Goa Murder Case: पुलिस को मिल गया हत्या का चश्मदीद! टिश्यू पेपर पर लिखा नोट अब देगा गवाही? ऐसे खुली मर्डर की पूरी कहानी
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suchana seth murderer mother: गोवा के 'द सोल बनयान ग्रैंडे' होटल में 7 जनवरी की रात साढ़े 12 बजे जो किस्सा शुरू हुआ, वो अगले रोज यानी 8 जनवरी को कर्नाटक के आईमंगलम पुलिस थाने पर जाकर खत्म हो गया। और यहां से शुरू होती है मर्डर की एक ऐसी दास्तां जिसने अनगिनत लोगों के भरोसे, यकीन, और विश्वास की भी हत्या की है। हत्या एक ममता की, हत्या एक चार साल के बच्चे की और हत्या एक औलाद जो किसी रिश्ते को नहीं समझता सिवाय माता और पिता को छोड़कर।
बिखरे सबूत इकट्ठा करने की कवायद
सूचना सेठ को गोवा पुलिस ने गिरफ्तार किया और अदालत से 6 दिन की रिमांड भी हासिल कर ली। और अब एक एक करके उस रात के बिखरे हुए सबूतों को इकट्ठा करके पुलिस कत्ल की पूरी गुत्थी को सुलझाने की दिशा में कदम कदम आगे बढ़ रही है। इसी सिलसिले में गोवा पुलिस को होटल के उसी कमरे से एक हाथों से लिखी एक इबारत हासिल हुई, जिस कमरे में सूचना सेठ अपने बेटे के साथ रुकी थी। और जिस कमरे में सूचना सेठ ने अपनी जिंदगी का पहला और शायद आखिरी गुनाह अंजाम दिया। एक ऐसा गुनाह जहां से उसकी जिंदगी की सारी राहें अब पूरी तरह से बदल चुकी हैं।
हाथ से लिखा नोट मिला
असल में पुलिस सूचना सेठ से जुड़ने वाली हरेक चीज को पूरी तरह से खुद से खंगालकर तसल्ली कर लेना चाहती है। क्योंकि पुलिस को अब सूचना सेठ पर कतई भरोसा नहीं है। लिहाजा जिस कमरे में सूचना सेठ ने अपने बेटे का कत्ल किया था वहां की तलाशी ली गई। उसी तलाशी के दौरान पुलिस को एक टिश्यू पेपर पर लिखी एक इबारत मिली। उस नोट पर लिखा गया था कि ''कोर्ट ने जो मेरे पति को मेरे बेटे से मिलना का ऑर्डर पास किया है मैं उसे बर्दाश्त नहीं कर पा रही हूं"।
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हैंड रिटेन नोट पुलिस के लिए बड़ा सबूत
जाहिर है पुलिस के लिए इस नोट की बड़ी वैल्यू है। अब ये हैंड रिटेन नोट पुलिस के लिए बड़ा सबूत भी है। क्योंकि इस नोट में वो सारी बातें मिलती जुलती दिखाई दे रही हैं जो बातें सूचना सेठ ने अपने हक में और वारदात के संदर्भ में पुलिस को बताई हैं। सूचना सेठ ने यही तो कहा था कि उसकी उसके पति वेंकट रमण के साथ बनती नहीं है। दोनों के बीच तलाक का मुकदमा आखिरी मुकाम पर है। लेकिन उसके पति की याचिक अदालत ने सुनकर जो बेटे से मिलने वाला फैसला दिया वो सूचना को बर्दाश्त नहीं हुआ। आने वाले रविवार को उसे किसी भी सूरत में अदालत के फैसले की तामील करने को मजबूर होना था। और दुनिया की सबसे नई तकनीक में खुद को आला मुकाम तक ले जाने वाली सूचना सेठ को ये कतई बर्दाश्त नहीं था कि वो किसी भी सूरत में मजबूर दिखे, लिहाजा उसने सबसे पहले अपने मन को मारा, अपनी ममता का गला घोंटा और फिर वो फैसला कर लिया जो फैसला कोई मां शायद ही कभी अपने पूरे होशो हवास में कर पाती है।
राइटिंग की जांच होगी
पुलिस ने अब इसकी हैंड राइटिंग मैच कराने के लिए इन नोट को सैंपल के तौर पर सील करके जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भी भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि इसकी जांच हैंड राइटिंग एक्सपर्ट से कराई जाएगी। गोवा पुलिस का कहना है कि उसी कमरे में दोनों मां बेटे रुके थे। उसी कमरे में बेटे की हत्या करने के बाद मां ने अपनी कलाई भी काट ली थी जिसके खून के निशान होटल कर्मियों ने देखकर पुलिस को सूचना दी थी।
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दिमाग में नई साजिश
गोवा में हाईप्रोफाइल सूचना सेठ क्या अपने ही मासूम बेटे के कत्ल के बाद सदमे में थी या फिर उसके दिमाग में कोई नई साजिश चल रही थी. क्या उसे बेटे की मौत का पछतावा था या फिर उसे कोई दर्द नहीं था. ये सबकुछ समझने के लिए उस कातिल मां के साथ घंटों देर तक कैब में सफर करने वाले ड्राइवर ने सनसनीखेज खुलासा किया है. आधी रात में अर्जेंट कॉल पर सूचना सेठ को कैब से कर्नाटक तक ले जाने वाले ड्राइवर राजोन डिसूजा ने कई अहम खुलासे किए।
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ड्राइवर ने सुनाया सफर नामा
आजतक संवाददाता अरविंद ओझा से बातचीत के दौरान ड्राइवर राजोन डिसूजा ने बताया कि जब पहली बार सुना की गोवा से बेंगलुरु कैब से जाना है तो थोड़ा अटपटा लगा क्योंकि लोग फ्लाइट से जाना ज्यादा पसंद करते हैं। इसके बाद जब होटल से बैग उठाया तो काफी भारी था तो भी थोड़ा अटपटा लगा लेकिन उस समय ये नहीं लगा था कि जिसे मैं उठाकर कैब में रख रहा हूं उसमें एक बच्चे की लाश है। लेकिन जब पुलिस के फोन आने लगे तब मेरा शक थोड़ा बढ़ने लगा। लेकिन इस बात पर यकीन नहीं हो रहा था कि महिला इतनी आसानी से बिना किसी परेशानी के कैसे सफर कर रही है। इतना जरूर था कि वो पूरे रास्ते बिल्कुल चुपचाप थी। ना तो फोन पर किसी से बातचीत न ही कोई चैट, ये देखकर थोड़ा अटपटा लगा कि कोई भी इतने बड़े और लंबे सफर में इस तरह से कोई चुप नहीं रहता।
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