Police का नया सिरदर्द हैं ये लेडी डॉन, मुख्तार और अतीक की फरार बीवियां चला रहीं गैंग

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Police का नया सिरदर्द हैं ये लेडी डॉन, मुख्तार और अतीक की फरार बीवियां चला रहीं गैंग
यूपी की मोस्ट वांटेड लेडी डॉन
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UP Most Wanted: तो क्या यूपी में संगठित अपराध पूरी तरह से खत्म हो गया। ये सवाल तब उठा है जब उत्तर प्रदेश के जाने माने माफिया मुख्तार अंसारी और उससे एक साल पहले माफिया सरगना अतीक अहमद जैसे खूंखार डॉन का खात्मा हो चुका है। 

माफिया डॉन की बीवियां

अतीक अहमद, खान मुबारक, मुन्ना बजरंगी और फिर मुख्तार अंसारी जैसे माफिया सरगनाओं का सफाया होने के बाद यही बात कही जाने लगी कि यूपी से माफियाराज पूरी तरह से साफ हो गया। माफियाओं को बेशक मिट्टी में मिला दिया गया हो, लेकिन ये कहना सही नहीं होगा कि यूपी से पूरी तरह से संगठित अपराध को जड़ से मिटा दिया गया। उसकी सबसे बड़ी वजह है माफिया डॉन की बीवियां। खासतौर पर शाइस्ता परवीन और अफशां अंसारी। ये दोनों अपने अपने शौहर के गैंग को चलाने में माहिर हैं और इन दोनों की फरारी ने यूपी पुलिस का सिरदर्द बढ़ा दिया है। 

शाइस्ता और जैनब की परछाई तक नहीं मिली पुलिस को

साजिश रचने और गैंग चलाने में माहिर

इसके अलावा भी कई ऐसे नाम है जिन्हें यूं तो लोग शायद कम जानते हों लेकिन उनके काले कारनामों की लंबी लिस्ट पुलिस अक्सर लिए घूमती दिखाई पड़ जाती है। मुमकिन है कि इन तमाम लेडी डॉन में से किसी ने भी कोई कत्ल न किया हो, मगर खौफनाक शूटआउट की साजिश रचने, हत्यारों को पनाह देने के साथ साथ पैसों की उगाही में उनका गैंग के गुर्गों के साथ बराबर का हाथ देखा जा सकता है। इनके गुनाहों की गिनती का जब सिलसिला शुरू होता है तब समझ में आता है कि ये तो अपने सरपरस्तों से भी कई हाथ आगे हैं। और शायद यही कारण है कि ये अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आ सकी हैं। 

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उमेश पाल हत्याकांड के बाद से शाइस्ता फरार

24 फरवरी 2023 को कौन भूल सकता है जब प्रयागराज के धूमनगंज इलाका गोलियों और बमों के धुएं से सराबोर हो गया था। वहां सरेशाम कोर्ट से लौटते समय उमेश पाल को गोलियों से भून दिया गया था जबकि उनके गनर पर बमों से हमला किया गया था। उमेश पाल असल में एमएलए राजू पाल के भाई थे और राजू पाल हत्याकांड के चश्मदीद भी। जिस वक्त ये वारदात अंजाम दी गई थी बेशक उस समय माफिया डॉन अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल में था। लेकिन उसके बेटा असद और शूटर मोहम्मद गुलाम समेत सात लोगों ने इस शूटआउट को अंजाम दिया था। बाद में पुलिस ने एक एनकाउंटर में असद अहमद और गुलाम मोहम्मद को मार गिराया था। 
इसके बाद पिछले ही साल 15 अप्रैल को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को पुलिस की हिरासत में तीन लड़कों ने गोली मार दी थी। 

पुलिस को नहीं मिली शाइस्ता की परछाईं

बाद में पुलिस का खुलासा हुआ तो पता चला कि इस हत्याकांड की साजिश में अतीक की बीवी शाइस्ता परवीन भी शामिल थी। शाइस्ता परवीन पर साजिश में शामिल होने के अलावा शूटरों को पनाह देने और वारदात के लिए फंड को इकट्ठा करने का इल्जाम लगा। और तभी से पुलिस को शाइस्ता की तलाश है लेकिन अभी तक पुलिस को शाइस्ता की परछाईं तक नहीं मिली। इसके अलावा शाइस्ता के साथ फरार है अतीक का सबसे खास शूटर गुड्डू बमबाज। कहा तो यहां तक जा रहा है कि शाइस्ता शायद नेपाल के रास्ते दुबई भाग गई हो। जबकि कुछ लोग मानते हैं कि वो यूपी छोड़कर कहीं नहीं गई। 

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अशरफ की बीवी जैनब भी है फरार

इसी तरह अतीक अहमद के भाई अशरफ की बीवी जैनब फातिमा को भी पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड की साजिश में शामिल बताया और उसकी बहन आयशा नूरी ने भी हत्याकांड में शामिल शूटरों को पनाह दी थी। लेकिन पुलिस अभी तक इन तीनों का कहीं अता पता नहीं तलाश कर सकी। पुलिस ने तीनों पर इनाम भी घोषित कर दिया। 

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मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां पर है 75 हजार का इनाम

मुख्तार अंसारी की बीवी पर 75 हजार का इनाम

इसी तर्ज पर मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी कहां है, किस हाल में है और किसके साथ है, पुलिस को अब तक उसके बारे में कुछ नहीं पता जबकि पुलिस उसे तलाशने के लिए चप्पे चप्पे पर नज़र रखे हुए हैं यहां तक कि पुलिस ने उसके सिर पर 75 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया है। 

अफशां को लेकर पुलिस के खाली हाथ

यहां तक कि पुलिस की वो कोशिश भी फेल रही जब उसने मुख्तार अंसारी के जनाजे के इर्द गिर्द अपना घेरा कस दिया था। उम्मीद यही थी कि शायद अफशां अपने शौहर को आखिरी बार देखने जरूर पहुँचे। लेकिन पुलिस के हाथ खाली हैं।

पांच लाख की इनामी दीपा बहाल

इन्हीं लेडी डॉन की लंबी फेहरिस्त में एक और नाम है जिसने पुलिस का सिरदर्द बढ़ा रखा है। वो नाम है लेडी डॉन दीपा बहाल उर्फ दीप्ती का। दीपा बाइक बोट घोटाले के मुख्य आरोपी संजय भाटी की पत्नी है और उसके खिलाफ करीब 100 से ज़्यादा केस दर्ज हैं। ज्यादातर केस नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ही दर्ज कराए गए हैं जिनकी तादाज 96 है। इसके अलावा दीपा के खिलाफ गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, बिजनौर, बागपत, आगरा, मुजफ्फरनगर और लखनऊ में केस दर्ज हैं। मेरठ के कंकरखेड़ा की रहने वाली दीप्ती लंबे वक्त से फरार है और पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा है। दीप्ती बेहद पढ़ी लिखी है। उसने पीएचडी भी कर रखी है। बताया जा रहा है कि शादी से पहले वो बागपत के किसी स्कूल में पढ़ाती थी। लेकिन वो कहां है किस हाल में है कोई नहीं जानता। 

रवि काना की गर्लफ्रेंड काजल झा भी बन चुकी है पुलिस का नया सिरदर्द

पुलिस का सिरदर्द रवि काना की गर्लफ्रेंड

नोएडा का गैंग्स्टर है रवि काना। उसकी गर्ल फ्रेंड की गुमशुदगी भी पुलिस की नाक में दम कर रही है। उसका नाम है काजल झा। नोएडा के भीतर रबर और स्क्रैप के अवैध धंधे का सबसे बड़ा माफिया रवि काना उर्फ रविंद्र नागर की गर्ल फ्रेंड काजल  झा पुलिस को ढूंढे नहीं मिल रही। बताया जा रहा है कि काजल झा स्कैप माफिया रवि काना के कारोबार में उसका साथ देती है। रवि काना खुद एक गैंगरेप के मामले में फरार चल रहा है। 
 

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