Shraddha Murder : आफताब का पहली बार सामने आया पूरा कबूलनामा, मर्डर के बाद हड्डियों को पीसकर सड़क पर फेंक दिया था

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Shraddha Murder : आफताब का पहली बार सामने आया पूरा कबूलनामा, मर्डर के बाद हड्डियों को पीसकर सड़क पर...
Shraddha walker murder Aftab full confession
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दिल्ली से अरविंद ओझा, हिमांशु मिश्रा और श्रेया चटर्जी की रिपोर्ट

 

Why Shraddha Walker Killed by Aftab :  मैं श्रद्धा को लेकर बेहद पजेशिव (possessive) था और मैं उसके साथ मारपीट कर देता था। जिसकी उसने शिकायत मुंबई में पुलिस में भी की थी। हम दोनों ने अपने रिश्ते में सुधार करने के लिए ट्रिप का प्लान किया. उसी ट्रिप के लिए हम दोनों ट्रिप पर 28 मार्च 2022 को मुंबई से निकल गए और हरिद्वार पहुँच गए। फिर हरिद्वार ऋषिकेश, देहरादून, मसूरी, मनाली और चंडीगढ़ घूमते हुए पार्वती वैली पहुंचे और जहाँ हमें बद्री नाम का लड़का मिला. जिससे हमारी Bumble App (बंबल ऐप) से दोस्ती हुई थी और उसने हमे अपने घर दिल्ली आने के लिए किया था। 

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हम करीब सवा महीने घूमने के बाद मई 2022 के पहले हफ्ते लगभग दिनांक 05/05/2022 को बद्री के घर छत्तरपुर पहाड़ी दिल्ली पर पहुंचे थे। हम उसके घर पर करीब आठ-दस दिन रुके थे और वहां भी मेरे और श्रद्धा वालकर (Shraddha Vikas Walkar) के बीच झगड़े हुए थे और इस कारण से हमारा ब्रेकअप हो गया था। मेरे और श्रद्धा (Shraddha) के बीच मे अक्सर झगड़े होने के कारण बद्री ने हमे अपने घर से जाने को कहा और इसके बाद करीब दो दिन बाद रुककर दिनांक 16 मई 2022 से हमदोनों ने ब्रोकर राहुल रॉय के जरिये रोहन कुमार नील के मकान H. No. 93, Gali No. 1. 60 Futa Road, Chattarpur Pahari, New Delhi पर 1st Floor को किराए पर ले लिया तथा रहने लगे। 
 

AFTAB Amin

दिल्ली आए तो जॉब नहींं थे, पैसे भी कम थे, शुरू हुई लड़ाई

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Aftab Confession murder : उस समय हम दोनों की कहीं जॉब भी नहीं थी और ज्यादातर पैसा ट्रिप मे खर्च हो चुका थे तो यहाँ पर भी हम दोनों में छोटी छोटी बातों को लेकर काफी झगडा होने लगा और 18 मई 2022 को शाम करीब 6 से 6.30 बजे के बीच मुझे अपने किराए के घर वसई से जाकर घर का सामान लाने की बात कही. इसके साथ ही कहा कि वो टिकट भी बुक कराया था लेकिन मैंने उसे तबीयत खराब होना बतलाकर जाने से मना किया था. तो वह गुस्से में हो गई व कहने लगी कि दोनों के पास केवल दो बैग हैं और खाने पीने का कोई सामान नहीं है. और रोजाना मार्केट का खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं है. ये कहकर जिद की तो मैंने उसे आधा पैसा खर्चे का देने की बात कही जिस पर श्रद्धा आग बबूला हो गयी और मुझे गाली देने लगी. मैं उससे झगडा करने लगा और गाली देने की हमेशा की आदत से हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए उसको हमेशा के लिए अपने रास्ते से हटाने के लिए ठान कर उसको जान से मारने के लिए उसको पकड़ कर फर्श पर गिरा लिया और उसकी छाती पर बैठकर अपने दोनों हाथों से कसकर उसका गला तब तक दबाए रखा जब तक वह मर नहीं गयी. और उसकी डेड बॉडी को बाथरूम में छिपा दिया। फिर मैंने उसकी डेड बॉडी को डिस्पोज करने के लिए उसकी डेड बॉडी के छोटे छोटे टुकड़े करके किसी बड़े ब्रीफकेस में डालकर कहीं फेंक आने की प्लानिंग की थी. इसके बाद 60 फूटा रोड छत्तरपुर पहाड़ी से एक जंगल में फेंक दिया.

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श्रद्धा के टुकड़े करने के लिए  652 नंबर दुकान से एक हैमर एक आरी (आरी) और उसकी तीन ब्लेड खरीदे और घर पर आकर डेड बॉडी के दोनों हाथ की कलाई को आरी से काटकर पहले एक पॉलिथीन में बाथरूम में ही रख दिया। दिनांक 19/05/2022 को मैंने मंदिर वाली रोड छत्तरपुर के पास एक दुकान से ट्रेश बैग, एक चाकू और एक चॉपर खरीदा था और चाकू को बैग में रख दिया था। 

और बैग को पीठ पर टांगते हुए वक्त उस चाकू की नोक निकलकर मेरे दाहिने हाथ में बने टैटू पर कट लग गया था. जिस पर मैंने पड़ोस के डाक्टर से कट पर पांच टाँक लगवाकर लगवाए थे. इसके बाद मैंने फ्रिज खरीदा था जिसके मैंने करीब 25000 अपने सिटी बैंक के क्रेडिट कार्ड से पेमेंट किया था और फ्रिज मेरे पते पर उसी दिन शाम को दुकानदार ने भिजवा दिया था। फिर शाम को मैने श्रद्धा Shraddha की डेड बॉडी के दोनों पैरों को एंकल से काटकर उनको ट्रैश बैग में डाल कर वहाँ पैक किया था और काटे हुए बॉडी पार्ट्स को ख़रीदे हुए फ्रिज के फ्रीज़र में रख दिए और बॉडी पार्ट्स को काटने के बाद फैले खून को साफ़ करने के लिए मैने तभी blinker शोपिंग APP से Harpic Disinfectant Toilet Cleaner Bleach की 500 bail की 2 Bottle समेत काफी सामान मंगाया था. हार्पिक और दूसरे केमिकल से मैंने फैले हुए खून को साफ़ कर दिया था। दिनांक 20.05.2022 को मैंने डेड बॉडी को काटकर डिस्पोज करने के लिए प्लानिंग के तहत मैंने महरौली मार्किट से एक बड़ा ब्रीफकेस लाल रंग का भी खरीदा था जिसके मैंने 2000 रुपये अपने Google Pay से दिए थे लेकिन ब्रीफकेस खरीदकर चर लाकर मैंने बॉडी डिस्पोज करते वक़्त ब्रीफकेस भारी वजन होने पर पकड़े जाने के डर से इस प्लान को छोड़ दिया था और उसकी डेड बॉडी को ठिकाने लगाने के लिए उसकी डेड बॉडी के छोटे छोटे टुकड़े जंगल में अलग अलग जगह पर फेंकने की दुबारा साजिश रची थी. शाम को उसकी बॉडी से उसका सिर और अन्य बॉडी पार्ट्स को काटकर अलग कर लिए और उसके पेट से उसकी अंतड़िया निकालकर पॉलिथीन में डालकर 60 फुटा रोड छतरपुर पहाड़ी के कोने पर रखे बड़े बड़े डस्टबीन में डाल दी और उसके अन्य बॉडी पार्ट्स सिर, उसकी बॉडी के TORSO (धड़) और दोनों कलाई को छोड़कर उसकी उँगलियों को ब्लो टोर्च से अलग कर दिया था. इसके बाद छतरपुर के जंगलों में फेंक दिया था.

हड्डियों को ग्राइंड कर पाउडर बनाकर भी फेंका था आफताब ने

Aftab Murder Reason : उसके एक थाई और निचले हिस्से के पार्ट्स शमशान घाट के पास नाले वाले जंगल, उसके एक हाथ का अंगूठा धान मिल की दीवार के पास और अन्य बॉडी पार्ट्स हाथ और अन्य हिस्से रेन बसेरा उत्तरपुर एन्क्लेव के पीछे जंगल और उसकी एक थाई को गुड़गाँव की तरफ जाने वाले MG रोड पर 100 फूटा रेड लाइट के पास छत्तरपुर पहाड़ी के पास जंगल में अलग अलग जगह सबूत ख़त्म करने के मकसद से पेट्रोल डालकर जला दिए थे और बाद मे बची हुयी हड्डियों पर पानी डालकर आग बुझाकर हड्डियों को मार्बल घिसने वाले ग्राइंडर से अपने किराए के घर की छत पर ले जाकर ग्राइंड करके पाउडर बना कर उसे 100 फूटा सड़क पर डाल दिया था। 

 

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