कंपनी ने 3 महीने तक सैलरी नहीं दी तो वहीं फांसी लगा ली, ये सुसाइड नोट रुला देगा
सुसाइड नोट में लिखा है कि "इस कंपनी ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है। कंपनी ने तीन महीने से सैलरी नहीं दी। मेरे पास इलाज कराने के पैसे भी नहीं हैं। मेरा इस दुनिया छोड़ने का सबसे बड़ा कारण यही कंपनी टैक्सस बायो लैब है। लव यू मम्मी पापा और पूरी फैमिली। लव यू जिंदगी। "
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Uttar Pradesh Crime: यूपी के नोएडा में तीन महीने तक सैलरी न मिलने से परेशान एक नौजवान ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। ये घटना थाना सेक्टर-58 इलाके में हुई। यहां के सेक्टर-62 में हैदराबाद की कंपनी टैक्सस बायो लैब का ऑफिस है जिसके अंदर खुदकुशी का ये मामला सामने आया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।
तीन महीने से नहीं मिली सैलरी
टैक्सस बायो लैब में काम करने वाले डिंपल की लाश देर शाम फंदे से लटकती मिली। उसकी उम्र महज 24 साल थी। डिंपल कंपनी में लैब अटेंडेंट का काम करता था। मूल रूप से यूपी के अलीगढ़ का रहने वाला डिंपल नोएडा के बिशनपुरा गांव में अपने बड़े भाई के साथ किराये के मकान में रहता था।
इलाज कराने के लिए भी नहीं बचे थे पैसे
डिंपल के साथियों ने बताया कि कंपनी में तकरीबन 30 लोग काम करते हैं। इन लोगों को पिछले तीन महीने से सैलरी नहीं मिली है। इसीलिये डिंपल ने करने से पहले एक सुसाईड नोट लिखा। इसमें साफ लिखा है कि इस कंपनी ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी है। कंपनी ने तीन महीने से सैलरी नहीं दी और बीमारी के बावजूद मेरे पास इलाज कराने के पैसे भी नहीं हैं।
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नोएडा की कंपनी में युवक की आत्महत्या
"मेरा ये दुनिया छोड़ने का सबसे बड़ा कारण यही कंपनी टैक्सस बायो लैब है। लव यू मम्मी पापा और पूरी फैमिली। लव यू जिंदगी। इतना ही नहीं डिंपल ने आगे अपने छोटे भाई के लिए लिखा है कि भाई मेरी वजह से तू परेशान ना होना। घरवालों की तरफ ध्यान देना। उनके आगे पीछे तू ही है। अपनी पढ़ाई लिखाई पर ध्यान देना। तेरा फोकस सरकारी नौकरी पर होना चाहिए।"
युवक ने लिखा सुसाइड नोट
अपने सुसाइड नोट में डिंपल ने ये भी लिखा है कि मेरी बॉडी का पोस्टमॉर्टम ना करवाएं। नोएडा पुलिस के मुताबिक सूचना मिली थी कि 24 वर्षीय कंपनी के कर्मचारी ने सैंपल कलेक्शन रूम में एक तार इस्तेमाल कर गले में फंदा लगा कर आत्महत्या की है। मौके पर फील्ड यूनिट को बुलाकर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। आत्महत्या के लिये उकसाने का मामला बनता है या नहीं ये जानने के लिये पुलिस कंपनी के अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी।
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