दिल्ली हाईकोर्ट ने तिहाड़ जेल को अंग्रेजी में लगाई फटकार, जेलर की लगा दी क्लास
Tillu Tajpuriya Murder: टिल्लू ताजपुरिया की हत्या को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट बेहद गुस्से में है। उच्च न्यायालय ने तिहाड़ जेल के जेलर को फटकार लगाते हुए इस घटना की पूरी स्टेटस रिपोर्ट 25 मई तक देने का हुक्म सुनाया है
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तिहाड़ जेल में चार कैदियों ने मिलकर एक गैंग्स्टर की चाकुओं से गोद गोदकर हत्या कर दी…बाद में उस हत्या का बाकायदा सीसीटीवी भी सामने आया…ये भी खुलासा हो गया कि हत्या कब कैसे और किन हालात में हुई…और सीसीटीवी की तस्वीरों की वजह से तिहाड़ जेल की जमकर थू थू भी हो गई…और अब दिल्ली की हाईकोर्ट ने तिहाड़ जेल के तमाम अफसरान और सारे बंदोबस्त को अंग्रेजी में फटकार लगाई है। हाई कोर्ट ने तिहाड़ जेल के अधिकारियों की क्लास लगाते हुए आखिरकार पूछ ही लिया कि ये सब क्या चल रहा है, कोई बंदोबस्त नाम की चीज है या सब ऐसे ही चल रहा है। इसके बाद हाईकोर्ट ने तिहाड़ जेल से स्टेटस रिपोर्ट मांगी और कहा है कि 25 मई तक पूरी रिपोर्ट और पूरी डिटेल के साथ खुद जेल अधीक्षक यानी जेलर साहब खुद सशरीर मौजूद हों…। हाईकोर्ट ने साफ साफ कहा है कि बहुत हो गई लापरवाही। अब ऐसी वारदात किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होंगी…।
असल में टिल्लू ताजपुरिया के पिता और भाई ने एक याचिका दाखिल की थी जिसमें गुहार लगाई गई थी कि तिहाड़ की सबसे हाईसिक्योरिटी सेल में होने के बावजूद टिल्लू ताजपुरिया की उसके विरोधी गैंग के लोगों ने हत्या कर दी। याचिका में कहा गया है कि ये हत्याकांड जेल की तरफ से बरती गई लापरवाही की वजह से ही अंजाम दिया गया। क्योंकि सीसीटीवी फुटेज से ये भी साफ हो गया कि जिस वक़्त हत्या की गई वहां न तो कोई सुरक्षा गार्ड दिखाई दिया और न ही वारदात के वक़्त चीख पुकार के बावजूद कोई सामने नज़र आया। इतना ही नहीं, वहां सुरक्षा गार्ड की मौजूदगी में जिस तरह से आरोपियों ने टिल्लू की लाश के साथ बर्ताव किया ये भी न सिर्फ दुखद है बल्कि ये इस बात का भी इशारा है कि इस पूरे हत्याकांड में जेल के लोगों की मिलीभगत भी हो सकती है।
इसी याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने जेल प्रशासन की बुरी तरह से फटकार लगाई। हाईकोर्ट ने तिहाड़ से पूछा है कि आखिर इस पूरे घटनाक्रम के लिए कौन कौन जिम्मेदार है और उसके खिलाफ जेल प्रशासन ने किस तरह का एक्शन लिया। इसके अलावा हाईकोर्ट ने ये भी पूछा है कि जो कुछ भी सीसीटीवी के जरिए दुनिया ने देखा उसके लिए जेल प्रशासन के खिलाफ क्या एक्शन लिया जा सकता है। कहने का मतलब सिर्फ इतना है कि टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का मामला अब दिल्ली हाईकोर्ट में पहुँच चुका है और हाईकोर्ट ने हथौड़ा चलाते हुए साफ साफ जेलर पर बरसते हुए जमकर फटकार लगाई है। अब सभी की नज़र तिहाड़ जेल के अधिकारियों और खासतौर पर जेल पर नज़र टिकी है कि वो अदालत के सामने क्या दलील देकर उच्च न्यायालय का गुस्सा शांत करते हैं।
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