कस्टडी में पुलिसवालों ने ऐसा क्या किया कि हो गई स्टूडेंट की मौत! चौकाने वाला खुलासा

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कस्टडी में पुलिसवालों ने ऐसा क्या किया कि हो गई स्टूडेंट की मौत! चौकाने वाला खुलासा
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मामला दरअसल तमिलनाडु के रामनाथपुरम का है जहां व्हेकिल चेक के लिए पुलिसवालों ने बैरीकेटिंग लगा रखी थी। इस बैरीकेटिंग से 21 साल का स्कूली छात्र मणिकंदन अपने दोस्त के साथ मोटरसाइकिल पर गुजर रहा था। पुलिसवालों ने गाड़ी रोकने को कहा लेकिन मणिकंदन ने गाड़ी नहीं रोकी जिसके बाद पुलिस ने उनके वाहन का पीछा किया और पूछताछ के लिए कीझाथूवल पुलिस स्टेशन में ले गए।

बाद में पुलिस ने मणिकंदन की मां को सूचित किया कि उसे हिरासत में लिया गया है और उसे थाने आकर ले जाएं। मणिकंदन ने अपने परिवार को बताया कि उसे पुलिस ने बुरी तरह पीटा था। मणिकंदन जब अगले दिन सुबह नहीं उठा तो घरवाले उसे अस्पताल ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। हिरासत में टॉर्चन की वजह से हुई मौत का आरोप लगाते हुए परिवार ने सड़क जाम कर कीजाथूवल इंस्पेक्टर और दूसरे पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मामला बढ़ता देख पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करना पड़ा, और कई घंटे की मशक्कत के बाद ही पुलिस भीड़ को हटा पाई।

वहीं पुलिस का कहना है कि पुलिस स्टेशन में सीसीटीवी लगे हुए हैं, उनकी जांच की जा सकती है। हिरासत में मणिकंदन के साथ कोई यातना नहीं हुई। पूछताछ ज़रूर हुई लेकिन पुलिस ने उसे किसी गलत काम का दोषी नहीं पाया। मणिकंदन को रोका इसलिए गए क्योंकि शहर में आमतौर पर गाड़ियों पर 65 का नंबर लिखा होता है, जबकि मणिकंदन की नंबर प्लेट पर TN 05 लिखा हुआ था। इसलिए पुलिस उसे आगे की पूछताछ के लिए स्टेशन ले गई और उसकी मां को सूचित किया। पूछताछ तब की गई जब वो बाहर बैठी थीं, पुलिस ने उसे उसकी देखभाल करने के लिए कहा क्योंकि उसकी गतिविधियां संदिग्ध थीं।

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पुलिस के मुताबिक, पूरी जांच प्रक्रिया में करीब ढाई घंटे का वक्त लगा और मणिकंदन की मां दो घंटे से ज़्यादा वक्त तक स्टेशन पर मौजूद रहीं। पुलिस के मुताबिक जब मणिकंदन मृत पाया गया तो उसके मुंह से झाग आ रहा था जो शायद जहर खाने या पिछली बीमारी के कारण हुआ हो। उन्होंने कहा कि केवल पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही ब्योरा सामने आएगा, क्योंकि उसके शरीर पर चोट का निशान तक नहीं है। पुलिस वालों ने उसके साथ बुरा व्यवहार नहीं किया। वो एक छात्र है, इसलिए न तो गिरफ्तारी हुई और न ही ऐसी कोई बात। उसे परिवार की मौजूदगी में चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। हमारे पास सीसीटीवी फुटेज, पूछताछ की कार्यवाही की ऑडियो रिकॉर्डिंग है। सब कुछ कानून के अनुसार पालन किया गया। पोस्टमार्टम पूरा हो चुका है, लेकिन परिजन शव लेने से इंकार कर रहे हैं। शव परीक्षण रिपोर्ट मिलने के बाद मामला साफ हो जाएगा।

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