Moose wala Murder: बोलेरो से मिली एक पर्ची ने दिखाया पुलिस को रास्ता, ये लिखा था पर्ची में

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Punjab Police Status Reports: सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में वारदात के 18 दिनों के बाद अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए पंजाब पुलिस ने अपनी एक स्टेटस रिपोर्ट तैयार की है। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को अपनी कस्टडी में लेने के बाद पंजाब पुलिस ने अपनी तफ्तीश की रफ्तार भी तेज़ कर दी है।

सिंगर सिद्धू मूसेवाला के हत्या के मामले में अब तक पुलिस की पड़ताल में जो कुछ भी सामने आया उसको सिलसिलेवार तरीक़े से पुलिस ने अपनी इस स्टेटस रिपोर्ट में दर्ज किया है। और इसी रिपोर्ट का खुलासा है कि सिंगर की हत्या में इस्तेमाल की गई बोलेरो गाड़ी से पुलिस को जो पेट्रोल पंप की एक पर्ची मिल गई थी। जिसने सबसे पहले पुलिस को कातिलों की टोली तक पहुँचने का रास्ता दिखाया।

इसके अलावा इस स्टेटस रिपोर्ट का खुलासा ये भी है कि 29 मई 2022 को कैसे और किसने सिद्धू मूसेवाला की रेकी की, किसने शूटरों को किस तरह से ग्रीन सिगनल दिया और घर के थोड़ी ही दूर जाने के बाद कैसे क़ातिलों ने घेरकर सिद्धू मूसेवाला को मौत के घाट उतार दिया।

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यानी साफ कहा जा सकता है कि स्टेटस रिपोर्ट में दो नई बातें सामने आई हैं...पहला खुलासा तो ये है कि शूटरों को एक वीडियो कॉल के ज़रिए ग्रीन सिग्नल मिला था और दूसरा ये कि पुलिस को एक पेट्रोल पंप की पर्ची मिली, जिसके ज़रिए पुलिस पेट्रोल पंप तक पहुँचकर वहां से CCTV फुटेज बरामद करने के बाद धरपकड़ करने निकली थी।

BIG CLUE OF MURDER : स्टेटस रिपोर्ट कहती है कि 29 मई को क़रीब 5 बजे शाम को सिद्धू मूसेवाला अपनी थार पर सवार होकर अपने दो दोस्तों गुरविंदर और गुरप्रीत के साथ निकला था। ये तीनों दरअसल सिद्धू मूसेवाला के एक रिश्तेदार को देखने के लिए घर से निकले थे।

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सिद्धू मूसेवाला खुद अपनी महिंद्रा थार को ड्राइव कर रहा था। गुरुप्रीत उसके बगल वाली सीट पर बैठा हुआ था जबकि गुरविंदर पीछे की सीट पर बैठा था।

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सिद्धू मूसेवाला जैसे ही अपने घर से बाहर निकला तो वहां उसके फैन की भीड़ मौजूद थी, जो उसकी एक झलक पाना चाहती थी। अपने फैन को वहां देखकर सिद्धू मूसेवाला ने गाड़ी रोक दी और उनके साथ मेल मिलाप करके सेल्फी लेने लगा। और फैन से फुरसत मिलते ही सिद्धू मूसेवाला फौरन जवाहरके गांव की तरफ बढ़ गया।

सिद्धू मूसेवाला जैसे ही अपने घर से कुछ दूर ही पहुँचे थे कि टोयोटा कोरोला कार उनकी थार के पीछे लग गई...और घर से कुछ फर्लांग की दूरी पर एक गली के मोड़ पर बोलेरो गाड़ी थार के पीछे लग गई।

जवाहरके गांव के पास एक मोड़ पर जैसे ही सिद्धू मूसेवाला ने अपनी थार की रफ़्तार धीमी की पीछे पीछे चल रही कोरोला गाड़ी ने ओवरटेक करके थार को टक्कर मारते हुए कोरोला कार को थार के आगे अड़ा दी।

Status of SMW Case: इससे पहले सिद्धू मूसेवाला और उसके दोनों साथी कुछ समझ पाते, कोरोला कार और बोलेरो पर सवार हथियारबंद बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। और फिर बोलेरो और टोयोटा गाड़ियों पर सवार होकर हमलावर वहां से फरार होने लगे।

थार को टक्कर मारने की वजह से ही कोरोला गाड़ी का दरवाजा बुरी तरह से डैमेज हो गया था, जिससे गाड़ी को तेज़ भगाने में बदमाशों को दिक्कत आने लगी। तब बदमाशों ने एक रास्ते में जा रही अल्टो कार को हथियार दिखाकर रोका और उसे लूट लिया। और फिर बदमाश उसी ऑल्टो कार पर सवार होकर खरा बरनाला की तरफ भाग गए।

ख्याला गांव से करीब 13 किलोमीटर दूर पुलिस को तफ़्तीश के दौरान ऑल्टो कार लावारिस हालत में मिली थी।

इस हत्या की खबर के बाद ही सोशल मीडिया फेसबुक ट्वीटर और इंस्टाग्राम पर लॉरेंस बिश्नोई गोल्डी बरार और सचिन थप्पन के हैंडल से ऐसी पोस्ट की बाढ़ सी आ गई जिसमें सिद्धू मूसेवाला मर्डर की ज़िम्मेदारी ली गई थी। उन्हीं पोस्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया था, कि इस हत्या के पीछे विक्की मिद्दूखेड़ा और गुरलाल बरार की मौत का बदला लिया गया है।

Status of SMW Case: इस हत्याकांड के बाद मौका-ए-वारदात का मुआयना करते वक़्त पुलिस के अफसरों ने कई सुराग़ मौके से उठाए। उन्हीं सुरागों में से एक बोलेरो गाड़ी से पुलिस को एक ऐसी पर्ची भी मिली, जिसने पुलिस को केस को सुलझाने की दिशा में बढ़ने का एक रास्ता दिखाया। वो पर्ची दरअसल एक पेट्रोल पंप की रसीद थी। और उस पर्ची के मुताबिक बोलेरो कार में 25 मई को तेल भरवाया गया था। ये पेट्रोल पंप हरियाणा के फतेहाबाद का था।

पुलिस की एक टीम फौरन उस पर्ची पर लिखे पते पर जा पहुँची और वहां के CCTV फुटेज को बरामद कर लिया। उस फुटेज में पुलिस को एक संदिग्ध शूटर नज़र आया। जिसकी पहचान सोनीपत के प्रियवर्त के तौर पर हुई।

उस CCTV फुटेज के जरिए पुलिस ने उस बोलेरो गाड़ी का पता लगा लिया और फिर गाड़ी के इंजिन और चेसिस नंबर के ज़रिए बोलेरो गाड़ी के मालिक का भी पता लगा लिया।

इसी बीच पुलिस ने उस ऑल्टो कार का भी सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिया जिसे हथियारबंद बदमाशों ने लूट लिया था। उस ऑल्टो कार के जरिए ही पुलिस ने बदमाशों की पहचान भी कर ली।

Status of SMW Case: इस हत्याकांड के तमाम सुरागों से मिली तमाम कड़ियों को जोड़ते हुए पुलिस ने आखिरकार सिद्धू मूसेवाला की हत्या के सिलसिले में ये साफ कर दिया कि हत्याकांड के पीछे लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बरार, अनमोल बिश्नोई, सचिन थप्पन और बिक्रम बरार का हाथ माना।

असल में इन्हीं लोगों ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर भी सिद्धू मूसेवाला मर्डर के लिए जिम्मेदारी लेने का ऐलान किया था।

इसी स्टेटस रिपोर्ट का एक हिस्सा और भी ज़्यादा हैरतअंगेज़ है। असल में सिद्धू के घर के बाहर जिन लोगों ने 29 मई को सिद्धू की रेकी की और उस रेकी के बाद सिद्धू के बारे में पूरी जानकारी भेजी थी।

पंजाब पुलिस की स्टेटस रिपोर्ट कहती है कि उस रोज शाम को निक्कू उर्फ तखतमल और उसका भाई बिट्टू सिद्धू मूसेवाला के घर पहुँचे थे। निक्कू ने ही सिद्दू के साथ सेल्फी ली थी और उसके बाद निक्कू ने ही विदेश में बैठे लॉरेंस के भांजे सचिन को वीडियो कॉल करके बाकायदा दिखाया था। उस वीडियो कॉल में निक्कू ने सिद्धू मूसेवाला को दिखाते हुए ये भी बताया था कि वो अपने काले रंग की थार पर जा रहा है और उसके साथ कोई सिक्योरिटी नहीं है। बस उसके बाद ही एक वीडियो कॉल के जरिए शूटरों को ग्रीन सिग्नल मिल गया था और इस वीडियो कॉल के कुछ ही मिनटों को बाद सिद्धू मूसेवाला की हत्या हो जाती है।

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