बहू ने अपने बॉयफ्रेंड के साथ मिल कर सास-ससुर की हत्या की, देखें बहू का 'रोने' वाला वीडियो
Delhi Gokalpuri Murder: दिल्ली के गोकलपुरी इलाके में बुजुर्ग दंपत्ति के मर्डर के संबंध में नार्थ ईस्ट जिला पुलिस ने मृतक की बहू को गिरफ्तार किया है।
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हिमांशु मिश्रा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
Delhi Gokalpuri Murder: गोकुलपुरी में बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या की साजिश को सुलझाते हुए दिल्ली पुलिस ने बुजुर्ग दंपत्ति की बहू मोनिका को गिरफ्तार कर लिया और मोनिका के बॉयफ्रेंड आशीष और उसके एक साथी की तलाश में उत्तराखंड लगातार छापे मार रही है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, मोनिका ने अपने बॉयफ्रेंड आशीष के साथ मिलकर अपने सास-ससुर को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी और इसकी वजह यह थी कि सास-ससुर की बंदिशों की वजह से मोनिका अपने प्रेमी से नहीं मिल पा रही थी।
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सोमवार की सुबह करीब 7:20 पर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली की गोकुलपुरी के एक मकान में बुजुर्ग दंपत्ति की लूट के बाद हत्या कर दी गई है। मौके पर पहुंची पुलिस को शुरुआती जांच के बाद अंदेशा हुआ कि बदमाश घर में कोई दरवाजा तोड़ के नहीं घुसे हैं बल्कि उनकी एंट्री फ्रेंडली थी। इसी वजह से पुलिस को घर में मौजूद लोगों पर शक हुआ और पुलिस ने बुजुर्ग दंपत्ति के बेटे और पत्नी से अलग-अलग पूछताछ शुरू कर दी।
इस बीच पुलिस ने जब बहू मोनिका के मोबाइल फोन की जांच की तो आशीष नाम के एक युवक की कई बार बातचीत सामने आई और पुलिस ने जब आशीष के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि आशीष की मोनिका से बेहद नजदीकी थी।
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जब पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की और मोनिका से सख्ती से पूछताछ की तो सारा राज खुल गया। जब मोनिका को यह लगने लगा कि उसके ससुर अब आशीष से नहीं मिलने देंगे तो उसने हत्या की प्लानिंग रच डाली। उसे ये भी पता चला था कि उसके सास-ससुर ये घर बेचकर द्वारका शिफ्ट होने की भी तैयारी में है। ये बातें मोनिका को नागवार गुजरी। इस वजह से उसने दिसंबर महीने से ही बुजुर्ग दंपत्ति को रास्ते से हटाने की साजिश रचनी शुरू कर दी थी। फरवरी महीने में किसी तरीके से दोनों ने 27 और 22 फरवरी को मुलाकात की। साजिश के तहत दोनों ने दो नए सिम कार्ड लिए थे, ताकि उनके बातचीत की जानकारी किसी को ना लगे।
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ये भी पूरी प्लानिंग!
मोनिका का प्रेमी गाजियाबाद रहता था। घर के सभी सदस्यों को मोनिका के अवैध संबंध के बारे में पता था। घरवाले उस पर निगाह रखते थे और ये बात मोनिका को नापंसद थी।
सीसीटीवी से लगा सुराग
इस घटना के बाद से आशीष फरार था। उसका मोबाइल फोन भी बंद जा रहा था। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी देखे तो उसमें एक मोटरसाइकिल पर आरोपी अपने दोस्त के साथ नजर आया। इस दौरान सख्ती से पूछताछ करने पर मोनिका ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और सारें राज खोल दिए।
मोनिका ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था और काल सेंटर में नौकरी की थी। 2016 में उसकी रवि से शादी हुई थी। रवि ने एक निजी विश्वविद्यालय से बीएड करने से पहले ओपन विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की थी। रवि ने एक अन्य निजी कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा भी पूरा किया है। जौहरीपुर के पास एक जनरल स्टोर खोलने से पहले, वह कुछ समय के लिए एक सरकारी स्कूल में गेस्ट टीचर के रूप में काम करते था। उनका एक बेटा है, जिसकी उम्र 5 साल है। शादी के बाद मोनिका ने नौकरी छोड़कर गृहस्थी बसा ली थी।
ऐसा बना दोनों का रिश्ता!
कोविड काल के दौरान, मोनिका सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय हो गई और बड़ी संख्या में ऑनलाइन दोस्त बना लिए। वह अगस्त, 2020 में फेसबुक पर आशीष से मिलीं। वे सोशल मीडिया पर अंतरंग हो गए और फरवरी, 2021 में मिलने का फैसला किया। आशीष आया और उन्होंने इलाके के एक होटल में एक दिन बिताया। इसके बाद वे नियमित अंतराल पर विभिन्न होटलों में मिलने लगे।
…जब पति ने पकड़ी उसकी चोरी
रवि को उनके प्रेम संबंधों के बारे में तब पता चला जब उसने उसके व्हाट्सएप पर कुछ आपत्तिजनक संदेश पढ़े। उसने उसका स्मार्ट फोन ले लिया और उसे एक साधारण फीचर फोन दे दिया। हालांकि आशीष और मोनिका एक-दूसरे से मिलते रहे। आशीष कई बार मोनिका को अपने गाजियाबाद वाले घर ले गया और अपनी मां और भाई से प्रेमिका के तौर पर मिलवाया। हालाँकि, जब आशीष की माँ को पता चला कि मोनिका पहले से ही शादीशुदा है और उसका एक बच्चा भी है, तो उसने इस रिश्ते पर आपत्ति जतानी शुरू कर दी।
इस दौरान राधे श्याम और उनके परिवार ने दिल्ली के द्वारका में घर खरीदने के लिए संपत्ति बेचने की योजना बनाई। हालांकि, उन्हें एक भी खरीदार नहीं मिला जो रुपये का भुगतान करे। लिहाजा राधे श्याम ने संपत्ति को भागों में बेचने का फैसला किया। उसने घर के एक हिस्से को बेचने के लिए एडवांस के तौर पर 5 लाख रुपए ले लिए थे। इस सौदे को 12 फरवरी, 2023 को अंतिम रूप दिया गया था।
डील के बारे में अचानक मोनिका की नींद खुल गई। वह और आशीष कुछ समय से वृद्ध जोड़े को खत्म करने की योजना बना रहे थे। पुलिस के मुताबिक, दिसंबर, 2022 में मोनिका के दिमाग में मर्डर करने का प्लान आया। एक मुलाकात के दौरान, उसने आशीष के साथ विचार साझा किया था और वह इसे पूरा करने के लिए तैयार हो गया था। वे 20 फरवरी को एक होटल में मिले और अपनी योजना को अंतिम रूप दिया।
उन्होंने हत्याओं को अंजाम देने के लिए कुछ नए सिम कार्ड की व्यवस्था की। वह मोनिका को सिम कार्ड देने के लिए उसके मायके आया था। हत्या के 2 दिन पहले आशीष और मोनिका की फोन पर बात हुई। उसने रविवार 9 अप्रैल की शाम को उसे अपने यहां बुलाया।
डीसीपी जाय टर्की के मुताबिक, साजिश के तहत रविवार की शाम 7 बजे जब बुजुर्ग अपनी दुकान पर थे और पति भी घर से बाहर था तब मोनिका ने आशीष और उसके साथी के लिए दरवाजा खोल दिया। दोनों को छत पर ले जाकर छिपा दिया और वही उनके नाश्ते और खाने का इंतजाम कर दिया। 8:00 बजे के बाद एक-एक कर पूरा परिवार जब घर पहुंच गया उस वक्त भी दोनों छत पर छिपे हुए थे। उसके बाद 10:30 बजे सब सोने चले गए। रात करीब एक बजे आशीष ने मोनिका के नए नंबर पर कॉल किया और कमरे से बाहर निकलने से मना कर दिया। दोनों ने बुजुर्गों का कत्ल करने और लूटपाट करने के बाद रात 2 बजे आशीष ने फिर से मोनिका को फोन किया और बोला कि वह घर से अब निकल रहा है, वह सुबह ही उठे। अगली सुबह मोनिका के पति की पहली आंख खुली और जब उसने घर के हालात देखे तो घबरा उठा और उसने मोनिका को नींद से जगाया।
सोमवार को सुबह करीब 7 बजे पुलिस को मर्डर के बारे में जानकारी मिली थी। राधेश्याम वर्मा (72) और उनकी पत्नी वीना वर्मा की घर के ही अंदर हत्या कर दी गई थी। उनकी घर के ग्राउंड फ्लोर के बेडरूम में हत्या कर दी गई थी। घर में तोड़फोड़ की गई थी। राधेश्याम के बेटा रवि रतन अपनी पत्नी मोनिका और 5 साल के लड़के जयेश के साथ पहली मंजिल पर रहते है।
पुलिस के मुताबिक, दोनों का गला काटा गया था। राधेश्याम दिल्ली सरकार के स्कूल करोलबाग मॉडल बस्ती से वाइस प्रिंसिपल के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। यह परिवार पिछले 38 सालों से इस मकान में रह रहा है। बताया जा रहा है कि घर से 4.5 लाख रुपये कैश और कुछ जेवरात गायब थे।
राधेश्याम ने हाल ही में रुपये लिए थे। दरअसल, उन्होंने घर के पिछले हिस्से को बेच दिया था और उन्हें पांच लाख रुपए मिले थे।
मृतक का बेटा रवि वर्मा मुस्तफाबाद में गेस्ट टीचर के तौर पर काम करता था। हालांकि, अब वह जौहरीपुर इलाके से गारमेंट और कॉस्मेटिक की दुकान चलाता था। बीती रात करीब साढ़े दस बजे उसने अपने माता-पिता को देखा था। पुलिस ने कुछ ही घंटों में पुलिस ने इस दोहरे कत्ल से पर्दा उठा दिया। मोनिका को गिरफ्तार कर लिया गया है और आशीष की तलाश में पुलिस जुटी है।
इस बीच मोनिका का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वो घटना के बाद रोने का नाटक कर रही है। इस घटना से कई सवाल जरूर खडे़ हो गए हैं - मसलन
1.अगर मोनिका का ससुर इस बात को जानता था तो उन्होंने क्या मोनिका के मायके वालों से इस बाबत बात की थी?
2.अगर घर के तमाम सदस्यों को इसकी जानकारी थी कि तो मोनिका के खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया था?
3.क्या कुछ और बातें मोनिका को सास-ससुर की अच्छी नहीं लगती थी?
4. जब आरोपी आशीष की मां को मोनिका के साथ उसके रिश्ते के बारे में पता चला था तो उसने मोनिका के सास-ससुर को क्या इसकी जानकारी दी थी?
5.क्या मोनिका अपने पति पर पैसों के लिए दबाव बनाती थी?
6.क्या इसके अलावा कुछ और लोग है, जो हत्याकांड में शामिल है?
7. क्या मोनिका के मायके वालों को इसकी जानकारी थी?
8. क्यों बहू को बेदखल नहीं कर पा रहे थे उसके ससुराल वाले?
पुलिस अब तमाम पहलूओं से मामले की जांच कर रही है।
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