यूपी के औरैया में मासूम का अपहरण कर की हत्या, इस तरह से खुला ये मामला!
UP Auraiya News: यूपी के औरैया से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां से एक 12 साल के बच्चे का अपहरण हुआ था। उसका कत्ल कर दिया गया है।
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सूर्या शर्मा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
UP Auraiya News: यूपी के औरैया से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां से एक 12 साल के बच्चे का अपहरण हुआ था। उसका कत्ल कर दिया गया है। इस सिलसिले में पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक मुठभेड़ के बाद पुलिस ने आरोपियों को धर दबोचा।
औरैया के SP चारू निगम ने बताया, बच्चे का अपहरण करने के बाद आरोपियों ने उसे एक ट्रॉली बैग में छिपा दिया, जिसमें दम घुटने से उसकी मौत हो गई।
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ये था पूरा माजरा
ये वाक्या 23 मार्च का है। औरैया जिले के अरवा कटरा थाना क्षेत्र के उमरेन में शकील सराफा व्यवसायी है। उनके बेटे को पड़ोस के मुन्ना उर्फ रियाज सिद्धिकी अपने साथ क्रिकेट खेलने के लिए ले गया, जहां पर मुन्ना ने अपने साथियों के साथ उसका अपहरण कर लिया। सुभान (उम्र 11 साल) जब घर नहीं पहुंचा तो परिवार वालों को चिंता हुई। तुरंत शकील ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक चारू निगम द्वारा बच्चे की तलाश के लिए कई टीमें लगाई गई। पुलिस को परिवार के द्वारा कुछ लोगों पर शक जाहिर किया गया था। पुलिस ने रियाज और उसके दोस्तों की तलाश की तो उनका पता नहीं चल सका।
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कॉल रिकॉर्ड और लोकेशन से पकड़े गए आरोपी
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इसके बाद पुलिस ने उनके कॉल रिकॉर्ड जुटाए तो पता चला कि वे औरैया से बाहर जा रहे थे। उन पर नजर रखने के लिए कई पुलिस टीमें तैनात की गईं। बाद में पुलिस को उनकी लोकेशन दिल्ली में मिली। पुलिस लोकेशन के आधार पर आरोपियों तक पहुंच गई। मुन्ना ने अपने साथियों के साथ मिलकर बच्चे का अपहरण करने के वाद दिल्ली में साथी अवधेश को सौंप दिया था। उसके बाद यूपी पुलिस ने दिल्ली पुलिस से मदद ली। दिल्ली पुलिस की मदद से पश्चिम विहार में अवधेश एवं उसके साथियों जतिन, रवि और दीपक गुप्ता को पुलिस ने पकड़ा लिया, जहां उन लोगों ने बच्चे को एक सफेद कार में एक ट्रॉली बैग में हाथ-पैर बांधकर डाल रखा था। तुरंत बच्चे को पास के संजय गांधी हॉस्पिटल में लाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुरुआती तौर पर माना जा रहा है कि बच्चे की दम घुटने की वजह से मौत हुई। आरोपियों ने बच्चे को ट्राली बैग में डाल दिया था।
...जब जंगल में चला पुलिस आपरेशन
उसके बाद चारों आरोपियों को वापस औरैया ले जाया गया। इन आरोपियों ने अपराध में शामिल रियाज और उसके तीन अन्य साथियों शोभन यादव, अंकित कुमार और आशीष मिश्रा के शामिल होने की बात कबूल की और ये भी बताया कि वो अभी भी औरैया में ही हैं। अवधेश ने पुलिस को बताया कि उनकी योजना औरैया के एक जंगल में लड़के के परिवार से फिरौती वसूलने की थी। रियाज और उसके तीन साथियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल बिछाया। उन्होंने गिरफ्तार आरोपियों से फिरौती वसूलने के लिए रियाज और अन्य को फोन करने को कहा।
मुन्ना अपने साथियों (शोभन, अंकित और आशीष )के साथ अरवा कटरा थाना क्षेत्र के भाऊ खेड़ा के जंगल में आया। तभी मुन्ना ने अपने अन्य साथियों को पुलिस के साथ देख कर पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। पुलिस गिरफ्त से आरोपी भागने की कोशिश करने लगे। इस दौरान पुलिस पर कई राउंड फायरिंग की गई। जवाबी फायरिंग में आठ आरोपियों को गोलियां लगी। इस घटना में तीन पुलिसवाले भी जख्मी हुए हैं। घायलों को सीएचसी अरवा कटरा में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। पुलिस ने घटना स्थल से आरोपियों के पास से तमंचें और कारतूस भी बरामद किए हैं।
बच्चे के पिता शकील ने कहा, ‘आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।’ उधर, बच्चे की मां ने कहा, ‘बीजेपी की सरकार पर हमें पूरा भरोसा है। हमें न्याय जरूर मिलेगा।’
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