UP Fraud Sherpuria: नेताओं के साथ भौकाल, करोड़ों के लोन वाला फर्जीवाड़ा, शेरपुरिया पर एसटीएफ का शिकंजा

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जांच में जुटी पुलिस
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UP Big News: यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के विभूति खंड से जिस जालसाज संजय प्रकाश राय उर्फ संजय शेरपुरिया को गिरफ्तार किया है उसमें खुद को केंद्र की बीजेपी सरकार का सबसे करीबी बताते हुए करोड़ों की ठगी की है। किसी को जांच में बचाने के नाम पर ठगा तो किसी को खनन का पट्टा दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी की है।

गाजीपुर जिले के शेरपुर गांव का रहने वाला संजय राय दिल्ली में सत्ता  संजय राय उर्फ संजय शेरपुरिया था।  संजय शेरपुरिया के नाम से ही दिल्ली दरबार के तमाम नेताओं और दिल्ली के हाई प्रोफाइल महफिलों में बैठने लगा। पीएम मोदी से लेकर डिप्टी सीएम केशव मौर्या केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, आरएसएस चीफ मोहन भगवत समेत कई प्रभावशाली नेताओं के साथ संजय राय तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करता और खुद को केंद्र सरकार के तमाम बड़े नेताओं का करीबी बताता था। 

इतना ही नहीं वो गुजरात में अपनी फैक्ट्री होने का दावा करते हुए गुजरात कनेक्शन का भी ढिंढोरा पीट रहा था। बताया जा रहा है ed में चल रही गौरव डालमिया की जांच को मैनेज कराने पर के नाम पर इसमें ₹11करोड़ लिए थे। 11 करोड़ की रकम गौरव ने अपने फैमिली ऑफिस ट्रस्ट के खाते से संजय राय की यूथ रूरल एंटरप्रेन्योरशिप के खाते में 2 बार में यह रकम डाली थी। पहले बीती 21 जनवरी को 5 करोड़ और 23 जनवरी को 6 करोड रुपए ट्रांसफर किए थे।

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बताया जा रहा है कि संजय शेरपुरिया के ठगी की जानकारी केंद्रीय एजेंसी को एक गोपनीय पत्र से मिली जिस पर यूपी एसटीएफ को लगाया गया। पत्र में आरोप लगाया गया कि संजय शेरपुरिया ने दिल्ली के नामचीन दिल्ली राइडिंग क्लब पर कब्जा कर रेस कोर्स के अंदर आलीशान कोठी बनवा ली है जहां पर बैठकर यह खुद को बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं का करीबी बताकर लोगों के साथ ठगी कर रहा है। इस गोपनीय पत्र पर जांच की गई और जिसके बाद यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के विभूति खंड से संजय शेर पुरिया को और यूपी एसटीएफ के नोएडा यूनिट ने नोएडा से काशिफ को गिरफ्तार कर लिया।

अब तक की जांच में पता चला है कि संजयशेर पुरिया दिल्ली, गाजीपुर, अहमदाबाद बड़ोदरा में कई फर्जी कंपनियां और एनजीओ से जुड़ा था। कई कंपनियों में संजय शेरपुरिया कागज पर कही नहीं होता लेकिन जब भी उस कंपनी या एनजीओ का कोई सार्वजनिक कार्यक्रम होता तो वही उसका मुख्य कर्ताधर्ता रहता था। अपने दिल्ली दरबार में पैठ के दावे के चलते ही इसने अपने गृह जनपद गाजीपुर में भी खुद को बीजेपी का बड़ा नेता बताना शुरू कर दिया था। कई सार्वजनिक कार्यक्रम करवाता। गाजीपुर में चर्चा हो गई थी कि संजय शेरपुरिया आगामी 2024 चुनाव में बीजेपी से लोकसभा का चुनाव लड़ेगा। फिलहाल गिरफ्तारी के बाद हुई शुरुआती जांच में संजय शेरपुरिया के मोबाइल से कई व्हाट्सएप चैट लेनदेन के मिले हैं जिस पर यूपी एसटीएफ की लखनऊ व नोएडा यूनिट काम कर रही है।

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