जो ज़िंदा है उसे कुत्ते की मौत मारेंगे, फेसबुक पोस्ट में गोल्डी बराड़ ने ऐसा क्यों लिखा?
Tillu Tajpuriya gangster murdered: दिल्ली की तिहाड़ जेल में गैंगवॉर के बाद गैंग्स्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई। लेकिन सनसनी उस वक्त फैली जब टिल्ली ताजपुरिया की हत्या के लिए गोल्डी बराड़ ने जिम्मेदारी ली।
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Tihar Gangwar: दिल्ली के तिहाड़ जेल में आज सुबह एक गैंगवार हुई जिसमें गैंग्स्टर सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई। टिल्लू ताजपुरिया का नाम गैंग्स्टर जितेंद्र गोगी की हत्या के सिलसिले में सामने आया था। बताया जा रहा है कि तिहाड़ में टिल्लू ताजपुरिया के दुश्मन गैंग के गुर्गे योगेश टुंडा ने उस पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया था। जिससे टिल्लू ताजपुरिया के सिर पर गहरी और गंभीर चोट लगी थी। बाद में उसे जब दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
तिहाड़ से जो खबर सामने आई उससे यही पता चलता है कि जेल में गैंगवॉर के दौरान टिल्लू ताजपुरिया की हत्या करने वाले गोगी गैंग के गुर्गे थे...लेकिन सोशल मीडिया पर उस वक्त सनसनी फैल गई जब सात समंदर पार कनाडा में बैठे गैंग्स्टर और लॉरेंस बिश्नोई का खासमखास गोल्डी बराड़ ने एक बार फिर किसी गैंग्स्टर को मौत के घाट उतारने की जिम्मेदारी ली है।
गोल्डी बराड़ ने ये जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए ली है। जिसमें उसने तिहाड़ में टिल्लू की हत्या करने वाले योगेश टुंडा और दीपक तीतर की जमकर तारीफ की है साथ ही ये भी लिखा है कि टिल्लू ताजपुरिया लगातार उसके दोस्त गैंग के लोगों को मार रहा था या मरवा रहा था। जिसकी वजह से उसे उसके साथियों ने मौत के घाट उतार दिया।
टिल्लू ताजपुरिया, तिहाड़ में हाई रिस्क वार्ड में बंद था। सुबह साढ़े छह बजे करीब चार कैदियों ने उस पर हमला किया। जिन कैदियों ने टिल्लू ताजपुरिया को अपना निशाना बनाया उनकी पहचान भी हो गई है। दीपक तीतर ,योगेश टुंडा ,राजेश और रियाज खान नाम के कैदियों ने ताजपुरिया पर लोहे की रॉड से हमला किया। ये सभी जितेंद्र गोगी गैंग के गुर्गे बताए जा रहे हैं। ये अभी इसी वार्ड की पहली मंजिल पर बंद थे जबकि टिल्लू ग्राउंड फ्लोर पर था। जेल के अधिकारियों के मुताबिक ये हमला सुबह 6 :15 बजे हुआ। इन्होंने लोहे की ग्रिल तोड़कर उसे नुकीला किया और हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि तीतर और टुंडा ने टिल्लू पर करीब 40 से ज़्यादा बार वार किया। इस हमले में टिल्लू की मौत हो गई जबकि एक कैदी रोहित बुरी तरह से घायल हो गया।
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दरअसल दिल्ली दिल्ली से सटे ताजपुरिया गांव के रहने वाला सुनील मान उर्फ टिल्लू अपने गांव के नाम ताजपुरिया के नाम से पहचाना जाता है। अलीपुर के गांव का रहने वाला जितेंद्र गोगी और सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया कभी जिगरी यार हुआ करते थे। दोनों के बीच दांत काटी रोटी जैसा याराना था। लेकिन दोनों अचानक दोनों के गैंग अलग हो गए। बताया जा रहा है कि गैंग्स्टर जितेंद्र गोगी और टिल्लू ताजपुरिया के बीच 2010 में बाहिरी दिल्ली के एक कॉलेज में छात्र संघ चुनाव के दौरान दुश्मनी हुई और फिर वो दुश्मनी इस कदर बढ़ी कि दोनों एक दूसरे के जानी दुश्मन बन गए। बाद में दोनों गैंग्स्टरों के बीच की ये दुश्मनी उनके बीच के गैंगवार में भी तब्दील हो गई। जिसमें अब तक 25 लाशें गिर चुकी हैं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि इन दोनों के बीच हुई गैंगवार में अब तक सैकड़ों की तादाद में गोलियां चल चुकी हैं और दिल्ली पुलिस सड़क से सैकड़ों कारसूत बटोर चुकी है। बताया जा रहा है कि रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद से टिल्लू ताजपुरिया तिहाड़ में बंद था और वहीं से गैंग को ऑपरेट कर रहा था।
बताया ये भी जा रहा है कि जिस वक्त दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में फायरिंग के दौरान जितेंद्र मान उर्फ गोगी को गोलियों से छलनी किया गया ता उस वक़्त टिल्ली ताजपुरिया के शूटर वकीलों के भेष में अदालत पहुँचे ते और गोगी को गोलियों से छलनी कर दिया था।
दिल्ली पुलिस की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में रह चुका गैंग्स्टर और टिल्लू ताजपुरिया का जानी दुश्मन जितेंद्र मान उर्फ गोली तिहाड़ जेल से ही दुबई के कारोबारी से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने की वजह से सुर्खियों में छा गया था। बताया जा रहा है कि जितेंद्र की ही तरह टिल्लू ताजपुरिया भी जेल से ही रंगदारी और फिरौती के साथ साथ अपहरण और सुपारी किलिंग करवाता रहता था।
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