Umesh Pal Murder Update: पुलिस के खाली हाथ देखकर उमेश पाल के घरवाले हुए मायूस, इस वजह से सताने लगा है डर
Umesh Pal Murder Update: प्रयागराज में हुए शूटआउट के 19 दिन गुज़र गए हैं, यूपी पुलिस लगातार दावे कर रही है कि उसने शूटआउट में शामिल संदिग्धों पर शिकंजा भी कस दिया है लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और इस बात को लेकर अब उमेश पाल के घरवाले ड
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Umesh Pal Murder Update: प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में पूरे 19 दिन गुजर चुके हैं। और इन 19 दिनों में उत्तर प्रदेश की पुलिस के हाथ पूरी तरह से खाली है...हालांकि पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल संदिग्ध शूटरों और साज़िशकर्ताओं पर शिकंजा कसने की बात बड़े ही जोर शोर तरीके से की है...मगर अभी तक न तो एक भी शूटर हाथ आया और न ही उस माफिया डॉन अतीक अहमद का परिवार जिस पर इस हत्याकांड को अंजाम देने का संगीन इल्ज़ाम है। कहने को तो पुलिस ने इस शूटआउट में शामिल हुए शातिर दो गुर्गों को एनकाउंटर में मार गिराया, जिनमें से एक उस्मान चौधरी उर्फ विजय चौधरी था जबकि दूसरा गुर्गा अरबाज नाम का था। इसके अलावा प्रयागराज के मुस्लिम हॉस्टल में रहने वाले एक वकील सदाकत खान को इस शूटआउट की साज़िश करने के इल्ज़ाम में गिरफ्तार करने का दावा जरूर किया गया है...लेकिन इस पूरे हत्याकांड के असली मास्टरमाइंड और शूटर अभी तक पुलिस की पहुंच से दूर ही बने हुए हैं।
पुलिस की इस नाकामयाबी या फिर इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी में हो रही देरी ने अब उमेश पाल के परिवार के लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया है। उनके दिलों में अब ये बात घर करने लगी है कि हो न हो, पुलिस की ये देरी उनके लिए मुसीबत भी बनेगी और उन्हें इंसाफ से और दूर कर देगी।
आजतक से बातचीत में उमेश पाल की पत्नी ने जताई आशंका समय पर नहीं हुई कार्रवाई तो राजू पाल की तरह उमेश पाल हत्याकांड का मामला भी दब जाएगा।
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24 फरवरी की शाम को प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में आज उमेश पाल के घर पर एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई, जिसमें उमेश पाल के साथ-साथ शहीद हुए दोनों कॉन्स्टेबल संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह को भी श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर उमेश पाल के मां शांति देवी और पत्नी जया पाल ने आजतक से बातचीत में कहा कि इस मामले में जितनी देरी होती जाएगी इस मामले की फाइलें दबती जाएंगी...और ये मामला गुजरे वक्त की तरह ठंडा पड़ जाएगा।
उमेश पाल की पत्नी और मां ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि इस मामले में न सिर्फ तेजी लाएं बल्कि सख्ती भी बरतें और हत्यारों को ढूंढ़ ढूंढ़कर उन्हें मारा जाए।
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मेरा बेटा राजू पाल हत्याकांड का गवाह था, उसका अपहरण कर लिया मेरा बेटा अपहरण का केस लड़ रहा था मेरे बेटे को 3 दिन बाद अपहरण करके छोड़ा था। अतीक ने ही मरवाया है उसी ने मेरे बेटे को मरवाया है। जब आदमी षड्यंत्र रचेगा तो उसकी बीवी बच्चे सब सहयोग करेंगे।
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उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने कहा हमें शासन से न्याय की उम्मीद है। लेकिन जो करना है जल्दी करें। जलती आग ठंडी होगी तो मामला भी ठंडा हो जाएगा। फाइलें दबा दी जाएंगी। जिसने घटना की है उसको छोड़ा ना जाए। आज राजू पाल को खत्म हुए 18 साल हो रहा है क्या रिजल्ट निकला, कुछ नहीं निकला। लेकिन यह योगी सरकार में हुआ है तो उम्मीद है कार्रवाई होगी, फाइल नहीं दबेगी।
सूबे के इस समय के सबसे बड़े हत्याकांड की वारदात की उलझी हुई गुत्थियों को सुलझाने में लगी उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए अब ये एक बड़ी चुनौती भी बन गई है। यूपी पुलिस के आला अफसरों की मानें तो ये हत्याकांड उनके लिए इतना बड़ा सिरदर्द बन जाएगा, और इतनी बड़ी चुनौती हो जाएगा, उन्होंने कभी सोचा ही नहीं था।
आलम ये है कि करीब 150 से ज़्यादा पुलिस वाले हाथों में हथकड़ी लेकर इस हत्याकांड के किरदारों की तलाश में अब हिन्दुस्तान की हद को भी लांघने लगे हैं। बताया जा रहा है कि करीब डेढ़ सौ पुलिसवाले और STF की 22 टीमें इस हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए दो देशों का चप्पा चप्पा खंगालने में जुटी हैं। ऐसे में ये भी कहा जा सकता है कि प्रदेश के सबसे बड़े हत्याकांड के लिए यूपी पुलिस ने सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन भी लॉंच कर रखा है। कहना लाजमी है कि उमेश पाल हत्याकांड की जांच अब इंटरनेशनल हो गईहै। और कातिलों की तलाश में भारत के पांच प्रदेशों के अलावा पड़ोसी नेपाल तक में एक दर्जन से ज़्यादा आईपीएस और पीसीएस अफसर इस हत्याकांड की गुत्थियों को सुलझाने और कातिलों की तलाश में जुटे हुए हैं। यूपी पुलिस के सूत्रों से मिली खबरों पर यकीन किया जाए तो इस हत्याकांड में शामिल हरेक शूटर की तलाश के लिए तीन डेडिकेटेड टीमों को लगा दिया गया है। और अभी तक 100 से ज़्यादा ठिकानों पर छापामारी भी की जा चुकी है, लेकिन इस हाईप्रोफाइल मर्डर केस के तमाम आरोपी अब तक पुलिस की पहुँच से बाहर बने हुए हैं।
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