Umesh Pal Singh: चार सालों से अतीक अहमद उमेश के पीछा पड़ा था!
Umesh Pal Singh: उमेश पाल हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि बीते 4 सालों से अतीक अहमद के निशाने पर उमेश पाल था।
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Umesh Pal Singh: उमेश पाल हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि बीते 4 सालों से अतीक अहमद के निशाने पर उमेश पाल था। अतीक को ये पता था कि उमेश पाल की हत्या करवाने पर बड़ा बवंडर मचेगा। पुलिस के मुताबिक, जनवरी 2019 में प्रयागराज के धूमनगंज में अतीक अहमद और उसके करीबी खालिद जफर पर एफआईआर लिखने वाले मोहम्मद जैद खालिद को अतीक अहमद ने देवरिया जेल में बुलाकर मारपीट की थी।
मारपीट के दौरान अतीक अहमद ने कहा था, 'उमेश पलवा मुझे मरवाना चाहता है, मुझे सजा दिलाना चाहता है, उमेश पलवा को जौन दिन मरवाऊंगा, 15 दिन नेशनल टीवी पर चली।'
देवरिया जेल में बंद अतीक अहमद ने खालिद को बुलाकर प्रयागराज के विशनापुरी की जमीन देने के लिए मारपीट की थी। इस सिलसिले में 22 नवंबर 2018 को हुई घटना की मोहम्मद जैद खालिद ने 8 जनवरी 2019 को धूमनगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। इस एफआईआर में अतीक अहमद का करीबी रिश्तेदार इमरान के साथ खालिद जफर और अतीक अहमद नामजद किए गए थे।
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उधर, पुलिस ने शूटरों को नेपाल में पनाह देने वाला एक शख्स को धर दबोचा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, नेपाल पहुंचे असद और मोहम्मद गुलाम को गाड़ी व रुकने का ठिकाना मुहैया कराने वाले एक व्यवसायी को हिरासत में लिया गया है।
जांच में पता चला है कि एक रात रुकने के बाद उमेश पाल हत्याकांड के शूटर नेपाल के दूसरे हिस्से में चले गए थे। असद और गुलाम नेपाल में मददगार बदल कर पनाह ले रहे थे। नेपाल के एक कय्यूम अंसारी नामक व्यवसायी को हिरासत में लेकर की जा रही पूछताछ जा रही है। बताया जा रहा है कि बहराइच के रास्ते नेपाल में घुसने के बाद कयूम अंसारी ने शूटरों की मदद की थी। पुलिस की मानें तो कय्यूम का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन भी रहा है। उससे कई बार पुलिस पहले भी पूछताछ कर चुकी है।
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