6 गर्लफ्रेंड, दो बीवियां और 9 बच्चों वाला ठग, पांचवीं पास मजदूर इस तरह बना मोस्ट वांटेड, मजदूर से इन्फलुएंसर बने वांटेड की अजीब कहानी
उत्तर प्रदेश में फॉल्स सीलिंग का काम करने वाला शख्स सोशल मीडिया पर इन्फलूएंसर बना और उसके बाद जो हुआ उसने सबके होश उडा दिए.
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UP Lucknow Crime: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर इलाके में स्थित एक फाइव स्टार होटल का लग्जरी रेस्टोरेंट. एक हंस्ता- खेलता परिवार और नए साल में कहां घूमने जाना है. इसकी चर्चा अभी पूरी भी नहीं हुई थी. इतने में ही पुलिस ने दस्तखत दे दी. किसी को कुछ समझ आता, इससे पहले ही पुलिस ने शख्स को गिरफ्तार किया और अपने साथ ले गए और बच्चों और उसकी पत्नी को घर जाने के लिए कहकर पुलिस उस शख्स को अपने साथ ले आई. साथ ही उस शख्स से पुछताछ शुरु कर दी.
काम छूटने के बाद ठगी का काम सीखा
दरअसल, गिरफ्तार किया हुआ शख्स की 2 पत्नियां और 9 बच्चें और यह शख्स अपने झूठे जाल में लोगों को फंसा लेता है. इसके खिलाफ आधा दर्जन से अधिक केस दर्ज हो गए है. लेकिन, आखिरकार ये पुलिस के हाथ लग गया. जिसके बाद इसने धीरे-धीरे अपने सारे राज खोलने शुरु कर दिए. इस शख्स का नाम अजीत मौर्य उर्फ रमेश कुमार है. ये उत्तर प्रदेश के गोंडा का रहने वाला है. यह सिर्फ पांचवी क्लास तक ही पढ़ा है. साल 1999 में छठी क्लास में फेल होने के बाद परिवारवालों के दबाव में आकर नौकरी ढूंढने के लिए मुंबई चला गया था. जहां पर उसने एक ठेकेदार के पास रहकर पीवीसी फॉल्स सीलिंग का काम किया. जिसके बाद उसकी मुलाकात संगीता नाम की एक महिला से हुई. जहां दोनो के बीच बातचीत हुई, जिसके बाद दोनों के बीच प्यार हो गया. साल 2000 में दोनों ने शादी कर ली. इन दोनो के 7 बच्चे है. साल 2010 तक दोनों की जिंदगी अच्छी चल रही थी, लेकिन इसके बाद अजीत का काम छूट गया. इसी दौरान उसकी जान-पहचान कुछ ऐसे लोगों से हुई जो ठगी का काम करते थे.
2 बीवी, 6 गर्लफ्रेंड, 9 बच्चे
इसके बाद यह अपने गांव वापस आ गया. जहां इसने लोगों के साथ ठगी करने का प्लान बनाया. जिसके लिए वह लखनऊ चला गया. जहां उसने अपने दो साथियों प्रतापगढ़ के राजेश कुमार और अंबेडकर नगर के दीपक गुप्ता के साथ मिलकर उसने एक गैंग बनाया. इसमें मुंबई में रहने वाला सूरज कुमार भी उनका पार्टनर बन गया. सूरज फोन के जरिए शिकार की तलाश करता. उसे अपने जाल में फंसाकर अजीत, राजेश और दीपक से संपर्क कराता. ये तीनों पैसे डबल करने का लालच देकर शिकार को लखनऊ बुलाते. पुलिस जांच में पता चला कि लखनऊ में ठगी का रैकेट चलाते समय अजीत की मुलाकात सुशीला नाम की एक महिला से हुई. जो उसकी ठगी में मदद करती थी. जिसके बाद अजीत ने सुशीला से शादी कर ली. जिससे उनके दो बच्चे है. अजीत ने बड़े ही शातिर तरीके से अपनी दोनों बिवियों के लिए अलग-अलग आलीशान घर बनवा कर दे रखे है. जबकि वह खुद लखनऊ के पॉश इलाके में किराए पर अपार्टमेंट लेकर रहता है. वह अपनी सुविधा के अनुसार यह दोनों बीवियों से अलग-अलग मिलता था. साथ ही उसकी 6 गर्लफ्रेंड भी है. जो उसके अपार्टमेंट पर आती थी. इतना ही नहीं वह उनके साथ हॉलीडे पर भी बाहर जाता था.
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आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज
आरोपी पहले शिकार को 100-100 रुपए के असली नोट नकली बताकर दे देता था. जिसके बाद उनसे कहता कि नोट को बाजार में चलाओ. नोट असली थे तो आसानी से चल जाते थे. जिसके बाद लोगों को उस पर भरोसा हो जाता था. जिसके बाद लोग बड़ी संख्या में पैसों की डिमांड की जाती. उन पैसों को डबल करने का वादा किया जाता. शिकार जब पैसे लेकर आता तो उसे नकली नोटों से भरा बैग देकर आरोपी फुर्र हो जाते. खोलने के बाद शिकार ठगा रह जाता. इस तरह गैंग ने कई लोगों को ठगा. इनके खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हुए. 26 नवंबर को धर्मेंद्र कुमार को तीन लाख रुपए के बदले छह लाख देने का वादा करके लखनऊ बुलाया गया. धर्मेंद्र पैसे लेकर पहुंचे तो उन्हें ताला बंद एक बैग दिया गया. इसके बाद आरोपी ये कहकर जल्दबाजी दिखाने लगे कि पीछे पुलिस लगी है, इसलिए वो बैग कहीं दूसरी जगह जाकर खोले. पीड़िता को उन पर इतना भरोसा हो चुका था कि वो बैग लेकर चला गया. उसने जब बैग खोला तो उसके होश ही उड़ गए. नोटों के बंडल में केवल उपर और नीचे असली नोट थे, बाकी सब नकली थे. इसके बाद उन्होंने सरोजनी नगर थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद पिलिस ने अजीत को गिरफ्तार कर लिया. जबकि उसके दोनों साथी फरार बताए जा रहे है.
नेपाल से होती थी नकली नोटों की सप्लाई
पुलिस ने आरोपी के पास से 2.15 लाख रुपए नकद, 3 मोबाइल फोन, नकली कूपन नोट और एक स्कॉर्पियों गाड़ी बरामद की है. उसके खिलाफ पोंजी स्कीम, नकली नोट सर्कुलेशन, फर्जी इंश्योरेंस स्कीम सहित कई तरह के फर्जीवाडे़ का आरोप है. आरोपी सोशल मीडिया इन्फलूएंसर भी है. उसके अच्छे खासे फॉलोवर्स भी है. पुलिस को जांच में ये भी पता चला कि आरोपी और उसके साथी नेपाल से नकली नोट लेकर आते थे. पुलिस इस रूट का भी पता लगाने में जुटी है कि आखिर नेपाल से नोटों की सप्लाई कैसे हो रही है.
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Note : ये खबर क्राइम तक में internship कर रही निधी शर्मा ने लिखी हैं.
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