Uttarkashi Tunnel Collapse: बीड़ी ने बचा लिया मदन सिंह को, आंंखों के सामने गिरते हुए देखा हजारों टन का मलबा

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Uttarkashi Tunnel Collapse: बीड़ी ने बचा लिया मदन सिंह को, आंंखों के सामने गिरते हुए देखा हजारों टन...
उत्तरकाशी की सुरंग में फंसे मजूदर और राहत और बचाव कार्य जारी
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Uttarkashi Tunnel Collapse: सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। बीड़ी- सिगरेट पीने से जान भी जा सकती है। आपको सिगरेट की हर डिब्बी पर ये लिखा मिल जाएगा...और इसी तरह के बड़े बड़े इश्तेहार भी जगह जगह लगे दिख जाएंगे। लेकिन अगर यही बात उत्तरकाशी की उस सुरंग के मजदूर मदन सिंह से पूछे तो शायद वो सिगरेट के इन इश्तेहारों को ही ठुकरा दें...क्योंकि मदन सिंह की जान इसी बीड़ी ने बचाई। इसलिए मदन सिंह के लिए बीड़ी किसी भी सूरत में हानिकारक नहीं कही जा सकती। 

उत्तरकाशी की सुरंग में चट्टान ढहने के बाद मजदूरों को बचाने की कवायद जारी है

सुबह चार बजे सुरंग ढही

उत्तरकाशी में रविवार की सुबह चार बजे जिस सुरंग के ढहने के बाद पूरे देश में हाहाकार मच गया। मदन सिंह उसी सुरंग में काम करने वाले एक मजदूर हैं। झारखंड के रहने वाले 40 सालके मजदूर मदन सिंह को बीड़ी पीने की आदत थी। हालांकि उसके दोस्त यार और परिवार के लोग अक्सर उससे अपनी ये आदत छोड़ने के लिए कहते रहते थे। मगर वो किसी की नहीं सुनता था। मगर आज मदन सिंह उत्तरकाशी में अगर सुरंग के बाहर सुरक्षित खड़ा है तो वो अपनी इसी जानलेवा आदत की वजह से ही सही सलामत है। 

पांच मिनट के ब्रेक से बच गया मजदूर

असल में हुआ ये कि मदन सिंह रात 8 बजे वाली शिफ्ट में काम कर रहा था। 12 घंटे की इस शिफ्ट में जब वो शनिवार को गया तो सुबह करीब साढ़े तीन बजे सिर्फ पांच मिनट के लिए ब्रेक लेकर बीड़ी पीने सुरंग से बाहर आ गया। और सुरंग के बाहर एक चट्टान पर बैठकर वो धुआं उड़ा रहा था तभी अचानक उसने सुरंग के सामने छत से मिट्टी और चट्टान को गिरते हुए देखा। वो बिना कुछ सोचे समझे सुरंग के मुहाने की तरफ दौड़ा और सुरंग के ढहने से पहले ही ऐसी जगह पहुँच गया जहां वो पूरी तरह से सुरक्षित है और सुरंग के भीतर फंसे मजदूरों से ज़्यादा किस्मतवाला साबित हुआ और बाल बाल बच गया। सचमुच उसके लिए सिगरेट की ये लत उसके लिए एक तरह से वरदान साबित हुई। 

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एक बीड़ी और बच गई जान

सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक मदन सिंह ने कहा कि उसने बीड़ी करीब करीब खत्म कर ही ली थी और फिर से काम पर जाने की तैयारी कर रहा था तभी मलबा गिरने की तेज आवाज सुनी। मदन सिंह ने बताया कि उसने सुरंग की छत से एक बड़ी चट्टान को टूटकर गिरते हुए देखा, उसने कहा कि वो तेजी से सुरंग की तरफ भागा लेकिन तब तक सैकड़ों टन मलबा गिर चुका था और सुरंग का मुहाना पूरी तरह से बंद हो गया।  

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