डॉन मुख़्तार गैंग पर योगी की पुलिस का एक और वार, मुख्तार के सालों पर कसा शिकंजा, बैंक खातों के 17 लाख रुपये जब्त

ADVERTISEMENT

डॉन मुख़्तार गैंग पर योगी की पुलिस का एक और वार, मुख्तार के सालों पर कसा शिकंजा, बैंक खातों के 17 ल...
जांच जारी
social share
google news

Don Mukhtar Ansari: ग़ाज़ीपुर पुलिस ने माफिया डॉन मुख़्तार अंसारी पर एक और चोट की है। माफिया डॉन मुख्तार अंसारी गिरोह के सालों को पुलिस गैंग का सक्रिय सदस्य मानती है। यही वजह है कि डॉन मुख्तार के सगे सालों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है।

माफिया मुख्तार के खिलाफ बड़ा एक्शन

पुलिस अफसरों का कहना है कि नगर कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुख्तार के साले अनवर शहजाद और शरजील उर्फ आतिफ निवासी सैय्यदबाड़ा के की 17 लाख 65 हजार 120 रुपये की संपत्ति सीज़ की है। आरोप है कि दोनों की कंपनी मेसर्स विकास कंसट्रक्शन के बैंक खातों से ट्रांसफर करके रिश्तेदारों और मुख्तार के गैंग से जुड़े सदस्यों यानि आईएस- 191के कई बैंक खातों में ये पैसा डाला गया था। 

17 लाख से अधिक रुपये जब्त

बताया जा रहा है कि ये खाते मुख्तार अंसारी के पुत्र अब्बास, उमर अंसारी और चचेरे भाई मंसूर अंसारी के हैं। जिला अधिकारी के निर्देश पर पुलिस प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त कर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी। हाल ही में दिसंबर के महीने में पुलिस ने मुख्तार के साले शरजील रज़ा आतिफ का खाता सीज किया था। खाते में 28 लाख बेनामी धन ज़ब्त किया गया था। 

ADVERTISEMENT

मुख्तार अंसारी के सालों पर शिकंजा

बेनामी सम्पत्ति लगभग 28 लाख रुपये गैंगेस्टर एक्ट केस से जुड़ी थी। आईएस 191 गैंग के सरगना मुख्तार अंसारी की फरार पत्नी अफशा अंसारी का छोटा भाई शरजील रज़ा उर्फ आतिफ है।  मुख्तार गैंग का सक्रिय सदस्य है शरजील रज़ा उर्फ आतिफ, शरजील रज़ा अपराधिक मामलों में पहले से ही जेल में बंद है। 

डॉन से जुड़े गैंग सदस्यों पर होगी कुर्की

गाज़ीपुर पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर शरजील रज़ा के ऊपर कार्यवाही की जानकारी दी है। पुलिस का कहना है डॉन से जुड़े गैंग सदस्यों पर कुर्की की कार्यवाही भी होगी। थाना जंगीपुर पुलिस द्वारा IS-191 गैंग के सरगना माफिया मुख्तार अंसारी के सगे साले शरजील रजा उर्फ आतिफ रजा द्वारा अपने संगठित अपराध के माध्यम से अपने सहयोगी रिश्तेदारों के बैंक खाते में जमा बेनामी सम्पत्ति लगभग 28 लाख रुपये गैंगेस्टर एक्ट से सम्बन्धित थी।

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜