मुख्यमंत्री योगी का प्रोटोकाल अधिकारी, सेक्रेटरी बनकर की ठगी, ट्रांसफ़र, पोस्टिंग और टेंडर दिलाने के नाम पर जालसाज़ी, गुरुजी समेत दो गिरफ़्तार
UP BIG CRIME NEWS: मुख्यमंत्री योगी का सचिव निवेश सरकार बनकर विभिन्न विभागों में ट्रान्सफर पोस्टिंग एवं महत्वपूर्ण राजनैतिक पद व टेण्डर आदि दिलाने के नाम पर ठगी।
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UP BIG CRIME NEWS: यूपी एसटीएफ़ ने यूपी सरकार का सचिव बनकर ठगी करने वाले रामशंकर गुप्ता उर्फ आशीष गुप्ता उसके साथी अरविन्द त्रिपाठी उर्फ गुरूजी को गिरफ्तार किया है।
दरअसल 14 अगस्त को यूपी एसटीएफ़ को खबर मिली कि कुछ ठग मुख्यमंत्री का प्रोटोकाल अधिकारी एवं सचिव निवेश बनकर विभिन्न विभागों में ट्रान्सफर पोस्टिंग एवं महत्वपूर्ण राजनैतिक पद टेण्डर आदि दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे हैं। इसी कड़ी में जाँच के बाद दो जालसाज़ों को गिरफ़्तार किया गया। आरोपी रामशंकर लखनऊ का और अरविंद दिल्ली के अशोक विहार का रहने वाला है।
आरोपियों के क़ब्ज़े से पाँच मोबाइल और चौदह आई कार्ड जो कि मुख्यमंत्री के प्रोटोकाल अधिकारी, वाइस चान्सलर सुकरात वि0वि0, दिल्ली एवं उच्च न्यायालय दिल्ली बार एसोसिएशन के बरामद हुए हैं।इसके अलावा सरकारी लेटर पैड, मोहरें और विज़िटिंग कार्ड मिले हैं। भारी मात्रा में विभिन्न विभागों में ट्रान्सफर पोस्टिंग हेतु प्रार्थना पत्र भी मिले हैं।
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गिरफ्तार अभियुक्त रामषंकर गुप्ता उर्फ आषीष गुप्ता ने पूछताछ में बताया कि वह किसी भी सरकारी विभाग मे कार्यरत नहीं है एवं व सुकरात विष्वविद्यालय दिल्ली का वीसी भी नही है। उसने अपने नाम के 02 अलग-अलग आधार कार्ड बनवा रखा है। उसका वास्तविक नाम रामशंकर गुप्ता है, फर्जीवाडा करने के लिये उसने अपना नाम आशीष गुप्ता रख लिया है।
अपना परिचय बतौर आई0ए0एस व पी0सी0एस0 अधिकारी
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आम जनता से अपना नाम डा0 आशीष गुप्ता एवं अपना परिचय बतौर आई0ए0एस व पी0सी0एस0 अधिकारी, विषेष सचिव, निवेष, उ0प्र0 शासन मुख्यमंत्री का सुऱक्षा अधिकारी एवं सुकरात विश्वविद्यालय दिल्ली का वाइस चांसलर बताता है। इस नाम से आम जनता को अपनी तरफ आकर्षित करता है एवं नौकरी दिलाने के जाल में फसाये हुए नवयुवको में से किसी युवक को पीआरडी की वर्दी पहनाकर अपनी गाड़ी में आगे बैठाकर चलता है।
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प्रधानमंत्री कार्यालय भारत सरकार का भारतीय प्रशासकीय सेवा सचिव प्रधानमंत्री का अधिकारी बताया
अपनी कार पर उ0प्र0 का लोगो उ0प्र0 सरकार लिखवाया है। ताकि लोगों को यह विष्वास हो जाय की वह वास्तविक अधिकारी है। बड़ी-बड़ी कम्पनियों के मालिको एवं ठेकेदारों को विभिन्न विभागो मे टेण्डर (ठेका) दिलाने तथा प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियो के ट्रांसफर पोस्टिंग कराने के नाम पर उनसे अवैध धन अर्जित करता है। यह ज्यादातर पैसा नगद के रुप मे एवं अपने कूटरचित आशीष गुप्ता के नाम से खोले गये बैंक खाते में मंगाता है। इस काम में इसके साथ दिल्ली निवासी अरविन्द त्रिपाठी उर्फ योग गुरुजी एवं इनके अन्य साथी भी सम्मिलित रहते है। अरविन्द त्रिपाठी योग गुरु है जो बडे़-बडे़ राजनेताओ एवं अधिकारियो से सम्पर्क रखता है तथा आध्यात्म से सम्बन्धित योग शिविर कराता है। जिसमे भारी संख्या मे बडे-बडे ठेकेदार तथा प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रतिष्ठित लोग राजनेता सम्मलित होते है।
जालसाज़ी का गुरु घण्टाल
अरविन्द त्रिपाठी (गुरुजी) द्वारा उनको अपने योग विद्या से अपने प्रभाव मे लेकर उ0प्र0 मे शासन के बडे-बडे टैण्डर दिलाने की बात की जाती है, जिस कारण उन ठेकेदारो द्वारा उसके प्रभाव मे आकर टैण्डर प्राप्त करने हेतु उनसे आग्रह करते है, तब अरविन्द त्रिपाठी उर्फ गुरुजी उनके सामने ही मेरा परिचय वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकरी के रुप मे बताकर ठेका दिलाने की बात कर उनसे अवैध धन अर्जित करता है।
आरोपियों ने बताया कि
इसी प्रकार हमारे अन्य सहयोगी है, जिनको मेरे एवं अरविन्द त्रिपाठी गुरूजी द्वारा पीएमओ कार्यालय (प्रधानमंत्री कार्यालय भारत सरकार) का भारतीय प्रशासकीय सेवा सचिव प्रधानमंत्री का अधिकारी बताया जाता है। उ0प्र0 शासन का कार्य आषीष गुप्ता उर्फ रामषंकर गुप्ता तथा केन्द्र सरकार दिल्ली का कार्य इसके सहयोगियों द्वारा कराया जाता है। फर्जीवाडा से अर्जित धन यह लोग आपस मे बांट लेते है। सुकरात सोशल रिसर्च विश्वविद्यालय, दिलशाद गार्डन नई दिल्ली के चेयरमैन से मिलकर काफी लोगो को पी0एच0डी0 (आनरेरी डाक्ट्रेट) की डिग्री अवैध रुप से पैसा लेकर दिलाता है। हिन्दुस्तान स्काउट एण्ड गाइड एसोसिएशन की ट्रेनिंग कराने व नौकरी दिलाने के नाम पर लगभग 100 बच्चो से साढे सात हजार रूपये प्रति बच्चे के हिसाब से पैसा लिया है एवं विभिन्न विभागों में निर्माण कार्य कराने व ठेका दिलाने के नाम पर अब तक करोड़ों रूपये की ठगी कर चुका है।
अरविन्द त्रिपाठी ने रामषंकर गुप्ता उर्फ आषीष के बयानों का समर्थन करते हुए बताया कि वह 12वीं कक्षा तक पढ़ा है तथा योग गुरू के नाम से जाना जाता है एवं कही-कही अपने को दिल्ली उच्च न्यायालय का वकील बताता है। लोगों को मोटीवेट कर अपने जाल में फसाकर, राजनेता एवं शासन-प्रषासन के उच्चाधिकारियों में अपनी अच्छी जान-पहचान होना बताकर लोगों को अपनी जालसाजी का शिकार बनाता हैं।
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