मुख्तार अंसारी से मिलने पहुंची बहू निखत, पोते को सीने से लगा कर बोला डॉन, "मैं बदनसीब दादा हूं"
UP Crime News: मुख्तार ने अपने पोते यानी निखत के बेटे को सीधे गोद मे लेकर सीने से लगा लिया और कहा कि मैं बदनसीब दादा हूँ।
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बांदा से सिद्धार्थ गुप्ता की रिपोर्ट
UP Mukhtar News: कभी जिस मुख्तार की यूपी में तूती बोलती थी अब वो मुख्तार जरा खामोश रहने लगा है। कई कई महीने उसकी मुलाकात घर के किसी सदस्य से नहीं होती। सोमवार का दिन माफिया मुख्तार के लिए अच्छी खबर लेकर आया। बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी से मिलने उसका मासूम पोता अपनी मां के साथ पहुंचा।
माफिया मुख्तार के लिए अच्छी खबर
सोमवार को मुख्तार अंसारी की बहू निखत अपने बेटे संग बांदा जेल पहुचीं। जहां मुख्तार ने पोते को देखते ही गले लगा लिया और कहा मैं बदनसीब हूँ, खुशियों की जगह तकलीफ दे रहा हूँ। जेल में मुलाकात के दौरान दोनो ने एक दूसरे की खैरियत जानी। सेहत का हालचाल लिया। मुलाकात के बाद निखत वापस लौट गई।
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दादा पोते की जेल में मुलाकात
बांदा जेल अधीक्षक ने मुलाकात की पुष्टि करते हुए बताया कि निखत को जेल मैनुअल के अनुसार मुलाकात कराई गई है। इसके बाद वह वापस चली गईं। इस दौरान सुरक्षा को देखते हुए सभी को अलर्ट किया गया था। जेल प्रशासन के मुताबिक करीब आधे घंटे से एक घंटे के बीच मुलाकात के बाद वह बाहर आ गयी।
जेल में भावुक हुआ डॉन
इस दौरान निखत ने मीडिया से कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। जेल प्रशासन के मुताबिक मुलाकात के दौरान मुख्तार ने अपने पोते यानी निखत के बेटे को सीधे गोद मे लेकर सीने से लगा लिया और कहा कि मैं बदनसीब दादा हूँ। खुशियों की जगह तकलीफ दे रहा हूँ और फिर पोते को खूब दुलार किया। मुख्तार ने बहू निखत से कहा कि सब समय आने पर सब ठीक हो जाएगा, हो सकता है अल्लाह को यही मंजूर रहा होगा।
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जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि:
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“निखत ने मुलाकात की अर्जी डाली थी, जिसके बाद उनकी मुलाकात मुख्तार अंसारी से हुई है। उनके साथ उनका बेटा था, जेल मैनुअल के अनुसार मुलाकात कराई गई। CCTV के साथ साथ सभी को सुरक्षा की दृष्टि से अलर्ट किया गया था, मुलाकात के बाद वह वापस लौट गई”
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