'तू कैसे हमारी बात नहीं मानेगी? तेरी औकात क्या है कि हमको ना कर दे', स्वाति ने जो FIR दर्ज कराई, उसकी एक-एक जानकारी सामने आई

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Swati Maliwal FIR Details: स्वाति मालीवाल ने जो FIR दर्ज कराई है उसके जरिये 13 मई को सीएम केजरीवाल के घर हुई घटना की सिलसिलेवार जानकारी सामने आ गई है। 


FIR के मुताबिक,

13 मई 2024 को, सुबह लगभग 9 बजे, मैं 6, फ्लैग स्टाफ रोड, सिविल लाइन्स, दिल्ली जी में दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल से मिलने गई थी। मैं कैंप कार्यालय के अंदर गई और सीएम के पीएस बिभव कुमार को फोन किया। फिर मैंने उसके मोबाइल नंबर पर व्हाट्सएप के माध्यम से एक संदेश भेजा। हालांकि कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके बाद मैं पिछले वर्ष हमेशा से ही मुख्य द्वार से होते हुए आवासीय क्षेत्र के अंदर आई। वहां विभव कुमार मौजूद नहीं थे। मैंने आवास क्षेत्र में प्रवेश किया और वहां मौजूद कर्मचारियों को सीएम से मिलने के लिए सूचित किया। मुझे बताया गया कि वह घर में मौजूद है और मुझे ड्राइंग रूम में जाने को कहा गया। मैं ड्राइंग रूम में जाकर सोफ़े पर बैठ गई और मिलने का इंतज़ार कर रही थी। स्टाफ ने आकर मुझे बताया कि सीएम मुझसे मिलने आ रहे हैं और मेरे इतना कहने के बाद ही सीएम के पीएस विभव कुमार कमरे में घुस आए। मुझे गाली देना शुरू कर दिया।

उसने मुझे थप्पड़ मारना शुरू कर दिया, चिल्लाते हुए उसने मुझे कम से कम 7-8 बार थप्पड़ मारे। मैं बिल्कुल स्तब्ध थीं और बार-बार मदद के लिए चिल्ला रही थीं, बचाव के लिए मैंने उसे अपने पैरों से दूर धकेल दिया। तभी वह मुझ पर झपटा, बेरहमी से घसीटते हुए मेरी शर्ट ऊपर खींच दी। मैं लगातार मदद के लिए चिल्ला रही थी। उसके बाद भी विभव कुमार नहीं माने और अपने पैरों से मेरी छाती, पेट और लोअर पार्ट पर लात मारकर मुझ पर हमला किया। मुझे पीरियड्स हो रहे थे और वो मेरे साथ मारपीट करता रहा। 

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विभव ने कहा, 'तू कैसे हमारी बात नहीं मानेगी? कैसे नहीं मानेगी? साली तेरी औकात क्या है कि हमको न कर दे। तूझे तो हम सबक सिखायेंगे।'  

मैंने 112 नंबर पर कॉल कर दिया। इस पर विभव ने कहा, 'कर ले जो करना है। तू हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकती...ऐसी जगह गाड़ेंगे किसी को पता भी नहीं चलेगा। इसके बाद मुझे सीएम हाउस से बाहर कर दिया गया। मैं कुछ देर के लिए वहीं जमीन पर बैठ गई। इसके बाद मैं थाने चली गई। वहां मुझे बहुत दर्द शुरू हो गया था और न चाहते हुए भी मैं भयानक दर्द में थी। मैं वहां से चली गई। हमले के कारण मेरा सिर दर्द से फट रहा था और मेरे हाथ-पैर में दर्द हो रहा था।

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लेकिन अब यहां कई सवाल खड़े हो गए हैं। 

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विभव ने अचानक क्यों पीटना शुरू कर दिया?

घटना के वक्त सीएम अगर अंदर थे तो कमरे से उन्हें बाहर आने में कितना वक्त लगा?

क्या विभव इस बात से खफा थे कि वो सीधे सीएम के आवासीय क्षेत्र में चली गई थी?

सीएम के घर में कितने गार्ड उस वक्त मौजूद थे?

सीएम कैंप आफिस में कितने गार्ड्स उस वक्त थे?

इतनी बात हो जाने के बाद भी लखनऊ में सीएम के पीए उनके साथ क्यों नजर आए? सोशल मीडिया पर ये सवाल उठाया जा रहा है कि अगर CM को महिलाओं के सम्मान की फ्रिक होती तो वो विभव को अपने से दूर रखते, क्या इसके पीछे कोई और वजह है? अब दिल्ली पुलिस इन तमाम सवालों के जवाब तलाशेगी। 

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