उत्तरी सिक्किम में फंसे हुए पर्यटकों को हेलीकॉप्टरों से सुरक्षित निकाला गया
उत्तर सिक्किम के लाचेन और लाचुंग में फंसे हुए पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सशस्त्र बलों द्वारा चलाया जा रहा बचाव अभियान मंगलवार को आसमान साफ होने के साथ दूसरे दिन फिर से शुरू कर दिया गया।
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Sikkim Latest Update: उत्तर सिक्किम के लाचेन और लाचुंग में फंसे हुए पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए सशस्त्र बलों द्वारा चलाया जा रहा बचाव अभियान मंगलवार को आसमान साफ होने के साथ दूसरे दिन फिर से शुरू कर दिया गया।
लाचेन और लाचुंग में फंसे करीब 95 लोगों को हेलीकॉप्टरों की मदद से निकाला गया। लाचुंग से सुरक्षित निकाले गए पहले समूह में 17 पर्यटक और लाचुंग गांव के दो स्थानीय निवासी शामिल हैं। हेलीकॉप्टरों ने सुबह इलाके में दो चक्कर लगाए। लाचुंग से निकाले गए लोगों को गंगटोक के समीप पाक्योंग हवाई अड्डे पर लाया जा रहा है।
लाचेन से सुरक्षित बाहर निकाले गए 76 लोगों के पहले समूह में दो बच्चे भी शामिल हैं। लाचेन में फंसे हुए इन लोगों को तीन फेरों में सुरिक्षत बाहर निकाला गया और उन्हें मंगम के रिंघिम हेलीपैड लाया गया है।
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मंगन के जिलाधिकारी हेम कुमार छेत्री ने कहा कि भारतीय वायु सेना के तीन हेलीकॉप्टर लोगों को बाहर निकालने के काम में जुटे हैं, जिसमें से दो लाचेन के लिए और एक लाचुंग से लोगों को बाहर निकालने का काम कर रहे हैं।
छेत्री ने कहा कि इस क्षण जिला प्रशासन की शीर्ष प्राथमिकता फंसे हुए पर्यटकों और बीमार लोगों को बाहर निकालना है।
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अधिकारियों ने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित मंगन जिले के लाचुंग और लाचेन में फंसे हुए पर्यटकों को हवाई मार्ग से बाहर निकालने के लिए हेलीकॉप्टर और चक्कर लगाएंगे।
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उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने सिलिगुड़ी और गंगटोक की यात्रा करने वाले पर्यटकों की मदद के लिए सिक्किम परिवहन की बसों का प्रबंध किया है।
ल्होनक झील पर बादल फटने के कारण तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद उत्तरी सिक्किम शहर में देश के अलग-अलग हिस्सों के करीब तीन हजार पर्यटक फंस गए थे।
सोमवार को लाचेन और लाचुंग से 360 से ज्यादा पर्यटकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।
इनपुट - पीटीआई
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