आज सुरंग से बाहर आ सकते हैं सभी श्रमिक, मजदूरों और बचावकर्मियों के बीच करीब 8 से 12 मीटर का फासला बचा
Uttarakhand Tunnel Latest News : उत्तरकाशी सुरंग में राहत बचाव कार्य का आज 12वां दिन है। ताजा खबर ये है कि ड्रिलिंग मशीन में खराबी आई है, जिसे ठीक करने के लिए दिल्ली से 7 विशेषज्ञ बुलाए गए हैं।
ADVERTISEMENT
आशुतोष मिश्रा, ओंकार बहुगुणा और अंकित शर्मा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
Uttarakhand Tunnel Latest News : उत्तरकाशी सुरंग में राहत बचाव कार्य का आज 12वां दिन है। ताजा खबर ये है कि ड्रिलिंग मशीन में खराबी आई है, जिसे ठीक करने के लिए दिल्ली से 7 विशेषज्ञ मौके पर पहुंच गए हैं। यानी उम्मीद है कि आज ड्रिलिंग पूरी कर ली जाएगी और सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों के निकालने का काम भी पूरा हो जाएगा। मजदूरों के बाहर आने पर हालात से निटपने के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। सिल्क्यारा टनल से बाहर निकलते ही ऑक्सीजन सिलेंडर, स्ट्रेचर और एम्बुलेंस भी तैनात हैं।
ऑगर मशीन के बिट को ठीक करने के लिए हेलिकॉफ्टर से मशीन लाई गई। एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर मौजूद है।
ADVERTISEMENT
टनल में फंसे मजदूरों और बचावकर्मियों के बीच करीब 8 से 12 मीटर का फासला बताया जा रहा है, लेकिन राह में लोहे का सरिया आ गया। गैस कटर से उसे काटने की कोशिश हो रही थी कि ड्रिल मशीन में कराबी आ गई। ऑगर मशीन को ठीक करने के लिए हेलिकॉफ्टर से मशीन लाई गई है। फिलहाल मशीन को ठीक करने का काम चल रहा है। कल रात जो आधिकारिक जानकारी दी गई, उसके मुताबिक 41 मजदूरों और बचावकर्मियों के बीच सिर्फ 12 मीटर की दूरी थी।
बेरिंग और पहिए वाले स्ट्रेचर
ADVERTISEMENT
एनडीआरएफ ने स्ट्रेचर तैयार किए हैं। इसमें बेरिंग और पहिया लगाए गए हैं ताकि मजदूरों को लंबी पाइप में क्रॉल ना करना पड़े।
ADVERTISEMENT
एनडीआरएफ के कर्मी गैस मास्क और स्ट्रेचर लेकर अंदर जा रहे हैं
सिल्क्यारा सुरंग स्थल पर 'ऑक्सीजन सिलेंडर, मास्क, स्ट्रेचर से लेकर बीपी उपकरण तक सभी चिकित्सा सहायता मशीनें मौजूद हैं। NDRF के बचाव कर्मी गैस मास्क और स्ट्रेचर लेकर अंदर जा रहे हैं। वो कई उपकरणों से लैस हैं, जिसमें कटर भी शामिल है। पाइप जैसे ही मलबा पार करेगी सबसे पहले एनडीआरएफ कर्मी पाइप में घुसकर मजदूरों की तरफ जाएंगे।
हेलीकॉप्टर भी तैनात
श्रमिकों के लिए जिस चिन्यालीसौड़ में विशेष अस्पताल तैयार किया गया है,वहां हेलीकॉप्टर भी तैनात किए जाएंगे। सुरंग के अंदर फंसे 41 मजदूरों में से किसी को स्वास्थ्य कारणों से अगर एयरलिफ्ट करने की जरूरत होगी तो इसके लिए उन्हें दूसरे अस्पताल में ले जाया जाएगा।
सभी चिकित्सीय सुविधाएं मौजूद
12 एंबुलेंस यहां स्टैंडबाई पर रखी गई हैं।
ADVERTISEMENT