Uttarkashi tunnel rescue: मजदूरों को एयरलिफ्ट करने की तैयारी, एनडीएमए का दावा- अभी करीब दो मीटर खोदाई बाकी
Uttarkashi tunnel rescue Live Update: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों को किसी भी वक्त बाहर निकाला जा सकता है.
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Uttarkashi tunnel rescue Live Update: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों को किसी भी वक्त बाहर निकाला जा सकता है. सुरंग में खुदाई पूरी हो चुकी है. 800 मिमी व्यास का पाइप भी डाला गया है. एनडीआरएफ की टीम पाइप के जरिए मजदूरों तक पहुंची है. यह टीम पाइप के जरिए मजदूरों को बाहर निकालने में मदद करेगी. उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही मजदूरों को निकाला जा सकेगा. बचाव दल ने श्रमिकों के परिजनों से अपने कपड़े और बैग तैयार रखने को कहा है. मजदूरों को निकालने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया जाएगा.
चिनियालीसौड़ में तैनात किया गया चिनूक हेलीकॉप्टर
उत्तरकाशी के चिनियालीसौड़ कस्बे में चिनूक हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं. यह इस आपातकालीन स्थिति के लिए है, ताकि अगर किसी मजदूर की तबीयत बिगड़ती है तो उन्हें बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के लिए जल्द ही देहरादून और ऋषिकेश ले जाया जा सके.
एम्स ऋषिकेश में डॉक्टर अलर्ट पर हैं
उत्तरकाशी की सुरंग से मजदूरों को निकालने का काम अब अंतिम चरण में है. कुछ ही देर में मजदूर टनल से बाहर आ सकते हैं. ऐसे में एम्स ऋषिकेश के सहायक प्रोफेसर डॉ. नरिंदर कुमार ने कहा, 'बचाए गए श्रमिकों को तभी यहां लाया जाएगा जब उत्तरकाशी जिला अस्पताल में चिकित्सा उपचार की जरूरतें पूरी नहीं हो सकेंगी। एम्स ऋषिकेश में, ट्रॉमा सेंटर में 20 बेड और कुछ आईसीयू बेड हैं. यदि श्रमिकों को यहां लाया जाए तो उन्हें अच्छी चिकित्सा सुविधा दी जा सकेगी. राज्य सरकार के आदेश पर उत्तरकाशी भेजे जाने के लिए डॉक्टरों की एक टीम गठित कर दी गई है.
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58 मीटर ड्रिलिंग पूरी, 2 मीटर बाकी
एनडीएमए सदस्य अत्ता हसनैन ने कहा कि 58 मीटर ड्रिलिंग हो चुकी है, करीब 2 मीटर और खोदाई की जरूरत है. साथ ही 45 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग भी पूरी हो चुकी है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ की भूमिका भी काफी अहम है. जानकारी के मुताबिक, हर शख्स को बाहर निकालने में 3-5 मिनट का वक्त लगेगा. चिनूक हेलीकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर हैं. यहां 30 बिस्तरों वाली सुविधाएं भी हैं.
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