टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के पीछे था ये सिंडीकेट, ऐसे खुला पूरा राज, दिल्ली से सात समंदर पार तक जुड़े तार
Tillu Tajpuria Murder: तिहाड़ में टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद दिल्ली और हरियाणा के गैंग्स्टरों का पूरा सिंडीकेट का राज सामने आ गया साथ ये भी खुलासा हो गया कि ये सिंडीकेट कैसे काम कर रहा।
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Tillu Tajpuria Murder: तिहाड़ में गैंग्स्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या (Tillu Tajpuria Murder) की वारदात के सामने आने के बाद अब हरेक बारीक से बारी जानकारी को भी शक के फिल्टर से देखा जा रहा है। और उसी में से कुछ ऐसी बातें झांकती दिखाई दे रही हैं जिससे पता चलता है कि दिल्ली और हरियाणा के गैंग्स्टरों का पूरा सिंडीकेट कैसे काम कर रहा है। असल में ये सब कुछ उस गैंग्स्टर (Gangsters) की बातों से सामने आया है जिसे दिल्ली पुलिस की टीम FBI की मदद से मैक्सिको से पकड़कर वापस लाई। नाम है दीपक बॉक्सर (Deepak Boxer)। और टिल्लू ताजपुरिया की इस हत्या के पीछे कहीं न कहीं दीपक बॉक्सर का भी हाथ माना जा रहा है। क्योंकि भारत से फरार होने से पहले इसी दीपक बॉक्सर ने दावा किया था कि जितेंद्र गोगी का गैंग अब उसके हुकम से चलता है।
और तिहाड़ में टिल्लू ताजपुरिया की हत्या (Tillu Tajpuria Murder) करने के पीछे भी गोगी गैंग के तीतर और टुंडा का सबसे अहम रोल था। और ये बात अब खुला सच भी है कि टिल्लू ताजपुरिया की हत्या (Tillu Tajpuria Murder) के फौरन बाद कनाडा से गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पोस्ट (Facebook Post) के जरिए इसकी पूरी जिम्मेदारी ले ली थी और दावा किया था कि उसके साथियों ने ही टिल्लू ताजपुरिया का काम तमाम (Tillu Tajpuria Murder) किया है।
खुलकर ये बात भी सामने आ चुकी हैकि जिस समय टिल्लू ताजपुरिया की हत्या की गई थी। उसके कुछ रोज पहले ही तिहाड़ में बंद लॉरेंस बिश्नोई एक पेशी के सिलसिले में गुजरात जा चुका था, लेकिन वो पहले से ही ऐसी फील्डिंग सेट कर गया था कि हत्या के वक़्त बेशक वो जेल में न हो, मगर हत्या ठीक उसी तरह से हो जैसी उसने तय कर दी है।
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ऐसे में एक शक ये भी हो रहा है कि इस पूरे षड़यंत्र में एक बहुत बड़ा सिंडीकेट (Crime Syndicate) काम कर रहा है, जिसका ताल्लुक सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित नहीं बल्कि दिल्ली हरियाणा के साथ साथ इसके तार पंजाब से होते हुए सात समंदर पार तक जाते दिखाई दे रहे हैं। और दावा करने वालों का तो यहां तक कहना है कि इस हत्या में दिल्ली पुलिस के कुछ अंदरूनी लोगों का भी हाथ हो सकता है।
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने मैक्सिको से गिरफ्त में आए दीपक बॉक्सर से कई दिनों तक पूछताछ की जिसमें गोगी गैंग को लीड करने वाले बॉक्सर ने कई बड़े खुलासे किए है जिसके आधार पर पुलिस ने हत्या, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली के 2 दर्जन से अधिक मामले सुलझाए का दावा किया है और दीपक @ बॉक्सर गैंग के 15 सदस्यों को गिरफ्तार भी किया है....गिरफ्तार 15 बदमाशों में तिहाड़ जेल में बंद योगेश टुंडा का नाम भी शामिल है जिसने कुछ दिनों पहले गैंगस्टर टिल्लू की हत्या की थी।
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दरअसल गैंगस्टर दीपक @ बॉक्सर को 5 अप्रैल को भारत वापस लाया गया था और फिर उसे कोर्ट में पेश कर उन्हें 14 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया था। आरोपी दीपक @ बॉक्सर से लंबी पूछताछ की गई और उसने हत्या, हत्या के प्रयास और जबरन वसूली के 2 दर्जन से अधिक मामलों में अपनी संलिप्तता का खुलासा किया। मामले की जांच के दौरान उसके 15 साथियों को गिरफ्तार किया गया है।
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दीपक बॉक्सर को भगाने में भूमिका
गैंग लीडर जितेंदर गोगी और गैंग मेंबर कुलदीप फज्जा को पुलिस हिरासत से भगाने में भूमिका निभाई थी। 2015 में, जितेन्द्र @ गोगी के एक सहयोगी दीपक बजाना ने दीपक @ बॉक्सर को जितेंद्र मान @ गोगी से मिलवाया, जो गिरफ्तारी से बच रहा था। दीपक बॉक्सर बड़ा नाम बनाना चाहता था और गोगी गिरोह में शामिल हो गया। 2016 में जितेंद्र उर्फ गोगी को गिरफ्तार कर लिया गया। गोगी की गिरफ्तारी के बाद उसके साथियों ने उसे हिरासत से भगाने की योजना बनाई. दीपक बाजाना ने दीपक बॉक्सर से जितेंदर उर्फ गोगी को पुलिस हिरासत से छुड़ाने में मदद करने के लिए कहा और वो इसके लिए राजी हो गया। योजना के अनुसार, यूपी के दीपक बजाना, मोहित पंछी, रोहित मोई, परवीन लारा, अलीपुर के गुल्लू और इरफान, यूपी के 2 अन्य अपराधी हवेली गन्नौर में मिले।
ये सभी एक कार और एक बाइक पर सवार होकर अलीपुर चले गए। तभी एक संजय @फल्ला मिला और उसने पूछा कि एक और कार की आवश्यकता होगी, तो वे पहले कार जैक करेंगे। मोहित पंछी, परवीन लारा, मुक्केबाज, दीपक बजाना ने बवाना से आई20 कार लूटी। वे रात में आईएसबीटी, दिल्ली गए और बॉक्सर, संजय @ फला, प्रवीण लारा उस बस में चढ़े जिसमें जितेंद्र उर्फ गोगी हिरासत में था और अन्य लोगों ने उन्हें 2 कारों में बिठाया। जब वे सकोल बहादुरगढ़ पहुंचे, तो दोनों कारों ने हरियाणा रोडवेज की बस को रोक लिया और बस में घुस गए। मोहित पंछी ने पुलिस कर्मियों की आंखों में लाल मिर्च पाउडर फेंक दिया और बॉक्सर और अन्य लोगों ने पुलिस से हथियार और गोला-बारूद छीन लिया और उन्होंने गोगी को मुक्त कर दिया और भाग गए, हालांकि बाद ने दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने कुलदीप फज्जा को एनकाउंटर में मार गिराया था और जितेंद्र गोगी को साल 2021 में टिल्लू ताजपुरिया ने रोहिणी कोर्ट में गोली मरवाकर हत्या करवा दी थी
फर्जी पासपोर्ट एजेंट गिरफ्तार
जांच के दौरान महफूज खान उर्फ भूरा दलाल और उसके सहयोगी मो. जुनैद को यूपी के मुरादाबाद निवासी गिरफ्तार किया गया है। दोनों ने दीपक @ बॉक्सर को रवि अंतिल मुरादाबाद यूपी के नाम से फर्जी पासपोर्ट और फर्जी दस्तावेज मुहैया करवाने ने मदद की थी जिसके बाद दीपक भारत से फरार हो गया था। दीपक @ बॉक्सर और उनके सहयोगियों को मकोका मामले में गिरफ्तार किया गया, इस सिंडिकेट के सदस्य हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती, जबरन वसूली आदि जघन्य अपराधों में शामिल हैं। इस सिंडिकेट के सदस्यों के खिलाफ 70 से अधिक मामले दर्ज हैं।
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