Sidhi Case: दशमत रावत ने शुरू में क्यों झूठ बोला था?
Sidhi Case: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुए पेशाब कांड के पीड़ित को चला आ रहा विवाद थम गया है।
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हरिओम सिंह के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
Sidhi Case: मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुए पेशाब कांड के पीड़ित को चला आ रहा विवाद थम गया है। सीधी के पुलिस अधीक्षक (SP) रविंद्र कुमार वर्मा ने कहा, 'कुबरी गांव में हुई घटना के पीड़ित यानी दशमत रावत को ही मुख्यमंत्री आवास में ले जाकर सम्मान दिलाया गया था।' दरअसल, बिना जांच किए कांग्रेस ने एक Tweet किया था। कांग्रेस ने लिखा था, ''सीधी पेशाब कांड में बड़ा खुलासा, शिवराज ने किसी और के पांव धोने की नौटंकी की, असली पीड़ित लापता हैं क्या? शिवराज जी, इतना बड़ा षड्यन्त्र? मध्यप्रदेश आपको माफ नहीं करेगा।''
इस घटना की हर जगह निंदा हुई थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें प्रवेश शुक्ला नाम का शख्स एक व्यक्ति पर पेशाब कर रहा था। इसके बाद पुलिस ने उसे अरेस्ट किया था। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित दशमत रावत के चरण धोेए थे। उन्हें सीएम आवाज बुलाया था।
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अब खुद पीड़ित दशमत रावत का बयां सामने आ गया है। पीड़ित के अनुसार, ''यह घटना साल 2020 की है। मैं शराब के नशे में था। मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। मैंने यह भी नहीं देखा कि मुझ पर पेशाब करने वाला शख्स कौन है? जब यह वीडियो वायरल हुआ तो मुझे थाने और फिर कलेक्टर साहब के पास ले जाया गया। जहां मैंने बार-बार झूठ बोला कि वीडियो में प्रताड़ित होने वाला शख्स मैं नहीं हूं, लेकिन जब आरोपी प्रवेश शुक्ला ने खुद अपराध कुबूल कर लिया तब मुझे विश्वास हुआ।''
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