Uttarkashi tunnel collapse: इन 'पांच' प्लान से सुरंग से बाहर निकल सकेंगे 41 मजदूर
Uttarkashi tunnel collapse: सुरंग का मुंह खोलकर उसमें फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के करीब 5 प्लान पर एक साथ काम चल रहा है।
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silkyara tunnel Collapse : उत्तरकाशी में पिछले 10 दिनों से राहत और बचाव का काम चल रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन हर रोज किसी नई कोशिश के साथ आगे बढ़ता है। लेकिन यहां की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के बाहर निकलने के आसार फिलहाल दूर की कौड़ी नज़र रही है।
5 प्लान पर एक साथ
इसी बीच ये बात भी सामने आ गई है कि सुरंग का मुंह खोलकर उसमें फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के करीब 5 प्लान पर एक साथ काम चल रहा है। और इस काम में दो एजेंसियां लगी हुई हैं। अमेरिका से आई एक मशीन है ऑगर। जिसके जरिए सुरंग के मलबे में 800 से 900 मिमी का स्टील का पाइप डालने की कोशिश कर रही है। इस पाइप के जरिए मजदूरों को सुरंग से बाहर लाने का एक प्लान है।
24 मीटर की खुदाई पूरी
अब तक इस मशीन से 24 मीटर की खुदाई भी हो चुकी है। हालांकि खुदाई के दौरान मशीन में कुछ खराबी आने से काम बीच में रोकना पड़ा। उम्मीद की जा रही है कि ये मशीन एक बार फिर ड्रिल का काम शुरू कर दें। इसके अलावा एक वर्टिकल प्लान है। इस वर्टिकल ड्रिल प्लान में मशीन सुरंग के ऊपर पहुंचा दी गई है। और प्लान के मुताबिक दोपहर के समय इससे खुदाई का काम शुरू किया जाएगा। सुरंग के ऊपर से खुदाई की जाएगी ताकि सीदे ऊपर से ही मजदूरों को बाहर निकाला जा सक।
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सुरंग में पहुंचा कैमरा
अंदर का हाल चाल का पता लगाने के लिए पाइप के जरिए सुरंग में एक कैमरा भी भेजा गया है। और उसी कैमरे के जरिए सुरंग के अंदर के हालात देखे जा रहे हैं। अधिकारियों ने वॉकी टॉकी से मजदूरों से बात की। सुरंग के भीतर की जो तस्वीरें सामने आईं उसमें आसानी से देखा जा सकता है कि बीते दस दिनों से कैसे मजदूर नज़र आ रहे हैं।
मोबाइल और चार्जर भेजने की कोशिश
कर्नल दीपक पाटिल सुरंग से मजदूरों के रेस्क्यू करने वाली टीम के लीडर हैं। कर्नल के मुताबिक हम सुरंग के अंदर फंसे लोगों को खाना, मोबाइल और चार्जर भेजने की कोशिश की जा रही है.... हम अंदर वाईफाई कनेक्शन लगाने की भी कोशिश कर रहे हैं...कर्नल ने ये भी बताया कि इस राहत के काम में डीआरडीओ के रोबोट भी काम पर लगा दिए गए हैं।
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