UP Crime: 6 हत्या का आरोपी 30 साल बाद गिरफ्तार, बौद्ध भिक्षु के भेष में काट रहा था फरारी
Farrukhabad Murder: 1991 में प्रेम प्रसंग को लेकर एक ही परिवार के 6 लोगों की हत्या कर दी गई, अदालत ने आरोपियों को मौत की सजा सुनाई थी।
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Farrukhabad Six Murder: कहते है कि कानून (Law) के हाथ बेहद लंबे होते है। यह कहावत सच होती फर्रुखाबाद जिले में दिखाई दी। जहां एक सामूहिक हत्याकांड (Mass Murder) की सजा-ए-मौत (Capital Punishment) पाए फरार (Absconded) आरोपी राम सेवक को 30 साल (Thirty Years) बाद पुलिस ने गिरफ्तार (Arrested) किया है। फरार आरोपी राम सेवक भिक्षु का भेष धारण कर देश के अलग-अलग हिस्सों में फरारी काट रहा था।
आरोपी को फर्रुखाबाद पुलिस ने बस स्टैंड के निकट से बीती रात गिरफ्तार किया है। दरअसल साल 1991 में कायमगंज कोतवाली के लखनपुर गांव में सामूहिक हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। यहां एक ही परिवार के 6 लोगों की हत्या हुई थी। हत्या का आरोप गांव के ही तीन लोगो श्री कृष्ण, राम सेवक और किशोरी लाल पर लगा था।
यह सामूहिक हत्याकांड गांव में प्रेम प्रसंग के चलते हुआ था। जिसमे एक ही परिवार के बाबूराम व गुलज़ारी लाल व उनकी पत्नी रामवती व उनके बेटे धर्मेंद्र राकेश व उमेश की हत्या की गई थी।
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सामूहिक हत्याकांड के बाद तीनो आरोपियों को जेल भेज दिया गया था। जहां से कुछ समय बाद तीनों को जमानत मिल गयी थी। अदालत में केस चलता रहा और फैसेले में कोर्ट ने तीनो आरोपियों को सजा ए मौत सुनाई थी। जिसके बाद एक आरोपी श्री कृष्ण जेल चला गया था लेकिन दो आरोपी किशोरी लाल व रामसेवक फरार हो गए थे।
फरार होने के बाद आरोपी राम सेवक दिल्ली गया जहां उसने संगम विहार में बौद्ध दीक्षा लेकर बौद्ध भिक्षु के रूप में रहने लगा। जिसके बाद वह देश के अलग अलग हिस्सों में बौद्ध भिक्षु बनकर घूमता रहा।
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गिरफ्तार आरोपी बदायूं जनपद के म्याऊ गांव में बौद्ध भिक्षु बनकर रह रहा था। गिरफ्तार आरोपी ने अपना नाम व पहचान भी बदल ली थी। वहीं पुलिस अब दूसरे आरोपी किशोरी लाल के बारे में भी पूछताछ कर रही है। पुलिस का दावा है कि फरार दूसरे आरोपी किशोरी लाल को भी जल्द गिरफ्ताए किया जाएगा। रामसेवक बदायूं में अपना हुलिया व नाम बदल कर एक मठ में रह रहा था। इसने अपना आधार कार्ड भी नया बनवा लिया था।
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