पिता पंक्चर लगाते, मां कपड़े सिलती, बेटा अहद UP में बना जज, PCS-J में सेलेक्ट होकर बोले : मुझे पंक्चर वाले का बेटा होने पर गर्व
up judicial service Judge Ahad Ahmed : पंक्चर वाले का बेटा बना प्रयागराज में जज. मां-पिता ने घर द्वार फिल्म देख बच्चों के लिए की कड़ी मेहनत.
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प्रयागराज से पंकज श्रीवास्तव की रिपोर्ट
UP Prayagraj Success Story Ahad Ahmed : पिता साइकिल पंक्चर की दुकान चलाते हैं. बेटा भी समय-समय पर पंक्चर के काम में हाथ बंटाता था. लेकिन उसका टारगेट जज बनने का था. जुडिशियल मैजिस्ट्रेट की परीक्षा की तैयारी की और पहली बार में ही सफलता प्राप्त की. इस मेहनती छात्र और मुश्किल हालात में इतनी बड़ी परीक्षा को पास करने वाले युवक का नाम अहद अहमद है. घर संगम नगरी प्रयागराज. 30 अगस्त को यूपी PCS-J (UP PCS-J Result) के परिणाम में बड़ी सफलता पाई. वो भी बिना कोचिंग के. खुद की मेहनत की बदौलत ही उन्होंने इस एग्जाम को पास कर लिया. अब उनके घर में खुशी का माहौल है.
मां ने एक फिल्म देखी और ठान लिया बच्चों को पढ़ाने में कमी नहीं करेंगे
Cycle puncture maker son ahad Judge : जुडिशियल मैजिस्ट्रेट की परीक्षा पास करने वाले अहद अहमद के पिता का प्रयागराज के नवाबगंज एरिया के छोटे से एरिया में मकान है. इस टूटे फूटे मकान के पास में पिता शहजाद अहमद की साइकिल पंक्चर और चिप्स बिस्किट की दुकान है. मां का नाम अफसाना है. अफसाना बताती हैं कि उनकी आर्थिक हालत शुरू से खराब रही है. लेकिन कभी भी हमलोगों ने अपने बच्चों की पढ़ाई पर उसका असर नहीं पड़ने दिया. वो बताती हैं कि उन्होंने हिंदी फिल्म घर द्वार देखी थी. उसमें देखा था कि कैसे मुश्किल वक्त में घर को संभालना जरूरी है. इसलिए उनके पति पंक्चर की दुकान चलाते तो वो कपड़े सिलाई सीखकर घर पर ही कपड़े सिलकर पैसे कमाने लगी. इस तरह दोनों पति पत्नी कभी कभार ही अपने काम में बच्चों की मदद लेते थे. इसके बजाय उन्हें ज्यादातर समय पढ़ाई पर फोकस कराते थे. यही वजह है कि उनके चारों बच्चे आज सफलता के कदम चूम रहे हैं.
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मैं पंक्चर वाले का बेटा हूं, और मुझे गर्व है : अहद अहमद
Success Story Ahad Ahmed UP PCS J : जुडिशियल मैजिस्ट्रेट की परीक्षा में सफल हुए अहद अहमद कुल 3 भाई और एक बहन हैं. अहद तीसरे नंबर पर हैं. इनके सभी बच्चे पढ़ाई में शुरू से अव्वल रहे. अहद के बड़े भाई सॉफ्टवेयर इंजीनियर बन चुके हैं तो छोटा भाई प्राइवेट बैंक में मैनेजर बना है. अहद अहमद कहते हैं कि मुझे अपने माता पिता पर गर्व है. कोई मुझे कहे कि ये पंक्चर वाले का बेटा है. तो मुझे इस पर गर्व होता है. क्योंकि जो कुछ हूं मैं अपने माता पिता की बदौलत हूं. मुश्किल हालात में दोनों ने कभी उनके काम में हाथ बंटाने का दबाव नहीं डाला. हम सभी भाई बहन अपनी मर्जी से ही उनके काम में मदद करते थे. आज पढ़कर इस मुकाम तक पहुंचे हैं.
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