Manipur Horror: महिलाओं की Naked परेड कराने से पहले भीड़ ने पुलिस से छीना था, फिर हुआ था अराजकता का नंगा नाच, वायरल वीडियो के बाद बढ़ा तनाव
Manipur women Naked parade: मणिपुर में हालात हर रोज बद से बदतर हो गएहैं। और महिलाओं को नंगा घुमाने की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद अब पूरे मणिपुर में तनाव और बढ़ गया है।
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women Naked parade: मणिपुर में बीते दो महीनों से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। दो समुदाय के बीच छिड़ा संघर्ष अब पूरी तरह से इस सूबे की इज्जत लूटने पर आमादा हो गया है। अभी तक जो बात मणिपुर के भीतरी हिस्सों में ही थी अब वो सोशल मीडिया के जरिए जमाने के सामने आकर पूरे मुल्क को शर्मसार करने लगी है।
मणिपुर का वीडियो और बवाल
बुधवार की रात मणिपुर से जो वीडियो सामने आया उसने तो मुल्क के बंदोबस्त के गाल पर चांटा रसीद कर दिया। लोगों की नज़रें खुद ब खुद शर्म से झुक गईं। और सोशल मीडिया पर इस घटना को पाप कहकर पुकारा गया।
नंगा करके महिलाओं की परेड
जो वीडियो सामने आया है उसमें एक भीड़ दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके पहले सड़कों पर घुमाते हैं और फिर महिला के साथ भीड़ में मौजूद कुछ उचक्के बदतमीजी करते हैं और उसके बाद उन महिलाओं को खेत में ले जाते हैं और वहां उन दोनों महिलाओं के साथ गैंगरेप जैसी संगीन और घिनौनी वारदात को अंजाम देते हैं। बताया जा रहा है कि वीडियो दो महीने पुराना है, लेकिन अभी सामने आने के बाद मणिपुर का ये मामला अब एक नए सिरे और नए तरीके से लोगों की जुबान पर चढ़ने लगा है।
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मणिपुर में फैल गया तनाव
इस वीडियो के सामने आने के बाद मणिपुर के कई इलाकों में तनाव फैल गया। मणिपुर में तैनात सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि ये वीडियो इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम के गुरुवार को होने वाले प्रदर्शन से ऐन पहले जारी किया गया है। असल में वीडियो वायरल करने के पीछे अधिकारियों का अंदाजा है कि एक समाज वहां के दूसरे समाज की दुर्दशा को उजागर कर सके।
4 मई की घटना
इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) के एक बयान के अनुसार, यह घटना राज्य की राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में 4 मई को हुई। हालाँकि, पुलिस ने कहा कि घटना दूसरे जिले में हुई, हालाँकि FIR कांगपोकपी में दर्ज की गई थी. खुलासा है कि वीडियो मणिपुर के कांगपोकपी जिले का है। जिसमें महिलाओं को बंधक बनाया गया है और उन महिलाओं के बदन में एक भी कपड़ा मौजूद नहीं है। साथ ही महिलाएं लगातार मदद की गुहार लगा रही हैं और बंधक महिलाओं के साथ भीड़ में लड़के लगातार छेड़छाड़ कर रहे हैं। भीड़ में चल रहे गुंडे लड़की को थप्पड़ मार रहे हैं, उसके प्राइवेट पार्ट्स को जबरदस्ती छू रहे हैं।
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इस घिनौनी घटना के बाद निंदा का बयान जारी करने वाले ITLF के मीडिया प्रभारी गिंज़ा वुआलजॉन्ग ने कहा
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हमें ये जानकारी मिली थी कि मैतेई गुटों द्वारा कुकी महिलाओं के रेप की घटनाएं हुईं. लेकिन 4 मई को हुई इस घटना का वीडियो जिस तरह अब वायरल हुआ है, उससे ITLF भी हतप्रभ है. हम अपने स्तर पर इस घटना की जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं. हमें ये जानकारी मिली है कि इस मामले में पुलिस को तहरीर दी गई. अगर शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई, तो हम कानूनी रास्ता अपनाएंगे.
थाने में दर्ज हुआ मामला
मणिपुर पुलिस के मुताबिक अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन पर अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं पुलिस के आला अफसरों का कहना है कि इस सिलसिले में दोषियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मणिपुर सरकार ने वीडियो का संज्ञान लिया
आजतक से बात करते हुए मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने बताया कि सरकार ने वीडियो का स्वत: संज्ञान लिया है। वीडियो में 2 महिलाओं को भीड़ निर्वस्त्र करके घसीट रही है। और इस घटना के जांच के आदेश दिए गए हैं। बी.फेनोम गांव के 65 साल के प्रमुख थांगबोई वैफेई की तरफ से सैकुल पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया है कि इसी उन्मादी और बेलगाम भीड़ ने तीसरी महिला के साथ गैंगरेप किया।
मदद कर रहे लड़की के भाई को मार डाला
शिकायत में कहा गया है कि भीड़ ने एक आदमी को मार डाला और 3 महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया था. इनमें से एक 19 साल की पीड़िता के साथ गैंगरेप किया गया। लिखी गई शिकायत के मुताबिक भीड़ ने एक आदमी को मार डाला। 3 महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया गया। जबकि 19 साल की पीड़ित लड़की के साथ गैंगरेप की वारदात हुई है। और जब उस लड़की के भाई ने उसकी मदद करने की कोशिश की तो उसकी हत्या कर दी। इसी शिकायत में ये भी लिखा गया है कि तीनों महिलाएं कुछ अनजान लोगों की मदद से मौके से भागने में सफल रहीं।
पुलिस टीम से छीना था भीड़ ने
पुलिस में दर्ज की गई शिकायत का ये सबसे चौंकाने वाला पहलू है जिसमें बताया गया कि हमले के दौरान 2 पुरुष और 3 महिलाएं जंगल की ओर भाग गए। बाद में उन्हें नोंगपोक सेकमाई पुलिस टीम ने बचाया। और पुलिस की टीम जब उन पांचों को नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन ले जा रही था, तभी भीड़ ने पुलिस स्टेशन से लगभग 2 किमी दूर तौबुल के नजदीक सेकमई खुनौ के पास पुलिस टीम पर हमला किया और महिलाओं को छीन लिया। मणिपुर की अब तक की हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं.
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