार भी कर दिया गया.
विवेक सैनी ने जिसकी मदद की थी उसी ने बेरहमी से की थी हत्या
भारतीय छात्र विवेक सैनी अमेरिका में पढ़ाई के साथ एक स्टोर में पार्ट टाइम जॉब भी करता था. उसी स्टोर के पास 14 जनवरी को उसे एक ऐसा शख्स मिला था जिसके पास अपना घर नहीं था. इसलिए विवेक ने ही उसकी मदद की थी. लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद विवेक सैनी को उसे स्टोर से बाहर करना पड़ा था. इसी बात से वो शख्स खफा हो गया था और फिर 16 जनवरी को ही विवेक की बेरहमी से हत्या कर दी थी. इस हत्या का एक बेहद दर्दनाक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हत्यारे ने पहले छात्र पर पीछे से हथौड़े से वार किया, फिर उसके चेहरे और सिर पर हथौड़े ताबड़तोड़ मारता रहा. आरोपी कातिल का नाम फॉकनर है. उसने विवेक सैनी के सिर पर हथौड़े से लगभग 50 बार बेरहमी से वार किया था. रिपोर्ट के अनुसार, 16 जनवरी को ही कर्मचारियों ने फॉकनर को गर्म रखने के लिए चिप्स, एक कोक, पानी और एक जैकेट दिया था. मर्डर से दो दिन पहले से उसकी स्टोर के कर्मचारी मदद कर रहे थे.
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दो दिन तक बेघर हत्यारे की मदद की
डब्ल्यूएसबी-टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, फूड मार्ट के कर्मचारियों ने कहा कि उन्होंने 16 जनवरी की शाम को 53 वर्षीय बेघर व्यक्ति जूलियन फॉकनर को स्टोर के अंदर जाने दिया. शेवरॉन के एक कर्मचारी ने कहा, इस आदमी ने हमसे चिप्स और कोक मांगा और हमने उसे पानी और जो भी खाना हम उसे दे सकते थे, दिया. उन्होंने कहा कि उन्होंने दो दिन तक उस शख्स की मदद की.
कर्मचारी ने कहा, उसने पूछा कि क्या मुझे कंबल मिल सकता है, मैंने कहा कि हमारे पास कंबल नहीं है, इसलिए मैंने उसे एक जैकेट दे दी. वह दुकान के अंदर-बाहर घूम रहा था और सिगरेट, पानी और अन्य चीजें मांग रहा था. भारतीय छात्र विवेक सैनी दो साल पहले ही बीटेक की पढ़ाई पूरी कर अमेरिका आए थे. उन्होंने हाल ही में बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री पूरी की है. उसके परिजनों ने बताया कि वह एक होनहार छात्र था. इस घटना से मृतक के माता-पिता टूट चुके हैं और फिलहाल इस मामले पर कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हैं.
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