फर्जी वेबसाइट-साफ्टवेयर से बनाते थे नकली बर्थ, डेथ और कोविड वैक्सीन सार्टिफिकेट, भारत में 436 फ्रेंचाइजी देने वाले गिरोह का भंडाफोड़
UP Crime News: फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए सरकारी योजनाओं का लाभ लिया जाता था। कई बीमा कम्पनियों से क्लेम लिया गया। ये गैंग पूरे भारत में 436 फ्रेंचाइजी देकर फर्जीवाड़े कर रहा था।
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UP Crime News: यूपी एसटीएफ ने फर्जी वेबसाइट और साफ्टवेयर के जरिए ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। ये गिरोह फेक जन्म, मृत्यु एवं कोविड वैक्सीन प्रमाण-पत्र बनाता था। इन्ही प्रमाण पत्रों के जरिए सरकारी योजनाओं का लाभ लिया जाता था। कई बीमा कम्पनियों से क्लेम लिया गया। ये गैंग पूरे भारत में 436 फ्रेंचाइजी देकर फर्जीवाड़े कर रहा था। पुलिस ने गिरोह के मास्टरमाइंड सहित 03 अभियुक्तो को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र, मृत्यु प्रमाणपत्र, इलेक्ट्रानिक उपकरण बरामद हुए हैं।
436 फ्रेंचाइजी देकर फर्जीवाड़ा
पुलिस ने बस्ती के मोहम्मद साहिल, गाजियाबाद के जुबैर और लोनी के रियाजुद्दीन को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में गिरोह के मास्टरमाइंड साहिल ने बताया कि ये एक संगठित गिरोह है जिसमें जुबेर, ईदू अन्सारी, अरसद, अनीष अहमद, शहीम अंषारी, इंन्द्रेष यादव, अफाक आलम और विवेक कुमार गुप्ता शामिल हैं। ये गैंग लसरकारी वेबसाइटwww.crsorgi.gov.in जिससे प्रमाणित जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनते है से मिलती जुलती फर्जी व कूटरचित वेबसाइटों:
http://yasirprint.site/admin/
https://csrogri.gov.in.web-index.php.yasirprint.site/web/index.php/auth/login.php
http://crsorgi.goov.in.web.index.yasirprint.site/web/index.php/auth/login.php
https://crsorgi-gov.com/web/index.php/auth/login.php
https://crsorrgigov.co.in/login.php
https://crsorgi-gon.in/web/index.php/auth/login.php
https://crsorgi-gov.com/web/index.php/auth/login.php
https://crsfastprint.in/web/index.php/auth/login
https://crsgigov.com/web/index.php/auth/index.php
https://crsorgi-govi.com/web/index.php/auth/index
https://crsorgigov.pro/web/index.php/auth/login.php
https://crsorgi-gov.org/login.php
http://crsorg-gov.net/crsorg-gov.net/web/index.php/auth/login.html
का प्रयोग कर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र एवं मृत्यु प्रमाण पत्र बनाते हैं। विभिन्न राज्यों में रहने वाले साफ्टवेयर डेवलपर द्वारा वेबसाइट संचालित करायी जाती है एवं फ्रेंचाइजी माडल पर दिया जाता है।
आरोपियों के मुताबिक:
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हम लोगों द्वारा विदेषों से घुसपैठ करने वाले नागरिकों का भी भारतीय जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं, जिसके आधार पर वह व्यक्ति भारतीय निवास प्रमाण पत्र प्राप्त करने के उपरान्त भारत का आधार कार्ड बनवा लेता है। यह प्रमाण पत्र हम लोगों द्वारा लैपटाप एवं डेस्कटाप के माध्यम से बनाये जा रहे है। इस कृत्य से हम लोगों द्वारा अबतक कुल 6575 जन्म प्रमाण पत्र, 224 मृत्यु प्रमाण पत्र एवं 436 फ्रेंचाइजी बनायी जा चुकी है।
आरोपी जुबैर उपरोक्त ने भी पूछताछ में साहिल द्वारा बतायी गयी बातों का समर्थन करते हुए बताया कि हम लोग यह कार्य व्हाटसएप ग्रुप, टेलीग्राम एवं उपरोक्त वेबसाइट के माध्यम से जनता के व्यक्तियों से सम्पर्क कर, करते है।
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