गोद में बच्चा पर पुलिस बच्चे के पिता को पीटती रही !
उत्तर प्रदेश (UP) गोद में बच्चे होने के बावजूद भी पुलिस बच्चे के पिता को पीटती रही, प्रशासन ने मामले को देखते हुए आरोपी SHO को सस्पेंड किया, Do read more crime news, Up news and more on CrimeTak.in
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रंजय सिंह के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
UP CRIME NEWS : उत्तर प्रदेश के कानुपर देहात में पुलिस ने शर्मनाक काम किया। दरअसल, यहां पुलिस ने एक शख्स को बेरहमी से पीटा। जिस वक्त उसकी पिटाई हो रही है, उस वक्त उस आदमी की गोद में बच्चा भी था। इस वीडिया में एक पुलिसवाला एक शख्स पर लाठियां बरसा रहा है और जिस शख्स के साथ ये शर्मनाक हरकत हुई है, उसकी गोद में बच्चा रो रहा है। एक मिनट से कम के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि जिस शख्स को मारा जा रहा था वो बार-बार पुलिस से अपील कर रहा था कि बच्चे को लग जाएगी, उन्हें न मारे, लेकिन पुलिसवाला मानने को तैयार नहीं था। लाठी बरसाने वाले एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है। हालांकि पुलिस ने अपनी सफाई में कहा है कि जिस शख्स को मारा जा रहा था वो और उनका भाई अस्पताल में अराजकता फैला रहा था।
क्यों किया पुलिस ने लाठीचार्ज?
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पुलिस ने ये लाठीचार्ज जिला हॉस्पिटल के कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन को लेकर किया था। कर्मचारी हॉस्पिटल के बगल में चल रही खुदाई का विरोध कर रहे थे क्योंकि उसकी मिट्टी उड़-उड़कर पूरे हॉस्पिटल में भर रही थी, लेकिन इस दौरान बच्चा लिए एक पिता पर जो पुलिस ने कार्रवाई की उस पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
In Kanpur Dehat, a policeman mercilessly thrashed a man carrying a child in his arms with laathis. This is absolutely barbaric & inhuman! Under @myogiadityanath, UP has become a police state ! pic.twitter.com/moAZFeVACU
— Dr. Shama Mohamed (@drshamamohd) December 10, 2021
क्या है पूरा मामला?
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इस दौरान एक कर्मचारी रजनीश को पुलिस मारते हुए थाने भी ले गई। एसडीएम वागीश शुक्ला का आरोप है कि कर्मचारी सुबह से हॉस्पिटल में प्रदर्शन कर रहे थे। गेट बंद किये थे, इसलिए एक कर्मचारी रजनीश को पकड़ा गया है। एसडीएम ये भी कहने से नहीं चूके कि लाठी चार्ज तो कही हुआ ही नहीं।
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प्रशासन का आरोप है कि हॉस्पिटल के कर्मचारियों से मरीजों को परेशानी थी। ऐसे में उनको हटाना प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी थी। पुलिस के मुताबिक पहले बातचीत के जरिए प्रदर्शकारियों को हटने के लिए कहा गया था लेकिन जब बात नहीं बनी तब लाठीचार्ज कर दिया गया। इस दौरान पुलिस ने जिला अस्पताल के कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा और पुलिस वैन में लेकर चले गए।
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