आतंकियों ने तीन तरफ से हमला किया, पहले ग्रेनेड फेंके और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग की
terrorists attack Army vehicle: इस हमले के बारे में खुलासा हुआ है कि तीन तरफ से सेना की गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी गई थी जिससे गाड़ी पर सवार जवानों को संभालने का भी मौका नहीं मिला। लेकिन बताया ये भी जा रहा है कि आतंकियों ने फायरिंग से पहले ग्रेन
ADVERTISEMENT
जम्मू कश्मीर में एक बार फिर आतंकी हमला हुआ। इस हमले में सेना की एक गाड़ी पर आतंकियों ने जमकर फायरिंग की जिससे सेना के पांच जवान शहीद हो गए। जबकि एक जवान की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। जम्मू कश्मीर के पुंछ इलाके में हुई इस आतंकी वारदात ने एक बार फिर समूचे देश को झकझोरकर रख दिया है।
सेना की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि इस हमले के बाद घायल जवान को तो इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है जबकि आतंकियों के लिए सर्च ऑपरेशन लॉन्च कर दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक सेना के प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने पुंछ में हुए आतंकवादी हमले की जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को दी। जनरल ने बताया की हालात पर पूरी तरह से नज़र रखी जा रही है और जवाबी कार्रवाई की पूरी तैयारी है।
इस हमले के बारे में खुलासा हुआ है कि तीन तरफ से सेना की गाड़ी पर फायरिंग शुरू कर दी गई थी जिससे गाड़ी पर सवार जवानों को संभालने का भी मौका नहीं मिला। लेकिन बताया ये भी जा रहा है कि आतंकियों ने फायरिंग से पहले ग्रेनेड से हमला किया। ऐसा माना जा रहा है कि इस हमले के पीछे चार आतंकियों का हाथ था। आतंकियों की फायरिंग से सेना के वाहन के फ्यूल टैंक में आग लग गई जिससे पूरा ट्रक देखते ही देखते आग की लपटों से घिर गया। जब ये हमला हुआ तो जवान गाड़ी में सब्जी और ईंधन ले जा रहे थे जिसकी वजह से आग ज्यादा तेजी से फैल गई। हमले में मारे गए जवानों के नाम है हवलदार मनदीप सिंह, लांस नायक देबाशीष बसवाल, लांस नायक कुलवंत सिंह, सिपाही हरकिशन सिंह और सिपाही सेवक सिंह।
असल में भारी बरसात और कम दृश्यता की वजह से 20 अप्रैल की दोपहर तीन बजे के आस पास सेना की गाड़ी जम्मू कश्मीर के राजौरी सेक्टर से गुज़र रही थी। उस गाड़ी में राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट के जवान थे। इस गाड़ी में सेना की एक टुकड़ी के लिए राशन और कैरोसिन रखा हुआ था। सेना की ये गाड़ी जैसे ही भीमबेर के नज़दीक पुंछ हाईवे से गुजर रही थी तभी अचानक गाड़ी पर ग्रेनेड से हमला हुआ और इसके फौरन बाद ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगी।
इससे पहले गाड़ी में मौजूद जवान कुछ समझ पाते करीब 50 राउंड फायरिंग हो गई। और इसी फायरिंग में पांच जवान मौके पर ही शहीद हो गए। जबकि एक जवान गोलियों से बुरी तरह जख्मी हो गया जिसे इलाज के लिए राजौरी के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस हमले के कुछ ही देर बाद पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट यानी PAFF ने इस हमले की जिम्मेदारी उठा ली। जिससे ये साफ हो गया कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान में पल रहे जैश ए मोहम्मद का हाथ है क्योंकि इस संगठन के पीछे जैश ए मोहम्मद की फंडिंग है।
कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में लंबे समय से शांति कायम थी। लेकिन पिछले कुछ अरसे में जम्मू कश्मीर में आतंकी वारदात और आतंकी हरकतों में इजाफा देखा जा रहा है। इस वारदात को इसी साल G20 सम्मेलन के मद्देनजर भी देखा जा रहा है। पुलिस का अंदाजा है कि इस हमले को अंजाम देकर आतंकी भारत सरकार और उसके बंदोबस्त के खिलाफ अपनी बेचैनी और बेताबी को जाहिर करना चाह रहे हैं क्योंकि कश्मीर के भीतर आतंकियों की कमर को पूरी तरह से तोड़ा जा चुका है।
G20 सम्मेलन के तहत लेह में 26 से 28 अप्रैल तक और फिर श्रीनगर में 22 से 24 मई तक बैठकों के दौर चलेंगे। और खुफिया सूत्रों की माने तो G20 बैठक को लेकर PAFF पहले से ही आग बबूला है। और इसी सिलसिले में इस आतंकी संगठन ने कुछ अरसा पहले चेतावनी भी जारी की थी। यहां तक कि श्रीनगर और लेह में होने वाली जी 20 की बैठकों को लेकर पाकिस्तान में भी आपत्ति जताई थी।
ADVERTISEMENT