दोस्त की Girl Friend के साथ इश्क की मिली ये खौफनाक सजा, Love Triangle Case का सनसनीखेज सच
Love Triangle Case: बरेली पुलिस ने जब एक हत्या की गुत्थी सुलझाई तो सामने आई Love Triangle की ऐसी कहानी जिसे सुनकर हर कोई हैरत में है। ये किस्सा दो दोस्तों के बीच आई एक लड़की का है जिसकी वजह से एक दोस्त अपने ही सगे दोस्त की जान का दुश्मन हो गया।
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न्यूज़ हाइलाइट्स
दो दोस्तों के बीच आ गई एक गर्लफ्रेंड
बर्थडे पार्टी में जाने की बात कहकर निकला था घर से
हत्या के बाद लाश के बगल में पूरी रात गुजारी दोनों ने
Bareilly , UP: प्यार में कई बार त्रिकोण बनने के किस्से भी सुने होंगे और लव अफेयर के चक्कर में हत्या की अनगिनत वारदात भी होती देखी होंगी। लेकिन जो किस्सा उत्तर प्रदेश के बदायूं से सामने आया, ऐसा न तो इससे पहले कभी सुना होगा और न ही कभी देखा होगा।
इस किस्से की शुरूआत होती है उत्तर प्रदेश के बदायूं के सिविल लाइंस से। इससे पहले हम कहानी में आगे बढ़े सबसे पहले हम उन तीन किरदार से तार्रुफ करवा देते हैं जिनके इर्द गिर्द ये पूरी कहानी घूमती है।
एक कहानी तीन किरदार
एक का नाम है सनी लड़की है तनु और इन दोनों का सबसे खास दोस्त है शिवांशु। लेकिन इस किस्से में शिवांशु की हत्या हो जाती है। शिवांशू की हत्या कब किसने और क्यों कि, वहां तक पहुँचने से पहले जरा इस बात को समझ लेते हैं कि ये तीनों दोस्त कैसे बने। असल में सिविल लाइंस इलाके में रहने वाला 21 साल का शिवांशु उर्फ बबलू बीए तीसरी साल का छात्र था। पढ़ाई के दौरान ही उसे नौकरी करने की ललक पैदा हुई तो नौकरी की तलाश में भटकने लगा। इसी दौरान उसे अपनी ही तरह अपनी ही सोच वाले सनी से मुलाकात हुई। दोनों के बीच अच्छी गहरी छनने भी लगी सनी जिस कंपनी में काम करता था उसी में शिवांशु की भी बात करवा दी और उसकी भी नौकरी पक्की करवा दी।
कंपनी में सीनियर मगर गहरा दोस्त
कंपनी में सनी तो शिवांशु का सीनियर था मगर दोनों के बीच अच्छी गहरी दोस्ती हो गई। दोनों का ज्यादातर वक्त अब साथ गुजरने लगा। नौकरी में तो साथ रहते ही थे नौकरी के अलावा भी दोनों साथ साथ घूमते फिरते। दोनों के घरवाले भी दोनों की दोस्ती को अच्छा कहते रहते और कभी किसी को नहीं टोकते रोकते थे।
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बर्थडे पार्टी में जाने की बात कहकर घर से निकला
ये बात 2 अप्रैल की है जब शिवांशु अपने बड़े भाई से दोस्त की बर्थडे पार्टी में जाने की बात कहकर घर से निकला था। साथ ही उसने ये भी कहा था कि अभी घंटे दो घंटे में वो लौट आएगा। लेकिन दो घंटे गुजरे कई घंटे गुज़र गए, मगर शिवांशु नहीं आया। रात भी हो गई तब भी शिवांशु का कहीं कोई अता पता नहीं मिला। शिवांशु का मोबाइल खंगाला गया। कोई जवाब नहीं मिला। रात भर शिवांशु के घरवाले उसे ढूंढ़ते रहे। जहां कहीं भी जा सकता है वहां जाकर शिवांशु को तलाशा लेकिन कहीं नहीं मिला। घरवाले भागे भागे पुलिस के पास पहुंचे और जवान लड़के के लापता होने की इत्तेला पुलिस को दी।
तीन दिन तक घर नहीं लौटा
पुलिस ने उस इत्तेला को तुरंत गंभीरता से नहीं लिया बल्कि जवान लड़का है कहीं किसी के साथ चला गया होगा, वापस आ जाएगा कहकर पुलिस ने घरवालों को टरका दिया। घरवाले भी हो सकता है वाले अंदाज में ही अपने लड़के को तलाश करते रहे। ये भी मानकर चल रहे थे कि कहीं किसी लड़की के साथ कोई प्रेम प्रसंग भी हो सकता है जिसके साथ कहीं घूमने फिरने चला गया हो। लेकिन जब तीन दिन गुजर गए और शिवांशु का कहीं कोई अता पता नहीं लगा तो घरवालों ने पुलिस से गुहार लगानी शुरू की। तीन दिन से लापता लड़के की बात सुनते ही पुलिस भी हैरत में पड़ी और फौरन अलर्ट हो गई।
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फोन की लोकेशन से गर्लफ्रेंड का मिला पता
पुलिस ने सबसे पहले शिवांशु के फोन की कॉल डिटेल और लोकेशन तलाश की। कॉल डिटेल्स में पता चला कि शिवांशु की तनु नाम की किसी लड़की के साथ लंबी बात चीत होती थी। पुलिस उसकी कॉल का सिरा पकड़कर तनु के घर जा पहुँची और उससे शिवांशु के बारे में पूछताछ शुरू की। मगर शुरू शुरू में तनु चुप रही या टालने वाले जवाब देने लगी। मगर पुलिस तुरंत समझ गई कि तनु बात को टालने की फिराक में है और वो जानबूझकर कुछ बताना नहीं चाहती। तब पुलिस ने अपने तरीके से तनु से पूछताछ की। इसके बाद तनु ने जो खुलासा किया उसकी उम्मीद तो खुद पुलिस को भी नहीं थी।
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दो दोस्तों के बीच आई गर्लफ्रेंड
तनु ने बताया कि शिवांशु को उसके दोस्त सनी ने ही मिलवाया था। सनी और शिवांशु की अच्छी छनती थी। और तनु सनी की ही गर्लफ्रेंड थी। लेकिन शिवांशु को वो पसंद करने लगी थी मगर सीरियस नहीं थी। शिवांशु भी तनु के काफी नजदीक आने लगा था जिसकी वजह से दोनों के बीच लंबी लंबी बातचीत होने लगी थी। तनु ने ही पुलिस को बताया कि शिवांशु के साथ उसने संबंध भी बना लिए थे मगर आगे की लाइफ को लेकर दोनों ही सीरियस नहीं थे।
गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर रची साजिश
सनी को ये तो पता था कि शिवांशु और तनु एक दूसरे को जानते हैं और दोनों में बातचीत भी होती है। लेकिन उसे ये नहीं पता था कि उसकी गर्लफ्रेंड उसके पक्के दोस्त के साथ काफी क्लोज हो चुकी है। ये बात खुद तनु ने एक बार सनी को बता दी थी। बस तभी से सनी को शिवांशु और तनु की दोस्ती अखरने लगी। तब सनी ने तनु को शिवांशु से बात करने से मना कर दिया। मगर शिवांशु अक्सर जोर डालकर तनु से बात करने लगा था। और मना करने के बावजूद वो तनु से मुलाकात भी करने लगा। सनी को जब ये पता चला कि शिवांशु पर इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा कि उसने तनु को मना कर दिया है मगर वो लगातार मिलने की जिद करता रहता था। तब सनी ने शिवांशु को रास्ते से हटाने का इरादा किया और तनु को अपने इस इरादे का साझीदार बना लिया।
बहाने से बुलवाया
दो अप्रैल को सनी ने तनु से फोन करवाकर शिवांशु को किसी खास काम और घूमने फिरने के बहाने से बरेली बुलवाया। सुबह से लेकर शाम तक दोनों साथ ही रहे। इधर उधर घूमे फिरे और फिर रात में दोनों एक कमरे में पहुँचे। उस कमरे में सनी पहले से ही मौजूद था। दोनों जैसे ही कमरे में दाखिल हुए सनी ने एकदम से शिवांशु पर हमला कर दिया और उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
लाश को बोरे में बंद करके जंगल में फेंका
तनु ने भी हत्या में सनी का साथ दिया। शिवांशु की हत्या के बाद दोनों ने उसके शव को वहीं कमरे में ही रखा और उसके बगल में रात भर सनी और तनु एक दूसरे की बाहों में रहे। इसके बाद सुबह के वक्त सनी ने शिवांशु के शव को एक बोरे में बंद किया और उसे ले जाकर जंगल में उस जगह फेंक दिया जहां लोग अक्सर मरे हुए जानवरों को फेंकते हैं।
एक महीने बाद पकड़ा गया आरोपी
तनु के इस खुलासे के बाद पुलिस ने पहले तो उसे गिरफ्तार किया फिर उसकी निशानदेही पर ही शिवांशु की लाश बरामद कर ली। मगर इस वारदात के बाद सनी फरार हो चुका था। करीब एक महीने तक सनी पुलिस की आंख में धूल झोंकता रहा लेकिन आखिरकार एक महीने बाद 19 मई को वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया। कॉल डिटेल से पता चला था कि शिवांशु की आखिरी बार बात कादरचौक थाना इलाके के गांव निजामाबाद की रहने वाली तनु से हुई थी। तनु बरेली के मढ़ीनाथ में किराये के मकान में रहती थी। शिवांशु की आखिरी लोकेशन भी बरेली में मढ़ीनाथ की ही मिली। तब पुलिस ने तनु और उसकी जानपहचान के दो और लड़कों को पकड़ा।
नर्सिंग की पढ़ाई के दौरान हुई मुलाकात
पूछताछ के दौरान तनु ने ही बताय था कि वह नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। उसी दौरान उसकी सनी कश्यप के साथ दोस्ती हो गई थी और दोनों एक दूसरे को प्यार करने लगे थे। उसके पिता बरेली के एक निजी अस्पताल में काम करते हैं। तनु ने ही पुलिस को बताया कि शिवांशु उसके और सनी के प्रेम के बीच में आ रहा था। इसलिए उसने दो अप्रैल की रात सनी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।
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